@ रांची झारखंड
होटल प्रबंधन संस्थान, राँची द्वारा यात्रा, पर्यटन, आतिथ्य एवं संस्कृति-2022 पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में आप सभी के बीच आकर मुझे अपार खुशी हो रही है।मुझे बताया गया कि होटल प्रबंधन संस्थान, राँची एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है जो पर्यटन क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं की दिशा में समर्पित है।
यह संस्थान अपनी स्थापना के बाद से आतिथ्य और होटल प्रशासन के ज्ञान को बढ़ावा देने, उसे प्रसार करने तथा व्यावसायिक शिक्षा एवं ज्ञान के उच्च स्तर को स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।भारत की संस्कृति व सभ्यता संपूर्ण विश्व में सराही जाती है। हमारी सांस्कृतिक कलाओं की पूरे विश्व में एक पहचान है।
चाहें वो अहिंसा का नारा हो या फिर वसुधैव कुटुम्बकम (संपूर्ण विश्व हमारा परिवार है) हो, इन सभी विचारों ने हमारी ही पावन माटी में जन्म लिया है।आतिथ्य का हमारे समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान है। हमारे दर्शन में “अतिथि देवो भवः” का उल्लेख है, जिसका अर्थ है “अतिथि भगवान होता है”।
अतिथि देवो भवः” हमारे देश की उन सशक्त विचारों में से है जो हमारे देश के नैतिक मूल्यों को और भी प्रबल बनाते हैं। भारत में पर्यटन के विकास में इस भाव व दृष्टि का अहम योगदान रहा है।पर्यटन आज विश्व का अहम उद्योग और आर्थिक अंग बन गया है।इसे आर्थिक विकास एवं रोजगार सृजन का सशक्त साधन माना गया है। हमारे देश की प्राकृतिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहर, उसे पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध बनाती है।आज भारत विभिन्न श्रेणी के पर्यटन के लिए जाना जाता है।
कश्मीर से कन्याकुमारी तक प्रत्येक क्षेत्र की अपनी विशिष्टता और संस्कृति है। यहाँ के विभिन्न क्षेत्र अपने मौसम, नदियों, वन, द्वीपों, पर्वत व पठारों आदि प्राकृतिक विशेषताओं से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। साथ ही यहाँ पाये जाने वाली विविधता और सांस्कृतिक विरासत विदेश से आने वाले पर्यटकों के आकर्षण के अहम केंद्र हैं।
मैं पर्यटन स्थलों में जाने के लिए इच्छुक रहता हूँ। जिस देश में प्राकृतिक सौंदर्य नहीं है, वहाँ भी कृत्रिम रूप से विकास कर पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण बनाया जा सकता है।इस सम्मेलन का उद्देश्य यात्रा, पर्यटन, आतिथ्य और संस्कृति से संबंधित विषयों पर विचार-विमर्श करने के लिए पर्यटन और आतिथ्य के शोधकर्ताओं को एक साथ लाना है।
सम्मेलन पर्यटन क्षेत्र में वर्तमान और उभरती चुनौतियों और मुद्दों को देखते हुए इन पर रूपरेखा तैयार करेगा।मुझे पूरी आशा है कि इस सम्मेलन में सार्थक चर्चा होगी, रचनात्मक परिणाम सामने आयेंगे और कुछ ठोस सुझावों तक पहुँचने में मदद मिलेगी, जिससे नीति-निर्माताओं को देश में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र के विकास को और बढ़ावा मिलेगा। मैं सम्मेलन की सफलता की कामना करता हूँ।