@ गांधीनगर गुजरात :-
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने धोलेरा के निकट बावलीयारी में संत नागा लाखा बापा के पुनाह प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव और गोप ज्ञान गाथा में भाग लिया।
भारवाड़ समुदाय को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ठाकर करे ए ठीक में उनकी गहरी आस्था है, अर्थात भगवान सब कुछ ठीक कर देंगे। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय सनातन संस्कृति के पुनरुत्थान का एक नया युग शुरू हुआ है।
देश भर के मंदिर आधुनिक, भव्य और दिव्य बनने की ओर अग्रसर हैं। विरासत और प्रगति के बीच तालमेल बिठाते हुए सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि हर नागरिक इस पवित्र यात्रा का हिस्सा बने।
उन्होंने 2025 को उल्लेखनीय महत्व का वर्ष बताते हुए कहा कि इस वर्ष सरदार साहब और बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती और संविधान के अमृत महोत्सव का आयोजन हो रहा है। साथ ही ठाकरधाम की पुन्ह प्राण प्रतिष्ठा की 375वीं वर्षगांठ भी है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिलाओं द्वारा हुड़को रास का प्रदर्शन कर एक असाधारण कीर्तिमान स्थापित करने के लिए आयोजकों को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान कृष्ण के अनुयायी गोपालक समुदाय ने पशुपालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अपनी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से उन्होंने समुदाय के भीतर एकता का प्रदर्शन किया है और विश्वास का माहौल बनाया है। सीएम ने आगे कहा कि भरवाड़ समुदाय ने पारंपरिक रीति-रिवाजों को त्याग कर आधुनिक, प्रगतिशील परंपराओं को अपनाया है और शिक्षा और प्रशिक्षण के माध्यम से एक परिवर्तनकारी समाज का उदाहरण पेश किया है।
प्रधानमंत्री के इस कथन पर विचार करते हुए कि जब समाज के प्रयास सरकारी पहलों के साथ जुड़ते हैं, तो प्रगति दोगुनी हो जाती है, मुख्यमंत्री ने संत नागा लाखा चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से संचालित सामाजिक गतिविधियों की प्रशंसा की। उन्होंने लोगों से एक पेड़ माँ के नाम, कैच द रेन, स्वच्छ भारत और मोटापा मुक्त भारत अभियान जैसी पहलों में भाग लेने की सार्वजनिक अपील भी की। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया जीनियस फाउंडेशन के सीईओ पवन सोलंकी ने महंत रामबापू को प्रमाण पत्र प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने संत नागा लाखा – ठाकरधाम में दर्शन के लिए भी गए और पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर विधानसभा सदस्य जीतू वाघाणी, कालूभाई डाभी, किरीटसिंह डाभी, पूर्व विधायक भवन भरवाड, लाखा भारवाड सहित ठाकरधाम के महंत रामबापू, तोरणिया धाम के महंत राजेंद्र दास जी बापू और भरवाड समाज के नेता और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।