अक्षरधाम स्वामीनारायण मन्दिर पाण्डव नगर,नई दिल्ली भाग : ३८१,पण्डित ज्ञानेश्वर हँस “देव” की क़लम से

Share News

अक्षरधाम स्वामीनारायण मन्दिर, नोएडा मोड़, पाण्डव नगर, नई दिल्ली भाग : ३८१

आपने पिछले भाग में पढ़ा होगा भारत के धार्मिकस्थल : रामगङ्गा तट पर बने लेटे हनुमानजी मन्दिर, बरेली, उत्तरप्रदेश। यदि आपसे उक्त लेख छूट गया या रह गया हो तो आप कृपया करके प्रजा टूडे की वेब साईट पर जाकर www.prajatoday.com धर्मसाहित्य पृष्ठ पढ़ सकते हैं! आज हम प्रजाटूडे समाचारपत्र के अति-विशिष्ट पाठकों के लिए लाए हैं:

अक्षरधाम स्वामीनारायण मन्दिर, नोएडा मोड़, पाण्डव नगर, नई दिल्ली भाग : ३८१

अक्षरधाम मन्दिर, दिल्ली का एक अनोखा साँस्कृतिक तीर्थ है। नई दिल्ली में बना स्वामिनारायण अक्षरधाम मन्दिर एक अनोखा साँस्कृतिकतीर्थ है। इसे ज्योतिर्धर भगवान स्वामिनारायण की पुण्य स्मृति में बनवाया गया है। यह परिसर १०० एकड़ भूमि में फैला हुआ है। दुनियाँ का सबसे विशाल हिन्दू मन्दिर परिसर होने के नाते २६ दिसम्बर २००७ को यह गिनीज़ बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स में शामिल किया गया है।

अक्षरधाम मन्दिर, दिल्ली का स्वामिनारायण अक्षरधाम मन्दिर के नाम से।प्रसिद्ध हैं। इस मन्दिर का सम्बन्द्ध हिंदू धर्म के देवता भगवान श्री स्वामिनारायण है। राष्ट्रीयराजमार्ग २४, नोएडा मोड़, नई दिल्ली भारत की राजधानी में स्थित है।

अक्षरधाम मन्दिर का वास्तु विवरण :

वास्तु शास्त्र एवँ पँचरात्र शास्त्र निर्माता प्रमुख स्वामी महाराज की विशेषताएँ दश द्वार हैं। ये द्वार दसों दिशाओं के प्रतीक हैं, जो कि वैदिक शुभकामनाओं को प्रतिबिंबित करते हैं। भक्ति द्वार यह द्वार परँपरागत भारतीय शैली का है। भक्ति एवँ उपासना के २०८ स्वरूप भक्ति द्वार में मण्डित हैं।

मयूर द्वार:

भारत का राष्ट्रीय पक्षी मयूर, अपने सौन्दर्य, सँयम और शुचिता के प्रतीक रूप में भगवान को सदा ही प्रिय रहा है। यहाँ के स्वागत द्वार में परस्पर गुंथे हुए भव्य मयूर तोरण एवं कलामण्डित स्तम्भों के ८६९ मोर नृत्य कर रहे हैं। यह शिल्पकला की अत्योत्तम कृति है।

अक्षरधाम मन्दिर को गुलाबी, सफेद सँगमरमर और बलुआ पत्थरों के मिश्रण से बनाया गया है। इस मन्दिर को बनाने में स्टील, लोहे और कँक्रीट का इस्तेमाल नहीं किया गया। मन्दिर को बनाने में लगभग पाँच वर्ष का लम्बा समय लगा था। श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण सँस्था के प्रमुख स्वामी महाराज के नेतृत्व में इस मन्दिर को बनाया गया था। करीब १०० एकड़ भूमि में फैले इस मन्दिर को ११ हज़ार से ज्यादा कारीगरों की मदद से बनाया गया। पूरे मन्दिर को पाँच प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है। मन्दिर में उच्च सँरचना में २३४ नक्काशीदार खम्बे और ९ अलँकृत गुबन्द, ३० शिखर होने के साथ २०,००० मूर्तियां भी सम्मिलित हैं। मन्दिर में ऋषियों और सँतों की प्रतिमाओं को भी स्थापित किया गया है।

अक्षरधाम का प्रसिद्ध फव्वारा शो :

मन्दिर में रोज़ाना शाम को दर्शनीय फव्वारा शो का आयोजन किया जाता है। इस शो में जन्म, मृत्यु चक्र का उल्लेख किया जाता है। फव्वारे में कई कहानियों का बयाँ किया जाता है। यह मन्दिर प्रत्येक सोमवार को बन्द रहता है। अक्षरधाम मन्दिर में २८७० सीढियां बनी हुई हैं। मन्दिर में एक कुण्ड भी है, जिसमें भारत के महान गणितज्ञों की महानता को दर्शाया गया है।

प्रवेश :

मन्दिर में प्रवेश फ़्री है लेकिन अन्दर जाने के अलग-अलग चार्ज हैं। मन्दिर में अँदर जाने के लिए कुछ विशेष नियम भी बने हैं। प्रवेश करने के लिए ड्रेस कोड भी बना है। आपके कपड़े कन्धे और घुटने तक ढके होने चाहिए। अगर आपने ऐसे कपड़े नहीं पहने हैं तो आप यहाँ १०० रुपये में कपड़े किराए पर भी ले सकते हैं।

अक्षरधाम का कीर्तिमान स्थापित :

अक्षरधाम मन्दिर को दुनिया का सबसे विशाल हिन्दू मन्दिर परिसर होने के नाते गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स में बुधवार, २६ दिसंबर २००७ को शामिल कर लिया गया है। गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स के एक वरिष्ठ अधिकारी एक सप्ताह पहले भारत की यात्रा पर आए और स्वामी नारायण संस्थान के प्रमुख स्वामी महाराज को विश्व रिकार्ड संबंधी दो प्रमाणपत्र भेंट किए। गिनीज व‌र्ल्ड रिकार्ड की मुख्य प्रबंध समिति के एक वरिष्ठ सदस्य माइकल विटी ने बोछासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामी नारायण सँस्थान को दो श्रेणियों के तहत प्रमाणपत्र दिए हैं। इनमें एक प्रमाणपत्र एक व्यक्ति विशेष द्वारा सर्वाधिक हिन्दू मन्दिरों के निर्माण तथा दूसरा दुनिया का सर्वाधिक विशाल हिन्दू मन्दिर परिसर की श्रेणी में दिया गया।

प्रमाणपत्र में कहा गया है :

पूज्य प्रमुख स्वामी महाराज अन्तर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त आध्यात्मिक नेता हैं और स्वामी नारायण सँस्थान के प्रमुख हैं। उन्होंने अप्रैल १९७१ से नवंबर २००७ के बीच पांच महाद्वीपों में ७१३ मन्दिरों का निर्माण करने का विश्व रिकार्ड बनाया है। इसमें साथ ही कहा गया है कि इनमें से दिल्ली का बीएपीएस स्वामी नारायण अक्षरधाम मन्दिर अद्भुत है और दुनिया का विशालतम हिंदू मन्दिर परिसर है। माइकल विटी ने कहा कि हमें अक्षरधाम की व्यापक वास्तुशिल्प योजना का अध्ययन तथा अन्य मन्दिर परिसरों से उसकी तुलना परिसर का दौरा और निरीक्षण करने में तीन माह का समय लगा और उसके बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि मंदिर गिनीज बुक में शामिल किए जाने का अधिकारी है।

दिल्ली स्थित अक्षरधाम मन्दिर ८६३४२ वर्ग फुट परिसर में फैला है। यह ३५६ फुट लम्बा ३१६ फुट चौड़ा तथा १४१ फुट ऊँचा है। यह पहला मौका है जब गिनीज बुक ने अपने विशाल धार्मिक स्थलों की सूची में किसी हिन्दू मन्दिर को मान्यता प्रदान की है।

प्रमुख आकर्षण :

मन्दिर के कुछ प्रमुख आकर्षण निम्न हैं: अक्षरधाम मन्दिर ,रात में मन्दिर: गुलाबी पत्थर और सफेद सँगमरमर से बना, मुख्य मन्दिर स्टील के उपयोग के बिना बनाया गया था। नक्काशीदार स्तम्भों, गुम्बदों और २०,००० मूर्तियों के साथ सजाया गया यह मन्दिर अत्यन्त दिव्य है। मन्दिर का केंद्रीय गुम्बन्द हॉल ऑफ वैल्यू (सहजानंद प्रदर्शन): ऑडियो- एनिमेट्रॉनिक्स शो के द्वारा ज्ञान और सजीव जीवन का सच्चा अर्थ जैसे अहिंसा, शाकाहार, नैतिकता और सामंजस्य आदि के अभ्यास का संदेश दिया जाता है। यहाँ पर स्थित प्रत्येक मूर्ति जीवंत दिखाई देती है।

विशाल फिल्म स्क्रीन :

(नीलकंठ यात्रा) :यह फिल्म एक बच्चे योगी, नीलकंठ वर्णी पर आधारित है। इस स्क्रीन में छह से अधिक कहानियों पर बनी फिल्मों को दिखाया जाता है। बोट राइड (सँस्कृत विहार) :किसी को भी अक्षरधाम में नाव की सवारी नहीं छोड़नी चाहिए। बारह मिनट की यह सवारी भारतीय विरासत के १०,००० वर्षों में एक सवारी की तरह होगी। आप इसमें वैदिक जीवन से तक्षशिला तक और प्राचीन खोजों के युग आदि सभी का अनुभव प्राप्त करेंगे।

म्यूजिकल फाउंटेन्स (यग्नपुरूष कुण्ड):

म्यूजिकल फाउंटेन्स (यग्नपुरूष कुंड) : संध्याकालीन आयोजित होने वाला संगीतमय फव्वारा भगवान, मनुष्य और प्रकृति के बीच परस्पर निर्भरता प्रदर्शित करता है।यह एक निराला अनुभव है।

गार्डन ऑफ इंडिया (भारत उपवन) :

पीतल की मूर्तियों के साथ सुसज्जित बगीचे और घास के मैदान इस पूरे परिसर को आकर्षक बनाते हैं। योगिहृदय कमल एक विशेष कमल है जो शुभ भावनाओं को दर्शाता है।

अभिषेक मंडप :इसमें नीलकंठ वर्णी की मूर्ति का जलाभिषेक किया जाता है जिसमें भजन और प्रार्थनाएं होती हैं। आगंतुकों को मूर्ति का अभिषेक करने की अनुमति है।

सहज आनन्द वॉटर शो :

यह आश्चर्यजनक शो २४ मिनट के लिये चलता है, इसमें केना उपनिषद से संबंधित कहानियों को दिखाने के लिए मीडिया के विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया जाता है। कई रंग के लेजर, पानी के नीचे की लपटें, चलचित्र सामग्री और पानी की तेज धारें इस शो को बहुत आकर्षक बनाते हैं।

स्वामीनारायण स्तुति :

स्वामी नारायण नारायण हरे हरे,बोलो नारायण नारायण हरे हरे,
भजमन नारायण नारायण हरे हरे,नारायण…..

प्रभु चर्तुभुजी नारायण हो,श्री लक्ष्मीपती नारायण हो,
सागर में शेष की शैय्यापर,श्री जगतपती नारायण हो,
नारायण,
प्रभु शंख चक्र गदाधारी,श्री त्रिभुवनपती अन्तर्यामी,
देवाधिदेव श्री विष्णु हरी,श्री सत्य नारायण स्वामी हरी,
स्वामी नारायण नारायण हरे हरे,भजमन नारायण नारायण हरे हरे,
बोलो नारायण नारायण हरे हरे…

हयग्रीव चुराया वेदों को,सागर में उसने छुपा दिया,
प्रभु मछ्ली का अवतार लिए,फिर देवो का उद्धार कियामत्स्य नारायण,
अमृत के लिए सब देव असुर,सागर का मंथन है करते,
हिलते पर्वत को पीठ धरे,श्री हरी कश्छप अवतार लिए,
कश्छप नारायण,
भजमन नारायण नारायण हरे हरे,बोलो नारायण नारायण हरे हरे,
स्वामी नारायण नारायण हरे हरे…

एक राक्षस था वो हिरण्याक्ष,पृथ्वी को जल में छुपा दिया,
अवतार लिए वाराह का हरी,उसे वध कर पृथ्वी छुड़ा दिया,
वाराह नारायण,
प्रहलाद भक्त नारायण का,था पिता हिरण्यकश्यप द्रोही,
प्रभु खम्बा फाड़ नरसिंह बने,
संहारे दानव विद्रोही,नरसिंह नारायण नरसिंह नारायण,
भजमन नारायण नारायण हरे हरे,स्वामी नारायण नारायण हरे हरे,
बोलो नारायण नारायण हरे हरे…

इन्द्रासन को पाने के लिए,बलि राजा दान यज्ञ करते,
हरी वामन रूप में मांगे दान,ब्रह्मांड तीन पग नाप लिए,
वामन नारायण वामन नारायण,दुष्टों को दंडित करने को,
भूभार हरण करने के लिए,सृष्टि को बचाने के ही लिए,
भगवान परशुराम है प्रगटे,परशु नारायण,
भजमन नारायण नारायण हरे हरे,स्वामी नारायण नारायण हरे हरे,
बोलो नारायण नारायण हरे हरे,भजमन नारायण नारायण हरे हरे….

अभिमानी और अत्याचारी,पापी रावण के घृणित काम,
उसके संहार हेतु प्रगटे,दशरथ नंदन भगवान राम,
राम नारायण,वो कंस था मथुरा का राजा,
वह दुष्ट पापी अत्याचारी,हरी उसके संहार हेतु जन्मे,
प्रभु कृष्ण गोवर्धन गिरधारी,
कृष्ण नारायण,बोलो नारायण नारायण हरे हरे,
स्वामी नारायण नारायण हरे हरे,भजमन नारायण नारायण हरे हरे…..

पता :
अक्षरधाम स्वमिनारायण मन्दिर, नोएडामोड़, पाण्डव नगर, दिल्ली भारत। पिन कोड : 110003

हवाई मार्ग से कैसे पहुँचें :

दिल्ली के इन्दिरगाँधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से कैब द्वारा वाया बाबा बन्दा सिँह बहादुर सेतु होते हुए २१.३ किलोमीटर का मार्ग तय ४९ मिन्टस में पहुँच जाओगे अक्षरधाम मन्दिर दिल्ली।

रेल मार्ग से कैसे पहुँचें :

नई दिल्ली रेल्वे स्टेशन से ९.८ किलोमीटर तय करके विकास मार्ग होते हुए ३२ मिन्टस में पहुँच जाओगे। मेट्रो रेल द्वारा वाया नोएडा लिन्क रोड़, प्रमुख स्वामी महाराज मार्ग उतरकर २ किलोमीटर की यात्रा करके ७ मिन्टस में पहुँच जाओगे अक्षरधाम मन्दिर!

सड़क मार्ग से कैसे पहुँचें :

यदि आप दिल्ली के ISBT से बस / बाइक या कार द्वारा NH ४४ से होते हुए १२.२ किलोमीटर की दूरी तय करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग से तीस मिन्ट्स में पहुँच जाओगे दिल्ली के अक्षरधाम मन्दिर।

स्वामीनारायण की जय हो। जयघोष हो।।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

LIVE OFFLINE
track image
Loading...