आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय सौर दिनांक 06 पौष 1944
आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 27 दिसंबर 2022 मंगलवार।
इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आदि पर अंग्रेजी में चेक लिखना हो तब 06 PAUS 1944.
हिंदी में चेक भरना हो तब राष्ट्रीय सौर 06 पौष 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए।
🚩 इस राष्ट्रीय दिनांक को भारत के माननीय राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय, संसद के दोनों सदनों में प्रतिदिन दिनांक का प्रयोग होता है।
🚩 मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 06 पौष 1944 (5124).
🚩 ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 पौष मासे (वैदिक नाम सहस्य मासे) दिनांक 06 मंगल वार वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी ऐसा कहकर हाथ से जल्द छोड़ दें. व्यक्तिगत प्रतिदिन की पूजा में तिथि नक्षत्र बोलने की आवश्यकता नहीं क्योंकि यह कर्मकांड की भाषा है।
🚩 राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
🚩 विक्रमी संवत् (सन्) 2079
🚩 युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
🚩 श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
🚩 श्री राम संवत्(सन्) 880165
🚩 सृष्टि संवत् 1955885123
🚩 संवत्सर नल 🚩 दक्षिणायन
🚩 ऋतु शिशिर
🚩 यजुर्वेद के अनुसार इस महीने का नाम सहस्य मास है
🚩 प्रकृति ब सौर अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार इस महीने का नाम =पौष मास (सहस्य मास) (इससे अंतरिक्ष विज्ञान, ऋतुओं, दिनांक तारीख Dates, नववर्ष का निर्धारण होता है)
🚩 सूर्य संक्रांति के अनुसार इस महीने का नाम = पौष (इससे त्योहार पर्व विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, आदि के मुहूर्त )
🚩 चन्द्र के अनुसार महीने का नाम = पौष (इसके अनुसार समुद्री यात्राएं , श्राद्ध-तर्पण, व्रत उद्यापन का निर्णय होता है)
🚩 पक्ष शुक्ल
🚩 तिथि पंचमी
🚩 नक्षत्र धनिष्ठा शाम 2:26 तक तदुपरांत शतभिषा
🚩 दिनमान 25 घटी 27 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
🚩सूर्य उदय 7:16 सूर्य अस्त 5:27
🚩 धनु राशि में सूर्या संक्रान्ति से प्रविष्टे 12
🚩 दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो गुड़ खाकर घर से निकले)
🚩 अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 to 12:42
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
🚩 राहुकाल 2:56 pm से 04:14 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
🚩 यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
🚩 श्री राजेंद्र सूरीश्र्वर जन्म- पुण्य: त्रिस्तुतिजैन, गुरु गोविंद सिंह जयंती, श्री नंद बाबा जयंती 29 दिसंबर गुरुवार
🚩 गंडमूल 30 दिसंबर 11:22 am से 1 जनवरी 12:47 pm तक
🚩 शाम्बदशी(उड़ीसा), खरतर गच्छ जैन 1 जनवरी रविवार
🚩 पुत्रदा एकादशी व्रत 2 जनवरी सोमवार
🚩 कल्पवास समाप्त प्रयागराज 3 जनवरी मंगलवार
🚩 प्रदोष व्रत, रोहिणी व्रत 4 जनवरी बुधवार
🚩 पूर्णिमा, सत्यनारायण व्रत, माघ स्नान प्रारंभ, शाकंभरी देवी जयंती, मेला मंडार देवी सातारा महाराष्ट्र, पत्रकार दिवस 6 जनवरी शुक्रवार
🚩 पंचक 27 दिसंबर 3:30 am से 31 दिसंबर 11:46 am तक
🚩 सर्वार्थ सिद्धि योग 01 जनवरी 7:19 am से 12:47 pm तक
🚩 सर्वार्थसिद्धि योग 30 दिसंबर 11:23 am से 31 दिसंबर 7:18 am तक
🚩 अमृत सिद्धि योग 30 दिसंबर 11:23 am से 31 दिसंबर 7:18 am तक
🚩 रवि पुष्य योग 8 जनवरी 7:19 am से 9 जनवरी 6:04 am तक
🚩 द्विपुष्कर योग 14 जनवरी 6:13 pm से 7:22 pm तक (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
🚩 त्रिपुष्कर योग 3 जनवरी 7:19 am से 4:25 pm तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
🚩 ज्वालामुखी योग 27 फरवरी 00:58 am से 5:18 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)