राष्ट्रीय दिनांक बुध वार आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय दिनांक 09 अग्रहायण( मार्गशीर्ष) 1944
आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 30 नवंबर 2022
इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र,आदि पर अंग्रेजी में INC 09 AGHN 1944.
हिंदी में *राष्ट्रीय सौर 09 अग्रहायण 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए।
🚩 इस दिनांक को हमारे देश के माननीय राष्ट्रपति, यशस्वी प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय के अधिकारी, भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारी व संसद के दोनों सदन अपने प्रत्येक पत्राचार में इसका प्रयोग करते हैं हमें भी इसका अनुसरण करना चाहिए क्योंकि इसमें भारत का गौरव है।
🚩 मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 09 अग्रहायण (मार्गशीर्ष) 1944 (5124).
🚩 ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 अग्रहायण (मार्गशीर्ष) मासे (वैदिक नाम सह मासे) दिनांक 09 बुध वासरे ……. नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी ऐसा कहकर हाथ से जल्द छोड़ दें. व्यक्तिगत प्रतिदिन की पूजा में तिथि नक्षत्र बोलने की आवश्यकता नहीं क्योंकि यह कर्मकांड की भाषा है।
🚩 यदि हमसे कोई पूछे कि आप कौन-कौन सी भाषा जानते हैं तो (1) हिंदी (2) प्रादेशिक भाषा (3) अंग्रेजी (4) हम संस्कृत भी जानते हैं क्योंकि पूजा के समय हम उपरोक्त संकल्प कहते हैं अथवा पूजा के समय कुछ मंत्र भी बोलते हैं जैसे कि त्वमेव माता च पिता त्वमेव।
🚩 राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
🚩 विक्रमी संवत् (सन्) 2079
🚩 युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
🚩 श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
🚩 श्री राम संवत्(सन्) 880165
🚩 सृष्टि संवत् 1955885123
🚩 संवत्सर नल 🚩 दक्षिणायन
🚩 ऋतु हेमंत
🚩 यजुर्वेद में इस महीने का नाम सहमास है
🚩 चन्द्र मास नाम = मार्गशीर्ष
🚩 पक्ष शुक्ल
🚩 तिथि सप्तमी
🚩 नक्षत्र धनिष्ठा प्रातः 7:10 तक तदुपरांत शतभिषा
🚩 दिनमान 25 घटी 52 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
🚩सूर्य उदय 6:59 सूर्य अस्त 5:20
🚩 वृश्चिक राशि में सूर्या संक्रान्ति से प्रविष्टे 15
🚩 दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो धनिया या तिल खाकर घर से निकले)
🚩 अभिजीत मुहूर्त दोपहर : to :
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
🚩 राहुकाल 12:09 pm से 01:28 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
🚩 यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
🚩 मोक्षदा एकादशी व्रत स्मार्त,(श्री गणेश, शिव, दुर्गा, सूर्य आदि के उपासक) श्री गीता जयंती 3 दिसंबर शनिवार
🚩 मोक्षदा एकादशी व्रत वैष्णव (जिनके गुरु कंठी तुलसी कंठी धारी अथवा कृष्ण राम विष्णु हनुमान के उपासक) 4 दिसंबर रविवार
🚩 गंडमूल 3 दिसंबर 05:44 am से 5 दिसंबर 7:14am तक
🚩 पंचक 29 नवंबर 7:54pm से 4 दिसंबर 6:15 am तक
🚩 सर्वार्थ सिद्धि योग 28 नवंबर 10:28 am से 29 नवंबर 6:58 am तक
🚩 सर्वार्थसिद्धि योग 3 दिसंबर 5:44 am से 5 दिसंबर 7:03 am तक
🚩 अमृत सिद्धि योग 3 दिसंबर 5:44 am से 7:02am तक
🚩 रवि पुष्य योग 11 दिसंबर 8:35 pm से 12 दिसंबर 7:08 am तक
🚩 द्विपुष्कर योग 29 नवंबर दोपहर 11:04 से 30 नवंबर प्रातः 7:00 बजे तक (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
🚩 त्रिपुष्कर योग 20 दिसंबर 9:54 am से 21 दिसंबर 00:45 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
🚩 ज्वालामुखी योग 23 दिसंबर शाम 3:40 pm से 24 दिसंबर 1:12 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)