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@ चरखी दादरी हरियाणा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पशुओं की देखभाल हेतु प्रदेश में छः पॉलीक्लीनिक बनाये जाएंगे। चरखी दादरी में भी एक पॉलीक्लिनिक बनाया जाएगा। वर्तमान में 7 पॉलीक्लिनिक कार्यरत हैं। इसके अलावा, प्रदेश में गौ वंश की देखभाल के लिए गौ सेवा आयोग के बजट में 10 गुणा बढ़ोत्तरी करके 400 करोड़ रुपये कर दिया है।

मुख्यमंत्री चरखी दादरी में 39वीं हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी-2023 के समापन अवसर पर संबोधित कर रहे थे।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने पशुधन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री जे पी दलाल और पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ उपस्थित थे।
2 लाख परिवारों की आमदनी बढ़ाने के लिए 2000 करोड़ रुपये रिर्जव मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत जिन परिवारों की आय 1 लाख रुपये से कम है, उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत अधिकतर परिवार पशुपालन के काम में आगे आ रहे हैं, जिनकी सहायता के लिए बैंकों के माध्यम से इन परिवारों को ऋण दिलवाया जा रहा है। इस साल 2 लाख परिवारों की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पशुपालन या अन्य किसी कार्य के लिए इन 2 लाख परिवारों के लिए 2000 करोड़ रुपये रिर्जव रखा गया है।
सांझी डेयरी से पशुपालकों को मिलेगी पशुओं को रखने की जगह मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2023-24 के बजट में एक नया प्रोजेक्ट सांझी डेयरी की परिकल्पना की गई है। इस परियोजना के तहत पंचायत की जमीन पर एक शेड बनाया जाएगा, जिसमें पशुपालक, जिनके पास अपने पशु बांधने के लिए जगह नहीं है, वे इस कॉमन शेड में अपने पशुओं को रख सकेंगे। सहकारिता विभाग द्वारा इस कार्य को किया जाएगा। 1 अप्रैल, 2023 से इस योजना को लॉन्च किया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने गौ वंश की सुरक्षा के लिए बनाए कड़े कानून
मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गौ वंश की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाए हैं। गौ हत्या करने पर 10 साल तक की सजा तथा जुर्माने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 632 गौशालाएं है। गौ सेवा आयोग का गठन किया गया है। बेसहारा गौ वंश की देखभाल के लिए बजट में वृद्धि की गई है। इसमें उन गौशालाओं को अधिक बजट दिया जाएगा, जो बेसहारा गौ वंश की देखभाल करेंगी। पंचायत या अन्य संस्थाएं भी गौशाला बनाकर पशुओं की देखभाल करेंगी, उन्हें भी अनुदान दिया जाएगा।
मनोहर लाल ने कहा कि पशुधन को केवल पशुधन न कहें, क्योंकि यह किसानों व पशुपालकों के साथी होते हैं, परिवार के सदस्य होते हैं। इतना ही नहीं, भारत में पशुओं की महत्ता बहुत अधिक है। हमारे यहां पशुओं की पूजा होती है। गाय को तो माता का स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि गाय का ए-टू दूध बहुत लाभकारी है, जिससे अनेक प्रकार की बीमारियां दूर होती हैं। इसका अनुसंधान भी करवाया गया है। ए-टू दूध के सेवन से आँखों की रौशनी बढ़ती है, व अन्य गंभीर बीमारियों में भी यह लाभकारी है।
उन्होंने प्रदर्शनी में आए किसानों व पशुपालकों से आह्वान किया कि वे पारंपरिक खेती के अलावा, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, फूलों की खेती, फूड प्रोसेसिंग के लघु उद्योग लगाने जैसे अन्य व्यावसायिक गतिविधियों को अपनायें। यदि किसी को कोई कठिनाई आती है तो उसे दूर करने के लिए सरकार सदैव आपके साथ खड़ी है।