@ नई दिल्ली
RIC लिमिटेड ने सीपीएसई हेतु वित्त वर्ष 2022-23 के लिए डीपीई प्रदर्शन मूल्यांकन प्रणाली के अनुसार 29 नवंबर 2022 को पीएफसी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। RIC की ओर से विवेक कुमार देवांगन, सीएमडी तथा PFC की ओर से रविंदर सिंह ढिल्लों, सीएमडी, ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर्र पर अजॉय चौधरी, निदेशक (वित्त), RIC , वी.के. सिंह, निदेशक (तकनीकी), RIC , मनोज शर्मा, निदेशक (वाणिज्य), PFC,आरआर झा, निदेशक (परियोजनाएं), PFC , और टी.एस.सी. बोश, कार्यकारी निदेशक, RIC के साथ और RIC तथा पीएफसी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
RIC लिमिटेड के बारे में: RIC लिमिटेड एक एनबीएफसी है, जो पूरे भारत में विद्युत क्षेत्र के वित्तपोषण और विकास पर ध्यान केंद्रित करती है। 1969 में स्थापित, RIC लिमिटेड ने अपने संचालन के पचास वर्षों से अधिक पूरे कर लिए हैं। यह राज्य बिजली बोर्डों, राज्य सरकारों, केंद्रीय/राज्य बिजली उपयोगिता कंपनियों, स्वतंत्र बिजली उत्पादकों, ग्रामीण विद्युत सहकारी समितियों और निजी क्षेत्र की उपयोगिता कंपनियों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
इसकी व्यावसायिक गतिविधियों में संपूर्ण विद्युत क्षेत्र मूल्य श्रृंखला की परियोजनाओं तथा उत्पादन, पारेषण, वितरण और नवीकरणीय ऊर्जा सहित विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं का वित्तपोषण शामिल हैं। हाल ही में, RIC ने अपने कार्यक्षेत्र में विविधता लाने के लिए हवाई अड्डों, मेट्रो, रेलवे, बंदरगाहों, पुलों आदि क्षेत्रों को कवर करने के क्रम में गैर-बिजली अवसंरचना तथा लोजिस्टिक्स को भी शामिल किया है।