टिहरी गढ़वाल में एक दिवसीय अभियान से गूंजा संदेश,”बाल श्रम नहीं, शिक्षा है अधिकार”

@ टिहरी गढ़वाल उत्तराखंड :-

टिहरी गढ़वाल में 25 मई 2025 को गल्लेश्वर महादेव, कोटचौरी डॉ. मोहन सिंह पंवार के नेतृत्व में बाल श्रम के खिलाफ जागरूकता अभियान के तहत एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 15 गांवों से कार्यक्रम में 80 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को बाल श्रम के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना और शिक्षा के महत्व को समझाना था।

कार्यक्रम की थीम श्रम नहीं, शिक्षा पर आधारित थी। बच्चों को खेल-खेल में जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से बाल श्रम के प्रति सजग किया गया।

विभिन्न खेलों और गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को यह संदेश दिया गया कि शिक्षा ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कुंजी है और बाल श्रम उनके विकास में बाधा डालता है।

डॉ. मोहन सिंह पंवार ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम समाज के लिए एक गंभीर समस्या है और हमें सभी को मिलकर इसे समाप्त करने के प्रयास करने चाहिए।

उन्होंने सभी बच्चों को शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया और उन्हें बाल श्रम से दूर रहने की प्रेरणा दी। तथा बच्चों के साथ इंटरएक्टिव गेम्स, पहेलियां के जरिए यह संदेश पहुँचाया कि बाल श्रम न केवल उनके अधिकारों का हनन है, बल्कि उनके सपनों को भी छोटा कर देता है। उन्होंने बताया कि हर बच्चे का हक है कि वह स्कूल जाए, किताबों में ज्ञान पाए और खेल के मैदान में खुलकर खेले।

खेल के माध्यम से बच्चों को यह भी सिखाया गया कि बाल श्रम करने से उनके भविष्य पर बुरा असर पड़ता है और उनका शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है। उन्होंने ने कहा, खेलने की उम्र में बोझ ढोना बच्चों के जीवन के उजाले को खत्म कर देता है। हमें बच्चों को किताब, खेल और सपनों की दुनिया में रहने देना चाहिए, न कि श्रम की कठोर दुनिया में धकेलना चाहिए।

इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि और बाल श्रम के विरुद्ध जागरूकता उत्पन्न करने का महत्वपूर्ण कार्य किया गया।कार्यक्रम में डालियों का दगड़िया की पूरी टीम मौजूत थी।

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