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@ शिमला हिमाचल
प्रदेश सरकार युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए दृढ़ प्रयास कर रही है ताकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार और स्वरोज़गार के अधिक अवसर प्राप्त हो सकें। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के युवाओं के कौशल विकास और सुधार के लिए हर सम्भव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि वे बेहतर तरीके से अपनी आजीविका अर्जित कर सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने युवाओं के कौशल विकास पर विशेष बल दिया है ताकि उन्हें उद्योगों की आवश्यकतानुसार और अधिक सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे रूचि के अनुसार अपने कौशल में निखार लाएं ताकि उन्हें लाभकारी रोज़गार उपलब्ध हो सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कौशल विकास निगम विश्व बैंक की सहायता से संकल्प कार्यक्रम संचालित कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्रदेशभर में संस्थागत प्रणाली और कौशल इको सिस्टम का सुदृढ़ीकरण करना है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में निगम ने हस्तशिल्प और हथकरघा निगम सीमित के साथ एक समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया था। उन्होंने कहा कि प्रदेश की विशिष्ट कला और शिल्प कौशल के उन्नयन और विपणन क्षमता को 200 हितधारक कारीगरों तक बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मण्डी जिले के पधर में कौशल विकास निगम के प्रशिक्षुओं और निफ्ट कांगड़ा में प्रशिक्षुओं के साथ वर्चुअल माध्यम से संवाद किया। उन्होंने पीटरहॉफ में उपस्थित कौशल विकास निगम के माध्यम से कार्यान्वित विभिन्न पाठयक्रमों के चुनिंदा प्रशिक्षुओं और लाभार्थियों से भी बातचीत की। उन्होंने इस अवसर पर कौशल विकास निगम के मोबाइल एप और ई-पत्रिका का भी विमोचन किया। उन्होंने इस अवसर पर कौशल उन्नयन गतिविधियों और परियोजनाओं से संबंधित विभिन्न संगठनों को भी सम्मानित किया।
सूचना प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. राम लाल मारकंडा ने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पॉलिटेक्निक कॉलेजों और अन्य इंजीनियरिंग संस्थानों के माध्यम से युवाओं के कौशल उन्नयन पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में 6800 से अधिक युवाओं को कैंपस साक्षात्कारों के माध्यम से नौकरी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि वाकनाघाट में बनने वाले सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का काम प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास निगम द्वारा युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए विभिन्न पाठ्यक्रम आरम्भ करने के लिए कई संस्थानों के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए गए हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की निदेशक रूपाली ठाकुर, आयुष विभाग के निदेशक विनय सिंह, हिमाचल कौशल विकास निगम के महाप्रबंधक हर्ष अमरिंदर सिंह, विभिन्न औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों और अन्य संस्थानों के प्रधानाचार्य भी इस अवसर पर उपस्थित थे।