@ नई दिल्ली
केंद्रीय सूचना और प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनका विजन देशवासियों की प्रतिभा और फिल्म उद्योग जगत के अग्रणी लोगों के नवाचार के सहयोग से भारत को फिल्म शूटिंग और पोस्ट-प्रोडक्शन के लिए सबसे अधिक मांग वाली जगह बनाना है। मंत्री ने पणजी गोवा में भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 53वें संस्करण का उद्घाटन किया जो मनोरंजन जगत के सितारों से भरा रहा जिसमें कई प्रेरक भाषण हुए और शानदार प्रस्तुतियां आयोजित की गईं।
मंत्री ने विस्तार से बताया कि इफ्फी के लिए उनका दृष्टिकोण एक कार्यक्रम तक सीमित नहीं है जबकि इफ्फी कैसा होना चाहिए जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100वें वर्ष का जश्न मनाए जब हम अमृत महोत्सव से अमृत काल में जाएं। हम क्षेत्रीय समारोहों को बढ़ाकर भारत को सामग्री निर्माण विशेष रूप से क्षेत्रीय सिनेमा का एक पावरहाउस बनाने का लक्ष्य रखते हैं। हमारे कुशल युवाओं के बीच विशाल तकनीकी प्रतिभा का लाभ उठाकर भारत दुनिया का पोस्ट-प्रोडक्शन हब बन सकता है।
एशिया के सबसे पुराने फिल्म महोत्सव की यादों को ताजा करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि इफ्फी की अवधारणा इसकी थीम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ में निहित है जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सार का प्रतीक है जहां दुनिया एक परिवार है। उन्होंने कहा भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और जी20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में ‘एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य’ के इस विषय के इर्द-गिर्द घूमती है।
मंत्री ने कहा पहली बार भारतीय वैश्विक सिनेमा और ओटीटी के गाला प्रीमियर इफ्फी में आयोजित किए जाएंगे जिसमें विश्व स्तर पर प्रशंसित सीरीज फौदा के चौथे सीज़न का प्रीमियर भी शामिल है जिसमें आज दुनिया के कुछ सबसे बड़े इज़राइली सितारे शामिल हैं। मैं यह भी बताना चाहूंगा कि इस शो का अगला सीजन भी इफ्फी में लॉन्च किया जाएगा।
अनुराग ठाकुर ने इस वर्ष सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार जीतने के लिए प्रसिद्ध स्पेनिश फिल्म निर्माता कार्लोस सौरा को बधाई दी। मंत्री ने यह भी घोषणा की कि इंडियन फिल्म पर्सनैलिटी ऑफ द ईयर का पुरस्कार दक्षिण भारतीय अभिनेता चिरंजीवी को प्रदान किया जाएगा। ठाकुर ने यह भी कहा कि इफ्फी का यह संस्करण उल्लेखनीय फीचर और गैर-फीचर मणिपुरी फिल्मों के विशेष रूप से तैयार किए गए पैकेज को प्रदर्शित करके मणिपुरी सिनेमा के 50 साल पूरे होने का जश्न मनाएगा।
अनुराग ठाकुर ने फिल्म बाजार के महत्व पर भी ध्यान दिलाया जिसे इफ्फी के साथ-साथ आयोजित किया जा रहा है। पहली बार इफ्फी ने राष्ट्र मंडपों को पेश करके फिल्म बाजार का दायरा बढ़ाया है। मैं आपको 40 से अधिक पवेलियन का पता लगाने के लिए आमंत्रित करता हूं जिन्हें फिल्म बाजार के 15वें संस्करण में प्रदर्शित किया जाएगा। और पहली बार इफ्फी में सिनेमा की दुनिया से नवीनतम नवाचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रौद्योगिकी हब होगा।
इफ्फी द्वारा इसे सभी के लिए अधिक समावेशी और सुलभ बनाने के प्रयासों के बारे में बताते हुए मंत्री ने कहा कि दिव्यांगजन स्क्रीनिंग (विशेष रूप से विकलांगों के लिए) के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा उनकी पहुंच की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इस खंड की फिल्में ऑडियो-विजुअल-सुसज्जित होंगी जिसमें अंतर्निहित ऑडियो विवरण और उपशीर्षक होंगे। भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान ‘स्मार्टफोन फिल्म मेकिंग’ (ऑटिस्टिक व्यक्तियों के लिए क्यूरेट) और ‘स्क्रीन एक्टिंग’ (व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं के लिए क्यूरेट) पर विशेष रूप से विकलांगों के लिए दो विशेष पाठ्यक्रम चलाएगा।