@ जयपुर राजस्थान
पशुपालन विभाग के शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने कहा की राष्ट्रीय पशुधन योजना पशुपालकों के लिए रोजगार एवं आय के स्रोतों का सृजन करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण योजना है। उन्होंने कहा की मिशन का मुख्य उद्देश्य पशुपालन एवं एवं चारा क्षेत्र में विकास कर पशुपालन को समृद्ध करना है।
कुणाल बुधवार को शासन सचिवालय स्थित खाद्य भवन में राष्ट्रीय पशुधन मिशन की राज्य स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर शासन सचिव ने अधिकारियों से योजना की प्रगति की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विभागीय स्तर पर अधिकारी पशुपालकों तक योजना को प्रचार प्रसार के बेहतर माध्यमों के जरिए पहुंचना सुनिश्चित कर समय समय पर योजना की प्रगति बैठक का आयोजन भी करें।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुरेश गर्ग ने योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि योजनातंर्गत प्रोजेक्ट राशि पर पचास प्रतिशत अनुदान केंद्र सरक़ार के माध्यम से दिया जा रहा है। उन्होंने कहा की ऐसे 22 प्रोजेक्ट विभाग को राज्य के विभिन्न पशुपालकों से प्राप्त हुए है, जिन पर कार्यवाही की जा रही है ।
वही उन्होंने कहा की यह योजना खास तौर पर कुक्कुट , भेड़-बकरी, सूअर प्रजनन केंद्रों के साथ चारा मूल्य संवर्धन इकाई एवं भण्डारण इकाई जैसी आर्थिक गतिविधियों पर केंद्रित है।इस मौके पर मती कश्मी कौर, उप शासन सचिव पशुपालन विभाग सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।