@ नई दिल्ली
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया आज एयर कार्गो फोरम इंडिया के वार्षिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस वार्षिक आयोजन की विषयवस्तु 10 मिलियन: दृष्टिकोण 2030; प्रेरणादायक, संवर्द्धन, परिचालन एयर कार्गो थी।
इस कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्ति, जिन्होंने इसकी गरिमा बढ़ाई, उनमें नागर विमानन मंत्री के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार पीयूष वास्तव, एसीएफआई के अध्यक्ष साइरस कटगारा और एसीएफआई के उपाध्यक्ष यशपाल शर्मा थे। इसके अलावा एसीएफआई की ओर से अरविंद अग्रवाल व अरुण शर्मा सहित फोरम और कार्गो उद्योग के प्रतिनिधि भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
कोविड काल में पिछले 2 वर्षों के दौरान कार्गो क्षेत्र न केवल भारतीय उड्डयन के लिए बल्कि, वैश्विक विमानन के लिए एक भरोसेमंद क्षेत्र के रूप में सामने आया है। भारतीय कार्गो क्षेत्र में 2013-14 के बाद से 9-10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, पिछले 2 वर्षों के दौरान एयरलाइन कंपनियों के कार्गो राजस्व में 520 फीसदी की वृद्धि हुई है। वर्तमान में भारतीय कार्गो का राजस्व 31 लाख मीट्रिक टन भार के साथ 2,000 करोड़ रुपये है और इसका सीएजीआर 13 फीसदी है।आज भारत में 21 अंतरराष्ट्रीय और 35 घरेलू कार्गो टर्मिनल हैं।
ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने अपने संबोधन में कार्गो क्षेत्र की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, मुश्किल कोविड काल के दौरान एयर कार्गो एक उपेक्षित के रूप शुरू हुआ था, लेकिन यह उद्योग नए वातावरण को अनुकूलित करने और बदलने में सक्षम था। कोविड के दौरान, हमने 3 साल की एक लघु अवधि में 7 कार्गो फ्रेटर्स से 28 कार्गो फ्रेटर्स तक तेजी से विस्तार किया है।
केंद्रीय मंत्री ने कार्गो क्षेत्र में सुधार पर कहा, कार्गो में 10 मिलियन मीट्रिक टन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उद्योग के कारोबारियों को टियर II और III शहरों से महानगरों तक छोटे कार्गो भार के परिवहन पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है, जिसे छोटे आकार के विमानों के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।इसे सुविधाजनक बनाने के लिए हम 2024-2025 तक 33 नए घरेलू कार्गो टर्मिनल का निर्माण कर रहे हैं, जो हमारे कार्गो क्षेत्र के विकास और आगे बढ़ने में सहायक होगा। हमें प्रक्रियाओं को कागज रहित बनाकर और ऑटोमेशन व डिजिटलीकरण को अपनाकर कार्गो क्षेत्र में व्यापार करने के लिए सुगमता पर काम करने की जरूरत है, जो कार्गो प्रसंस्करण को तेज कर सकता है।
एयर कार्गो फोरम इंडिया एयर कार्गो लॉजिस्टिक आपूर्ति श्रृंखला व्यापार और उद्योग के विभिन्न हितधारकों का एक संघ है, जिसकी स्थापना 14 सितंबर, 2012 को हुई थी। इन हितधारकों में फ्रेट फारवर्डर्स, एयरलाइन्स, हवाईअड्डा संचालक, कार्गो टर्मिनल संचालक, कस्टम हाउस एजेंट और एक्सप्रेस उद्योग शामिल हैं।