आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय सौर दिनांक 11 माघ 1944
आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 31 जनवरी 2023 मंगलवार ।
इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आदि पर अंग्रेजी में चेक लिखना हो तब 11 MAGH 1944.
हिंदी में चेक भरना हो तब राष्ट्रीय सौर 11 माघ 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए।
राष्ट्रीय दिनांक को उपयोग में लाने वाले सज्जन Play Store में जाकर Indian national calendar डाउनलोड करें।
🚩 मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 11 माघ 1944 (5124).
🚩 ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 माघ मासे (वैदिक नाम तप मासे) दिनांक 11 मंगल वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी।
राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
🚩 विक्रमी संवत् (सन्) 2079
🚩 युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
🚩 श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
🚩 श्री राम संवत्(सन्) 880165
🚩 सृष्टि संवत् 1955885123
🚩 संवत्सर नल 🚩 उत्तरायण
🚩 ऋतु शिशिर
🚩 यजुर्वेद के अनुसार इस महीने का नाम तप मास है
🚩 प्रकृति ब सौर अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार इस महीने का नाम =माघ मास (तप मास) (इससे अंतरिक्ष विज्ञान, अंतरिक्ष यान विमान इसी के आधार पर भेजे जाते हैं। ऋतुओं, दिनांक तारीख Dates, नववर्ष का निर्धारण होता है , इसके अनुसार दिनांक रात के 12:00 बजे बदल जाती है)
🚩 सूर्य संक्रांति के अनुसार इस महीने का नाम = माघ (इससे त्योहार पर्व विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, आदि के मुहूर्त , इसके अनुसार प्रविष्टे सूर्य उदय से आरंभ होती है)
🚩 चन्द्र के अनुसार महीने का नाम = माघ (इसके अनुसार समुद्री यात्राएं , श्राद्ध-तर्पण, व्रत उद्यापन का निर्णय होता है, इसके अनुसार तिथि सूर्य उदय से मान्य होती है)
🚩 चन्द्र के अनुसार महीना माघ पक्ष शुक्ल
🚩 तिथि दशमी दोपहर 11:53 तक तदुपरांत एकादशी
🚩 वार मंगल वार
🚩 नक्षत्र रोहिणी
🚩 दिनमान 26 घटी 42 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
🚩सूर्य उदय 7:14 सूर्य अस्त 5:55
🚩 मकर राशि में सूर्य संक्रान्ति से प्रविष्टे 18
🚩 दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो गुड़ खाकर घर से निकले, हमने किसी स्थान पर जाना है और वहां से उसी दिन वापस आना है तो दिशाशूल नहीं होता)
🚩 अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:13 to 12 :56
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
🚩 राहुकाल 03:16 pm से 04:38 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
🚩 यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
🚩 गंडमूल 5 फरवरी दोपहर 12:12 से 7 फरवरी शाम 5:44 तक
🚩 जया एकादशी व्रत, भीमसेनी ग्यारस 1 फरवरी बुधवार
🚩 भीष्म द्वादशी 2 फरवरी गुरुवार
🚩 प्रदोष व्रत 3 फरवरी शुक्रवार
🚩 श्री रामचरण स्नेही जयंती, जितेंद्ररथयात्रा जैन 4 फरवरी शनिवार
🚩 माघ पूर्णिमा, गुरु रविदास जयंती, श्री ललिता जयंती 5 फरवरी रविवार
🚩 पंचक 20 फरवरी 1:15 am से 24 फरवरी 3:43 am तक
🚩 सर्वार्थ सिद्धि योग 1 फरवरी 7:13 am से 2 फरवरी 3:22 am तक (इस मुहूर्त में किए गए सभी कार्य सिद्ध होते हैं)
🚩 सर्वार्थसिद्धि योग 30 जनवरी रात्रि 10:14 से 31 जनवरी प्रातः 7:14 तक
🚩 रवि पुष्य योग 5 फरवरी प्रातः 7:11 से दोपहर 12:12 तक
🚩 द्विपुष्कर योग 19 मार्च 00:28 am से लेकर 8:07 am तक(इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
🚩 त्रिपुष्कर योग 13 फरवरी 2:26 am से 7:06 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
🚩 ज्वालामुखी योग 27 फरवरी 00:58 am से 5:18 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)