@ चंडीगढ़ हरियाणा
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राशन डिपुओं के माध्यम से दिए जाने वाले फोर्टिफाइड आटा की गुणवत्ता से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जाएगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि पोषक तत्वों से भरपूर इस फोर्टिफाइड राशन से गरीब लोगों के स्वास्थ्य में सुधार आए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि इस आटा की सप्लाई के बाद लोगों के स्वास्थ्य पर पड़े सकारात्मक प्रभाव का आंकलन कर जल्द से जल्द रिपोर्ट दी जाए।डिप्टी सीएम , जिनके पास खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का प्रभार भी है, ने आज यहां विभाग द्वारा पायलट के तौर पर पांच जिलों में राशन डिपुओं के माध्यम से दिए जा रहे आटा की गुणवत्ता, आपूर्ति एवं प्रभाव के बारे में समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जिन पांच जिलों (अंबाला, यमुनानगर, करनाल, रोहतक व हिसार) में राशन डिपुओं के माध्यम से फोर्टिफाइड आटा वितरित किया जा रहा है उनमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए, खराब आटा वितरित करने की शिकायतें किसी भी कीमत पर नहीं आनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि फोर्टिफाइड आटा की छोटी पैकिंग बनाई जाए ताकि पैकिंग खोलने पर खराब होने की संभावनाएं कम हों।
इस अवसर पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, हैफेड के प्रबंध निदेशक एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के महानिदेशक ए. निवास, कान्फेड के प्रबंध निदेशक जयबीर सिंह आर्य के अलावा अन्य वरिष्ठï अधिकारी उपस्थित थे।