गुजरात पुलिस की सज्जता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो पोर्टल लांच किए

@ गांधीनगर गुजरात :-

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी की उपस्थिति में इंटेलिजेंस, सर्वेलांस और कन्विक्शन हेतु समयानुकूल बदलाव लाने हुए स्ट्रीट स्पेस से लेकर साइबर स्पेस तक अपराध पर अंकुश लगाने के लिए गुजरात पुलिस की सज्जता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से दो पोर्टल लांच किए। मुख्यमंत्री ने नागरिक-केंद्रित सेवाओं के माध्यम से सरकारी कार्यालयों में लोगों का विश्वास बढ़ाने और टेक्नोलॉजी का महत्तम उपयोग हो सके; इस उद्देश्य से ये पोर्टल लॉन्च किए।

इन पोर्टल के लॉन्च होने के परिणामस्वरूप ईज ऑफ गवर्नेंस के अंतर्गत सामान्य नागरिकों को पुलिस स्टेशन जाने से राहत दिलाने वाली ऑनलाइन सुविधाएं उपलब्ध होगी।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने साइबर क्राइम रिफंड पोर्टल “तेरा तुझको अर्पण” का राज्यव्यापी शुभारंभ करवाया।

इतना ही नहीं; उन्होंने वित्तीय साइबर अपराध से संबंधित शिकायतों के आधार पर फ्रीज किए गए बैंक खातों को पुनः कार्यरत अनफ्रीज कराने के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन तथा पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने वाले शिकायतकर्ताओं को जांच की प्रगति के बारे में अपडेट रखने के लिए I-PRAGATI पोर्टल भी लॉन्च किया।

i-PRAGATI पोर्टल

ई-गुजकॉप में जांच के प्रत्येक चरण पर फॉर्म भरने की आवश्यकता होती है, जिसमें एफआईआर दर्ज करते समय, पंचनामा तैयार करते समय, आरोपी को गिरफ्तार करते समय और केस की चार्जशीट दाखिल करते समय अलग-अलग फॉर्म का समावेश होता है।

अब स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एससीआरबी) की ओर से ई-गुजकॉप में ऐसी व्यवस्था कर दी गई है कि जब भी इन चारों चरण की कार्यवाही पूर्ण हो जाएगी, तब दर्ज एफआईआर के शिकायतकर्ता को सिस्टम जनरेटेड एसएमएस भेज दिया जाएगा। इसके परिणामस्वरूप शिकायतकर्ता को जांच की प्रगति के बारे में पूरी जानकारी रहेगी।

इस सिस्टम I-PRAGATI अर्थात इन्वेस्टिगेशन प्रोग्रेस रिपोर्ट थ्रू ऑटोमैटिकल जनरेटेड एक्यूरेटेड एंड टाइमली इनफॉर्मेशन के पायलट प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद अब मुख्यमंत्री के करकमलों से इस प्रोजेक्ट का राजव्यापी शुभारंभ किया गया है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य की प्रशासनिक कार्य संस्कृति में गुड गवर्नेंस, ट्रांसपरेंसी और लेस ह्यूमन इंटरफेरेंस का जो ध्येय रखा है, वो इस पोर्टल द्वारा गृह विभाग साकार करेगा।

साइबर क्राइम रिफंड पोर्टल “तेरा तुझको अर्पण”

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 03/10/2024 को अहमदाबाद शहर में “तेरा तुझको अर्पण” पोर्टल का अनावरण किया था।

साइबर क्राइम अहमदाबाद शहर द्वारा यह पोर्टल लोक अदालत के माध्यम से साइबर अपराध के शिकार नागरिकों द्वारा खोए गए धन की वसूली की प्रक्रिया को गति देने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस पोर्टल से नागरिकों और पुलिस स्टेशनों; दोनों को लाभ होगा।

नागरिकों को इस पोर्टल से होने वाले लाभ

नागरिकों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और रियल टाइम स्टेट्स ट्रैकिंग के साथ सरल और तेज रिफंड प्रक्रिया उपलब्ध है।

साइबर अपराध में बिना एफआईआर के खोई धनराशि वापस पाने की सुविधा जनता के लिए अनुकूल एवं सुलभ है।

त्वरित कोर्ट आदेश और ऑटोमैटेड प्रक्रिया से नागरिकों का समय बचता है और उन्हें बार-बार पुलिस स्टेशन जाने की जरूरत नहीं पड़ती।

पुलिस स्टेशन को इस पोर्टल से होने वाले लाभ

प्रत्येक पुलिस स्टेशन के लिए अलग यूजर आईडी और पासवर्ड के माध्यम से डेटा की सटीक ट्रैकिंग और रियल टाइम मॉनिटरिंग संभव होगी।

ऑटोमेशन से रिफंड प्रसंस्करण पत्र स्वतः तैयार हो जाते हैं, जिससे मैनपावर कम होती है और सटीकता बढ़ती है।

आवेदकों को रिफंड के लिए कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया में, जिसमें पहले 2 से 3 घंटे लगते थे, अब केवल 15 मिनट लगेंगे, जिससे नागरिकों को सीधा लाभ मिलेगा। पुलिस स्टेशन में पेंडिंग आवेदन कम हो जाएंगे और सटीकता बढ़ जाएगी।

अहमदाबाद शहर की सफलता

पेंडिंग आवेदनों में उल्लेखनीय कमी के फलस्वरूप कार्यक्षमता में लगभग 50% से अधिक की वृद्धि हुई है।

अहमदाबाद शहर पुलिस को मिली इस सफलता के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की प्रेरणा और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के मार्गदर्शन में अब इस पोर्टल का राज्यव्यापी शुभारंभ करवाया गया है।

राज्य के सभी पुलिस स्टेशनों के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड बनाए गए हैं। अहमदाबाद सिटी पुलिस सीआईडी क्राइम के समन्वय से इस पोर्टल के शुभारंभ से पहले सभी पुलिस थानों को दो बार ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया गया। इस पोर्टल को अब मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा पूरे गुजरात में लॉन्च किया गया है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने एक और एप्लिकेशन लॉन्च की है। यह एप्लिकेशन फ्रीज किए गए बैंक अकाउंट को अनफ्रीज करने के लिए स्टेट साइबर क्राइम सेल, सीआईडी क्राइम, गांधीनगर में ऑनलाइन आवेदन करने के उद्देश्य से बनाई गई है।

अनफ्रीज एप्लिकेशन

वित्तीय साइबर क्राइम से जुड़ी शिकायत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराने पर सामने वाले के बैंक अकाउंट एनसीआरपी पोर्टल द्वारा बीएनएनएस 106 (सीआरपीसी 102) के अनुसार फ्रीज किए जाते हैं। इससे फ्रॉड के धन को बचाया जा सकता है।

राज्य पुलिस द्वारा कार्यरत होने वाले इस अनफ्रीज ऑनलाइन एप्लिकेशन की मदद से आवेदक को बैंक अकाउंट अनफ्रीज करने के आवेदन के लिए भारत के अलग-अलग राज्य से प्रत्यक्ष उपस्थित रहने की जरूरत नहीं पड़ती है।

आवेदक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और अपना आवेदन क्रमांक प्राप्त कर सकते हैं। आवेदक अपने संपर्क नंबर और व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से घर बैठे ही आवेदन का फॉलोअप स्टेट्स जांच कर सकते हैं।

इस एप्लिकेशन के माध्यम से आवेदक को उनके बैंक अकाउंट के फ्रीज होने की सूचना ई-मेल के माध्यम से दी जाती है, ताकि आवेदक को टेलीफोन कॉल करने या किसी अन्य तरीके से संपर्क करने की आवश्यकता न पड़े।

इस एप्लिकेशन का उपयोग करके आवेदक स्वयं ऑनलाइन आवेदन कर सकता है, जिससे किसी अन्य व्यक्ति की आवश्यकता नहीं होती, समय और धन की बर्बादी नहीं होती तथा पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहती है।

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ये पोर्टल लॉन्च करते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने टेक्नोलॉजी के माध्यम से नागरिकों की सेवा एवं देश की सुरक्षा का दृष्टिकोण अपनाया है, जिसे हमारी सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में टेक्नोलॉजी के उपयोग से सफलता प्राप्त कर साकार किया है।

पटेल ने जोड़ा कि प्रधानमंत्री ने नए कानूनों में यह भी सुनिश्चित किया है कि टेक्नोलॉजी की सहायता से अपराध तेजी से रोके व खोजे जाएँ तथा प्रॉसीक्यूशन तथा इन्वेस्टिगेशन तेजी से पूर्ण होने के साथ अपराधियों को जल्द सजा हो।

गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि आम नागरिक को सबसे अधिक जिस मुद्दे पर पुलिस तथा जन प्रतिनिधियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं, वह है पुलिस थाने में उसके द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जाँच तथा प्रगति की जानकारी। पिछले दो वर्ष में लोगों की इस समस्या को हमने अनुभव किया है और उसके आधार पर हमने ऐसी व्यवस्था की है कि अब शिकायकर्ता को घर बैठे अपने मोबाइल पर ही एफआईआर, पंचनामा, आरोपी की गिरफ्तारी तथा चार्जशीट जैसे विवरण एसएमएस के जरिये समय पर मिलें। इसके लिए i Pragati पोर्टल तैयार किया गया है।

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव एवं मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एम. के. दास ने कहा कि गुजरात भारत देश का ग्रोथ इंजन है। समग्र विश्व में फास्टेस्ट ग्रोइंग कंट्री भारत है और भारत में फास्टेट ग्रोइंग स्टेट गुजरात है। इसका मुख्य कारण गुजरात की शांति एवं सुरक्षा है। ऐसे में गुजरात पुलिस द्वारा शुरू किए गए ये टेक्नोलॉजी आधारित पोर्टल भविष्य में राज्य के नागरिकों को अधिक सरलता प्रदान करेंगे तथा पुलिस के प्रति विश्वसनीयता अर्जित करेंगे।

राज्य पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने इस अवसर पर जनोन्मुखी दृष्टिकोण को केन्द्र में रखकर तैयार किए गए इन तीनों पोर्टल्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस पोर्टल लॉन्चिंग अवसर पर मुख्य सचिव पंकज जोशी तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं आमंत्रित अतिथिगण उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

LIVE OFFLINE
track image
Loading...