इस वर्ष अब तक 1,545 मीट्रिक टन सेब जूस कंसन्ट्रेट का रिकॉर्ड उत्पादन : मुख्यमंत्री

@ शिमला हिमाचल

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश बागवानी उपज विपणन एवं प्रसंस्करण निगम द्वारा 4 अक्तूबर, 2024 तक तीन संयंत्रों के माध्यम से रिकॉर्ड 1,545 मीट्रिक टन सेब जूस कंसन्ट्रेट का प्रसंस्करण किया है। उन्होंने कहा कि शिमला जिला के पराला संयंत्र से 814 मीट्रिक टन, सोलन जिला के परवाणु संयंत्र से 653 मीट्रिक टन और मंडी जिला के जरोल संयंत्र से 78 मीट्रिक टन सेब जूस कंसट्रेट का प्रसंस्करण किया गया है।

ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि HPMC खरीदे गए लगभग सभी सेबों का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित कर रहा है और बहुत कम संख्या में फलों को नीलामी के माध्यम से बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि खरीद मानकों की अनुपालना करते हुए इस सीजन में खरीदे गए 92 प्रतिशत सेबों का प्रसंस्करण किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष एमआईएस के तहत हिमाचल प्रदेश में कुल 29,200 मीट्रिक टन सेब खरीदे गए हैं। इसमें से HPMC के 206 खरीद केंद्रों के माध्यम से 19,437 मीट्रिक टन, हिमफेड के 109 केंद्रों के माध्यम से 9,764 मीट्रिक टन सेब खरीदे गए। हिमाचल प्रदेश में सेब का सीजन जारी है और मंडी मध्यस्थता योजना (एमआईएस) के तहत सेब खरीदे जा रहे हैं तथा खरीद बढ़ने के साथ प्रसंस्करण में भी वृद्धि होने की संभावना है। एमआईएस के तहत सेब खरीद की गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास में, HPMC ने क्रेटों का उपयोग करके किसानों से 1,219 मीट्रिक टन सेब की खरीद की है। उन्होंने कहा कि पहली बार चंबा जिले के दूरदराज के क्षेत्र पांगी में भी सेब की खरीद शुरू हो गई है।

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार किन्नौर जिला के टापरी में जियोथर्मल कोल्ड स्टोर बनाने की योजना बना रही है। इस कोल्ड स्टोर की अगले वर्ष आरम्भ होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि HPMC ने अपनी प्रसंस्करण क्षमता में वृद्धि की है, पिछले वर्ष की 21,000 मीट्रिक टन की तुलना में क्रशिंग क्षमता में इस वर्ष 39,000 मीट्रिक टन की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त, ग्रेडिंग और पैकेजिंग क्षमता 15,900 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 33,900 मीट्रिक टन हो गई है।

पराला और जरोल की वाइन इकाइयों की संयुक्त वार्षिक क्षमता 1.50 लाख लीटर है। पराला में एक नई सिरका इकाई की वार्षिक क्षमता 50,000 लीटर है, जबकि पराला में एक नई पेक्टिन इकाई प्रति दिन 1.2 मीट्रिक टन उत्पादन कर सकती है और रेडी टू सर्व जूस इकाई की दैनिक क्षमता 20,000 लीटर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि HPMC देश में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए भारतीय वितरकों को शामिल कर रही हैं। HPMC ने दिल्ली मेट्रो स्टेशनों और देश भर के अन्य प्रमुख स्थानों पर नए खुदरा आउटलेट खोलकर बाजार में सफलतापूर्वक अपनी उपस्थिति दर्ज की है।

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