@ गांधीनगर गुजरात
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को गांधीनगर में स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल की उपस्थिति में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर राज्य में कोरोना वायरस के संभावित नए वैरिएंट की स्थिति और उसे लेकर स्वास्थ्य तंत्र की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। इस बैठक से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर समग्र देश की स्थिति का जायजा लेने के साथ स्वास्थ्य मंत्रियों के सुझाव भी सुने।
स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल ने इन दोनों बैठकों के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि राज्य का स्वास्थ्य तंत्र गुजरात में संभावित कोरोना लहर का सामना करने के लिए तैयार है। राज्य में अभी परिस्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है, ऐसे में किसी को भी डरने की नहीं बल्कि सतर्कता बरतने की जरूरत है। राज्य में अभी 33 फीसदी नागरिकों ने ही कोरोना वैक्सीन की एहतियाती खुराक ली है, जिसे बढ़ाकर 100 फीसदी वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने के लिए महानगरों सहित सभी क्षेत्रों में विशेष अभियान शुरू किया जाएगा।
पटेल ने कहा कि गुजरात के अहमदाबाद और सूरत अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विदेशी यात्रियों के लिए 100 फीसदी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके अलावा, केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार हवाई अड्डे पर 2 फीसदी रैंडम परीक्षण किया जाएगा तथा यात्रियों की समय बर्बाद न हो, इसके लिए स्वैच्छिक आरटीपीसीआर की व्यवस्था भी की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों के मतानुसार कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 की संक्रमण दर के अनुसार 1 व्यक्ति 16 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। परन्तु इसकी मृत्यु दर प्रत्येक देश और महाद्वीप के अनुसार अलग-अलग है। भारत में अब तक इस वैरिएंट के कुल 4 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से कुल तीन केस जुलाई, सितंबर और नवंबर-2022 में गुजरात में दर्ज किए गए थे, इनमें दो पुरुष और एक महिला शामिल थी। ये सभी मामले अस्पताल में भर्ती हुए बिना होम आइसोलेशन में ही रिकवर हुए हैं। वर्तमान में राज्य में कोरोना के रोजाना लगभग पांच मामले दर्ज हो रहे हैं। गुजरात में अभी दैनिक 10,000 कोरोना टेस्टिंग होती है, जरूरत पड़ने पर क्षमता बढ़ाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने गुजरात की जनता से अपील करते हुए कहा कि जिन्होंने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज और एहतियाती खुराक ली है, उन्हें कोरोना के इस नए वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है। राज्य में समय-समय पर कोरोना से संबंधित आवश्यक सभी गाइडलाइन जारी की जाएगी। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की जाने वाली मार्गदर्शिका का भी समुचित रूप से अनुसरण किया जाएगा। उन्होंने लोगों से कोरोना से बचने के लिए मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने का अनुरोध किया। इस प्रेस वार्ता में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज अग्रवाल तथा डॉ. अतुल पटेल ने कोरोना के संदर्भ में आवश्यक जानकारी दी।