सेवा के संकल्प से प्रारंभ की नि:शुल्क शव वाहन सेवा: मुख्यमंत्री

@ भोपाल मध्यप्रदेश :-

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा जिलों के लिए आरंभ की गई शव वाहन व्यवस्था के तहत प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए वाहन रवाना किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मुख्यमंत्री निवास परिसर से झंडी दिखाकर जिलों के लिए नि:शुल्क शव वाहन भेजने के अवसर पर कहा कि मनुष्यता, सेवा भाव और समाज के गरीब वर्ग सहित अन्य जरूरतमंदों के लिए नि:शुल्क शव वाहन सेवा प्रारंभ की जा रही है।

सेवा के संकल्प के अंतर्गत जिला चिकित्सालयों के लिए दो वाहन और चिकित्सा महाविद्यालयों वाले जिलों के लिए चार शव वाहन की व्यवस्था करते हुए प्रदेश में कुल 148 शव वाहनों का संचालन प्रारंभ किया गया है। इस व्यवस्था से परिवहन सुविधा प्राप्त होने पर दिवंगत व्यक्ति की देह को ससम्मान गंतव्य स्थान तक पहुंचाने में सुविधा होगी।

यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी, जिसमें वाहन चालक की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी। शव वाहन का संचालन राज्य सरकार द्वारा संचालित शासकीय चिकित्सा संस्थानों में ही मृत्यु के प्रकरणों में उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कई प्रकार की जनहितैषी और जनकल्याणकारी योजनाएं राज्य सरकार ने शुरू की हैं। नि:शुल्क शव वाहन सेवा एक अत्यंत संवेदनशील और बड़ी योजना है जो राज्य सरकार ने शुरू की है।

एयर एम्बुलेंस और राहवीर योजना

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन हितैषी योजनाओं के माध्यम से समाज के हर सुख-दुख में साथ खड़े रहने का कार्य किया है। गरीब, युवा, महिला, किसान सभी के कल्याण के लिए केंद्र और राज्य सरकार कार्य कर रही है। जहां गंभीर रोगियों और दुर्घटनाग्रस्त नागरिकों को बड़े चिकित्सा संस्थान तक उपचार के लिए अविलम्ब भेजने के उद्देश्य से पीएम एम्बुलेंस सेवा संचालित है वहीं राहवीर योजना में दुर्घटना होने के एक घंटे की भीतर गंभीर घायल को अस्पताल पहुंचाकर उसकी जीवन रक्षा करने वाले सहयोगी नागरिक को 25 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था की गई है।

सरकार का सेवा का संकल्प पूरा होगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नि:शुल्क शव वाहन की सेवा के प्रारंभ होने से निर्धन वर्ग को विशेष मदद मिलेगी। जब सभी प्रयासों के बाद मनुष्य का जीवन नहीं बच पाता है और परिवार संकट की स्थिति में रहता है तो सबसे पहले उसे अपने परिवार के व्यक्ति के पार्थिव शरीर को निवास स्थान ले जाना होता है। नागरिकों को अक्सर यह तकलीफ उठानी पड़ती है जब पार्थिव शरीर को घर ले जाने के लिए कोई वाहन या अन्य प्रबंध न हो। इस सेवा के प्रारंभ होने से जनजागरूकता भी आएगी और सरकार का सेवा का संकल्प पूरा होगा। इस सेवा के लिए स्वास्थ्य विभाग धन्यवाद का पात्र है क्योंकि देश के अधिकांश राज्यों में यह सेवा नहीं है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा इस सेवा के प्रारंभ किए जाने के अवसर पर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र प्रसाद शुक्ला, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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