आज इंडियन नेशनल कैलेंडर के अनुसार राष्ट्रीय सौर दिनांक 29 अग्रहायण( मार्गशीर्ष) 1944
आज ग्रेगोरियन अंग्रेजी दिनांक 20 दिसंबर 2022,मंगलवार.
इसका प्रयोग हमें चैक,NEFT, प्रवेश पत्र, जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र, आदि पर अंग्रेजी में 29 AGHN 1944.
हिंदी में *राष्ट्रीय सौर 29 अग्रहायण 1944 इस प्रकार लिखना चाहिए।
🚩 यह राष्ट्रीय दिनांक हमें अपने व्यवहार में लाना चाहिए इसका प्रचार प्रसार करना चाहिए क्योंकि यह भारत के गौरव की बात है।
🚩 मंदिर सूचना पट्ट, कथा, कीर्तन, विवाह शादी, गृह प्रवेश निमंत्रण पत्र आदि पर दिनांक इस प्रकार लिखें 29 अग्रहायण (मार्गशीर्ष) 1944 (5124).
🚩 ओम विष्णु विष्णु विष्णु श्रीमद् भगवतो महत् पुरुषस्य विष्णो राजया प्रवर्तमानस्य अद्य ब्रह्मणो द्वितीये परार्धे श्री श्वेत वराह कल्पे सप्तमे वैवस्वत मन्वंतरे अष्टा विंशति तमे कलियुग संबत 5124 अग्रहायण (मार्गशीर्ष) मासे (वैदिक नाम सह मासे) दिनांक 29 मंगलवार वासरे……नामक स्थाने ( अपना गोत्र ब नाम ) पूजा अहम् करिष्यामी ऐसा कहकर हाथ से जल्द छोड़ दें. व्यक्तिगत प्रतिदिन की पूजा में तिथि नक्षत्र बोलने की आवश्यकता नहीं क्योंकि यह कर्मकांड की भाषा है।
🚩 राष्ट्रीय शक् संवत् (सन्)1944
🚩 विक्रमी संवत् (सन्) 2079
🚩 युगाब्द या कलियुग संवत् 5124
🚩 श्री कृष्ण संवत् (सन्) 5249
🚩 श्री राम संवत्(सन्) 880165
🚩 सृष्टि संवत् 1955885123
🚩 संवत्सर नल 🚩 दक्षिणायन
🚩 ऋतु हेमंत
🚩 यजुर्वेद के अनुसार इस महीने का नाम सह मास है
🚩 प्रकृति ब सौर अंतरिक्ष विज्ञान के अनुसार इस महीने का नाम =अग्रहायण ( मार्गशीर्ष) (अंतरिक्ष विज्ञान, ऋतुओं, दिनांक तारीख Dates, नववर्ष का निर्धारण होता है)
🚩 सूर्य संक्रांति के अनुसार इस महीने का नाम = पौष (इससे त्योहार पर्व विवाह, आदि के मुहूर्त )
🚩 चन्द्र के अनुसार महीने का नाम = पौष (इसके अनुसार समुद्री यात्राएं ब व्रत उद्यापन का निर्णय होता है)
🚩 पक्ष कृष्ण
🚩 तिथि द्वादशी
🚩 नक्षत्र स्वाति प्रातः 9:54 तक तद्दोपरान्त विशाखा
🚩 दिनमान 25 घटी 25 पल (एक दिन रात 60 घटी अथवा 24 घंटे का होता है)
🚩सूर्य उदय 7:14 सूर्य अस्त 5:24
🚩 धनु राशि में सूर्या संक्रान्ति से प्रविष्टे 05
🚩 दिशाशूल उत्तर (यदि यात्रा आवश्यक हो तो गुड खाकर घर से निकले)
🚩 अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11: 56 to 12:38
(इस समय किये गये कार्य की रक्षा स्वयं भगवान विष्णु करते हैं)
🚩 राहुकाल 2:53 pm से 4:10 pm तक ( इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए ऐसा दक्षिण भारत में मान्यता है)
🚩 यह पंचांग दिल्ली के अक्षांश रेखांश पर आधारित है।
🚩 प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, उत्तरायण, शिशिर ऋतु प्रारंभ, 21 दिसंबर बुधवार
🚩 अमावस्या, श्रद्धानंद बलिदान दिवस, किसान दिवस, 23 दिसंबर शुक्रवार
🚩 राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस 24 दिसंबर शनिवार
🚩 गंडमूल 22 दिसंबर प्रातः 6:32 am से 24 दिसंबर रात्रि 1:12am तक
🚩 पंचक 27 दिसंबर 3:30 am से 31 दिसंबर 11:46 am तक
🚩 सर्वार्थ सिद्धि योग 21 दिसंबर प्रातः 8:32 से 22 दिसंबर प्रातः 6:32 तक
🚩 सर्वार्थसिद्धि योग दिसम्वर 07:16 am 7:20 pm से तक
🚩 अमृत सिद्धि योग 30 दिसंबर 11:23 am से 31 दिसंबर 7:18 am तक
🚩 रवि पुष्य योग 8 जनवरी 7:19 am से 9 जनवरी 6:04 am तक
🚩 द्विपुष्कर योग 14 जनवरी 6:13 pm से 7:22 pm तक (इस समय में किया गया कार्य दोगुना होता है)
🚩 त्रिपुष्कर योग 20 दिसंबर 9:54 am से 21 दिसंबर 00:45 am तक (इस समय किया गया कार्य तीन गुना वृद्धि होता है)
🚩 ज्वालामुखी योग 23 दिसंबर शाम 3:40 pm से 24 दिसंबर 1:12 am तक ( इस समय किया हुआ कार्य सफल नहीं होता)