श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, जयपुर, राजस्थान भाग : ५३४,पण्डित ज्ञानेश्वर हँस “देव” की कलम से

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श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, जयपुर, राजस्थान भाग : ५३४

आपने पिछले भाग में पढ़ा होगा, भारत के धार्मिक स्थल : श्री आशापुरा देवी माता जी मन्दिर, नाडोल, राजस्थान। यदि आपसे उक्त लेख छूट अथवा रह गया हो तो आप कृप्या करके प्रजाटूडे की वेबसाइट पर जाकर www.prajatoday.com पर धर्मसाहित्य पृष्ठ पर जा जाकर पढ़ सकते हैं।

श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, जयपुर, राजस्थान भाग : ५३४

भारत वर्ष के राज्य राजस्थान के जयपुर में आदर्श नगर स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर का 63 वा पंच दिवसीय स्थापना महोत्सव का शुभारंभ हुआ।सूरत धाम से पधारे गादीपति श्री श्री 108 श्री सूर्य नारायण जी महाराज के सानिध्य मे महोत्सव का शुभारंभ हुआ। श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर के अध्यक्ष विजय परनामी ने बताया की जयपुर। आदर्श नगर स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर का 63 वा पंच दिवसीय स्थापना महोत्सव का शुभारंभ हुआ।सूरत धाम से पधारे गादीपति श्री श्री 108 श्री सूर्य नारायण जी महाराज के सानिध्य मे महोत्सव का शुभारंभ हुआ।

श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर के अध्यक्ष विजय परनामी ने बताया की मंदिर प्रांगण से पालकी में विराजमान श्री राज जी की सवारी शोभा यात्रा निकाली गई। यात्रा मंदिर प्रांगण से प्रारंभ होकर राजा पार्क के मुख्य बाजारों में होती हुई वापस आयोजन स्थल पर पहुंची यात्रा में 101 महिलाएं एक ही गणवेश में भजन कीर्तन करते हुए चल रही थी यात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने स्वागत सत्कार किया मंदिर पहुंचने के बाद विधि विधान से ध्वजारोहण कर पंच दिवसीय आयोजनों की शुरुआत हुई ।

श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर कर हिस्सा लिया। पॉच दिन चलने वाले स्थापना महोत्सव के तहत मुखवाणी चर्च पादुका झीलना और भण्डारा आदि कार्यक्रम पूर्णाहुति पूजन और भज प्रांगण से पालकी में विराजमान श्री राज जी की सवारी शोभा यात्रा निकाली गई। यात्रा मन्दिर प्रांगण से प्रारंभ होकर राजा पार्क के मुख्य बाजारों में होती हुई वापस आयोजन स्थल पर पहुंची यात्रा में 101 महिलाएं एक ही गणवेश में भजन कीर्तन करते हुए चल रही थी यात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं ने स्वागत सत्कार किया मन्दिर पहुंचने के बाद विधि विधान से ध्वजारोहण कर पंच दिवसीय आयोजनों की शुरुआत हुई ।

इस मौके पर रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़ चढ़कर कर हिस्सा लिया। पॉच दिन चलने वाले स्थापना महोत्सव के तहत मुखवाणी चर्चा, अवतरण दिवस कार्यक्रम, गोटा पारायण, चरण पादुका झीलना और भण्डारा आदि कार्यक्रम आयोजित किए गए। महोत्सव का समापन गुरुवार 13 अप्रैल को पारायण पूर्णाहुति पूजन और भजन सत्संग के साथ में हुआ। इस मौके पर श्री प्रणामी पंचायत और श्री प्रणामी नवयुवक सभा के पदाधिकारी और जयपुर से बाहर से पधारे भक्तगण भी मौजुद रहे।

श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर में शोभायात्रा के तीन दिवसीय पुनर्नवन महोत्सव का आगाज़

आदर्श नगर राजापार्क स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर में रविवार से तीन दिवसीय पुनर्नवन महोत्सव का शुभारंभ हुआ। राजापार्क स्थित श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर में रविवार से तीन दिवसीय पुनर्नवन महोत्सव का शुभारंभ हुआ। समाज के सहयोग से तीन वर्ष में मन्दिर का जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण होने पर यह महोत्सव आयोजित किया जा रहा है।

महोत्सव के तहत रविवार सुबह छत्रसाल पार्क से श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर तक शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान बैंड बाजे और फूलों की वर्षा के साथ श्री राज श्यामा जी की सवारी निकाली गई। इस दौरान श्रद्धालु भजन कीर्तन करते चल रहे थे, वही बच्चों के द्वारा सखियों के रूप में सज धज कर श्री राज श्यामा जी को नृत्य कर रिझाया। सवारी के श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर पहुंचने पर श्री कृष्ण प्रणामी पंचायत, श्री छत्रसाल नवयुवक सभा जयपुर और प्रणामी समाज के संतो, गुरुजनों एवम् विद्वानों की उपस्थिति में स्वागत कर ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। तत्पश्चात श्री राज श्यामा जी की पधरावनी का कार्यक्रम हुआ जिसमें प्रणामी समाज के सभी धाम से पधारे संतो ने महा आरती के साथ पधरावनी कार्यक्रम और अखंड पारायण पाठ का शुभारंभ किया। मन्दिर परिसर में सुंदरसात के द्वारा किए गए भजन कीर्तन ने माहौल को भक्ति में कर दिया। इसके बाद भण्डारा प्रसादी का आयोजन किया गया।

वहीं रात्रि में मन्दिर परिसर में देश भर से आए प्रणामी समाज के सुंदरसात ने श्री राज श्यामा जी को रिझाते हुए गरबा महारास किया। हर्षोल्लास के साथ आयोजित किए गए कार्यक्रम को कोरोना महामारी की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी कार्यक्रम आयोजित किए गए।

महोत्सव के तहत सुबह 8ः15 बजे मुखवाणी चर्चा, महाप्रभु स्वामी प्राणनाथ महाराज की चरण पादुका पूजन, प्रवचन- सत्संग और स्मारक उद्घाटन के साथ रात्रि गुरुजनों का आशीर्वचन और बच्चों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मंगलवार को श्री मुखवाणी चर्चा और पारायता पूर्णाहुति और राधा अष्टमी उत्सव के साथ भण्डारे का आयोजन किया जाएगा।

श्री कृष्ण सिद्ध मन्त्र :

“ॐ देविका-नन्दनाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण: प्रचोदयात”

श्रीकृष्ण के इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन और मन से सभी दुख दूर हो जाते हैं।
व्यक्ति के जीवन से सभी दुख दूर हो जाते हैं।

हरे कृष्णा महा मंत्र:

“हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे”

यह 16 शब्दों का वैष्णव मंत्र है जो भगवान कृष्ण का सबसे प्रसिद्ध मंत्र है. इस दिव्य मंत्र का उच्चारण करने से व्यक्ति श्रीकृष्ण की भक्ति में लीन हो जाता है।

सप्तदशाक्षर महामंत्र :

“ऊं श्रीं नमः श्रीकृष्णाय परिपूर्णतमाय स्वाहा”

यह कोई साधारण मंत्र नहीं बल्कि श्री कृष्ण का सप्तदशाक्षर महामंत्र है। अन्य मंत्र शास्त्रीय मान्यताओं के अनुसार 108 बार जाप करने से ही सिद्ध हो जाते हैं लेकिन इस महामंत्र का पांच लाख जाप करने से ही सिद्ध हो पाता है।

सफलता और वैभव प्राप्ति मंत्र:

“ओम क्लीम कृष्णाय नमः”

इस मंत्र का जाप करने से मनुष्य को सफलता और वैभव की प्राप्ति होती है, लेकिन इसे नियम-कायदों के साथ जपना चाहिए. अगर आप किसी भी समस्या में हैं तो इस मंत्र का उपयोग कर सकते हैं। श्री कृष्ण की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है।

“श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा”

इस मंत्र के उच्चारण से श्रीकृष्ण की कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है।

श्री कृष्ण का इच्छा पूर्ति मंत्र :

“गोकुल नाथाय नमः”…. इस आठ अक्षरों वाले श्रीकृष्ण मंत्र का जाप जो भी भक्त करता है उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।

पण्डित ज्ञानेश्वर हँस “देव”, श्री कृष्ण को दण्डवत साष्टांग प्रणाम करते हैं।

पता :

श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, राजा पार्क, गुरुनानकपुरा, तिलक नगर, जयपुर, राजस्थान पिनकोड: 302004, भारत।

वायुमार्ग (फ्लाईट) से श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, जयपुर, कैसे पहुंचें:

हवाई यात्रा द्वारा जयपुर हवाई अड्डे से कैब द्वारा 5.9 किलोमीटर दूर पहुंचा जा सकता है जो दिल्ली, मुंबई के नियमित डोमेस्टिक उड़ानों के साथ जुड़ा हुआ है। आप हवाई अड्डे से 5.9 किलोमीटर दूर, वाया पण्डित जवाहर लाल नेहरू मार्ग से मात्र 18 मिनट्स में पहुंच जाओगे श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर।

रेल मार्ग से श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, जयपुर, कैसे पहुंचें:

रेल द्वारा जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन से बड़े शहरों जैसे दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद जैसे रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है। जो 5.9 किलोमीटर दूर है।आप आसानी से वाया पृथ्वीराज मार्ग होते हुए मात्र 13 मिनट्स में पहुंच जाओगे श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर।

सड़क मार्ग से श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, जयपुर, कैसे पहुंचें:

अंतर्देशीय बस स्थानक, सराय काले ख़ां नई दिल्ली से वाया राष्ट्रीय राजमार्ग ÑE 4 से बस अथवा अपनी कार से यदि आते हैं तो 299.9 किलोमीटर की यात्रा करके 4 घण्टे 13 मिनट्स में पहुंच जाओगे मन्दिर। सड़क मार्ग से आसानी से बस या टैक्सी द्वारा पहुंच जाओगे श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर।

श्री कृष्ण जी महाराज की जय हो। जयघोष हो।।

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