कर्नाटक बेंगलुरु में आयोजित होने वाली पहली एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप मीटिंग 5-7 फरवरी, 2023 को

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@ बेंगलुरु कर्नाटक 

केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह ने 5-7 फरवरी, 2023 को बेंगलुरू में आयोजित होने वाली पहली एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप की बैठक के बारे में आज मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत इस साल प्रतिष्ठित जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग करने के लिए एक प्रमुख मंच है। जी20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार के 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या के लगभग दो-तिहाई हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह सभी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मुद्दों पर वैश्विक वास्तुकला व शासन को आकार देने और इसे मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में निम्नलिखित शामिल हैं: (i) प्रौद्योगिकी अंतराल का हल निकाल करके ऊर्जा वितरण (ii) ऊर्जा पारेषण के लिए कम लागत का वित्तपोषण (iii) ऊर्जा सुरक्षा और विविधतापूर्ण आपूर्ति श्रृंखला (iv) ऊर्जा कुशलता, औद्योगिक स्तर पर निम्न कार्बन उत्सर्जन तथा जिम्मेदारी के साथ खपत, (v) भविष्य के लिए ईंधन (3एफ) और (vi) स्वच्छ ऊर्जा के लिए सार्वभौमिक पहुंच और न्यायपूर्ण, सस्ती व समावेशी ऊर्जा संक्रमण मार्ग।

सिंह ने इन आयोजनों का विवरण देते हुए कहा कि एनर्जी ट्रांज़िशन वर्किंग ग्रुप ऊर्जा वितरण को कुशलतापूर्वक प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करेगा। इसके साथ ही प्रौद्योगिकी अंतराल को दूर करने तथा वित्त पोषण पर भी जोर देगा, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसे ऊर्जा से समझौता किये बिना समुदायों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए समयबद्ध और किफायती तरीके से वितरित किया जा सके। विचार-विमर्श के अपेक्षित परिणामों में आरडी20 प्लेटफॉर्म (अनुसंधान एवं विकास 20) के तहत अग्रिम सहयोग योजनाओं के लिए समझौता, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल के लिए पर्याप्त व कम लागत वाले अंतर्राष्ट्रीय वित्त को चैनलाइज करने के लिए रोडमैप, ऊर्जा सुरक्षा तथा विविध आपूर्ति श्रृंखलाओं को सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की घोषणा शामिल होगी।

नए ऊर्जा स्रोतों के बारे में, 2030 तक ऊर्जा दक्षता में सुधार की वैश्विक दर को दोगुना करने के लिए रोडमैप, जैव-ऊर्जा सहयोग को बढ़ाने और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए कार्य योजना तथा उचित, सस्ती एवं समावेशी ऊर्जा वितरण का सहयोग करने के लिए वैश्विक सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों पर सिफारिशें आदि प्रमुख उपाय हैं। साथ ही, पहले ईटीडब्ल्यूजी में ‘कार्बन कैप्चर, यूटिलाइजेशन एंड स्टोरेज (सीसीयूएस)’ पर एक उच्च स्तरीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया है। बैठक शुद्ध-शून्य लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण के महत्व को उजागर करने पर केंद्रित होगी। नियोजित ऊर्जा वितरण मंत्रिस्तरीय बैठक  के लिए एजेंडा निर्धारित करने और कार्य क्षेत्रों की पहचान करने के उद्देश्य से ईटीडब्ल्यूजी चार (4) कार्यकारी समूह की बैठकें आयोजित करेगा।

बैठकें निम्नानुसार होंगी:

पहली ईटीडब्ल्यूजी मीट – बेंगलुरु, 5-7 फरवरी, 2023

दूसरी ईटीडब्ल्यूजी मीट – गांधीनगर, 2-4 अप्रैल, 2023

तीसरी ईटीडब्ल्यूजी मीट – मुंबई, 15-17 मई, 2023

चौथी ईटीडब्ल्यूजी मीट – गोवा, 19-20 जुलाई, 2023

ईटीएमएम – गोवा, 22 जुलाई, 2023

भारत 19 देशों, यूरोपीय संघ और 9 अतिथि देशों के 150+ प्रतिनिधियों की मेजबानी कर रहा है। इसके अलावा, प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय संगठन और क्षेत्रीय संगठन तथा शिक्षा भागीदार बैठक का हिस्सा होंगे।भारत की जी20 अध्यक्षता सभी के लिए एक स्थायी भविष्य बनाने में सहायता करने के लिए सदस्य देशों के बीच ट्रस्टीशिप की भावना को साझा करेगी और इसमें सहयोग देगी तथा इसका निर्माण भी करेगी।

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