काली बाड़ी मन्दिर,मन्दिर मार्ग निकट बिड़ला मन्दिर, नई दिल्ली भाग : ३७०,पण्डित ज्ञानेश्वर हँस “देव” की क़लम से

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श्री काली बाड़ी मन्दिर, मन्दिर मार्ग, निकट बिड़ला मन्दिर, नई दिल्ली भाग : ३७०

आपने पिछले भाग में पढ़ा होगा भारत के धार्मिकस्थल : शिव साईँ मन्दिर, सेक्टर -१८, नोएडा, उत्तरप्रदेश। यदि आपसे उक्त लेख छूट गया या रह गया हो तो आप कृपया करके प्रजा टूडे की वेब साईट पर जाकर www.prajatoday.com धर्मसाहित्य पृष्ठ पढ़ सकते हैं! आज हम प्रजाटूडे समाचारपत्र के अति-विशिष्ट पाठकों के लिए लाए हैं:

श्री काली बाड़ी मन्दिर, मन्दिर मार्ग, निकट बिड़ला मन्दिर, नई दिल्ली भाग : ३७०

नई दिल्ली कालीबाड़ी मन्दिर समय | मुख्य आकर्षण | इतिहास | कैसे पहुचें |

दिल्ली का पहला कालीबाड़ी मन्दिर। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी श्री कालीबाड़ी मन्दिर समिति के पहले अध्यक्ष थे। कोलकाता कालीघाट काली मन्दिर से प्रेरित। नई दिल्ली कालीबाड़ी दिल्ली में बंगाली सँस्कृति का प्रमुख केंद्र है, दिल्ली-एनसीआर मे स्थापित यह माँ काली का सबसे पुरातन पुराना प्राचीन विशिष्ठ काली मन्दिर है।

कोलकाता में कालीघाट काली मन्दिर से प्रेरित होकर बनाया गया यह कालीबाड़ी। मन्दिर समिति की औपचारिक स्थापना सन् १९३५ में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को प्रथम अध्यक्ष बनाकर हुई। मन्दिर का उद्घाटन श्री मन्मथ नाथ मुखर्जी द्वारा की गई थी।

सन् २७ फरवरी १९६४ को मन्दिर परिसर में एक शिवालय की स्थापना भी की गई, यह धाम माँ काली मन्दिर के बाईं तरफ स्थित है। मन्दिर परिसर के साथ ही पुराना पुस्तकालय तथा रीडिंग रूम की व्यवस्था है, बंगाली धार्मिक यात्रियों के विश्राम हेतु धर्मशाला की भी सुविधा दी गई है।

कालीबाड़ी का मूल मन्दिर आज के बंगला साहिब रोड पर स्थित था, जहाँ स्थानीय बंगाली समुदाय वार्षिक दुर्गा पूजा के लिए एकत्र हुआ करते थे। वर्तमान मन्दिर की स्थापना के उपरान्त, पुराना कालीबाड़ी यहाँ स्थानांतरित कर दिया गया। नई दिल्ली कालीबाड़ी नई दिल्ली के प्रसिद्ध श्री लक्ष्मी नारायण (बिड़ला मन्दिर) के निकट स्थित है।

मेरे मित्र श्री विमल शँकर का विवाह १० सितम्बर १९९८ को हुआ। माँ कालीबाड़ी मन्दिर प्राँगण में रिसेप्शन का कार्यक्रम रखा गया था, पच्चीस वर्ष पूर्व विमल के विवाह समारोह में हम नवविवाहित पति-पत्नी भी सम्मिलित हुए थे। हमारा विवाह तीन दिन पहले ६ सितम्बर १९९८ को हुआ था। प्रजाटूडे के माध्यम से विमल शँकर एवँ उनकी पत्नी को सिल्वर जुबली वैवाहिक वर्षगाँठ की बधाई।

माँ महाकाली की आरती :

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गायें भारती,
ओमैया हमसब उतारें तेरी आरती ।।

तेरे भक्त जनों पे माता, भीर पड़ी है भारी ।
दानव दल पर टूट पडो माँ, करके सिंह सवारी ।।
सौ सौ सिंहों से तु बलशाली, दस भुजाओं वाली ।
दुखिंयों के दुखडें निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।।

माँ बेटे का है इस जग में, बडा ही निर्मल नाता ।
पूत कपूत सूने हैं पर, माता ना सुनी कुमाता ।।
सब पर करुणा दरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली ।
दुखियों के दुखडे निवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।।

नहीं मांगते धन और दौलत, न चाँदी न सोना ।
हम तो मांगे माँ तेरे मन में, इक छोटा सा कोना ।।
सबकी बिगडी बनाने वाली, लाज बचाने वाली ।
सतियों के सत को संवारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।।

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली ।
तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ।।

जानकारियाँ :

दर्शन समय: ५ : १५ प्रातः १:००दोपहर,
४:३० सायँ से १०: ३० रात्रि

प्रातः ५ : २० : मन्गला आरती
सायँ ६:१० : सँध्या आरती

त्यौहार :

नवरात्रि, शिवरात्रि, जन्माष्टमी, दुर्गा-पूजा, वाल्मीकि-जयन्ति,कोजग़री लक्ष्मी पूजा, दिवाली, काली-पूजा, सरस्वती-पूजा एवँ अन्नपूर्णा-पूजा।

धर्मार्थ सेवाएँ :

सुरक्षित पुस्तकालय, रीडिंग रूम, धर्मशाला स्थापना २२ अक्टूबर १९३८ द्वारा उद्घघाटन श्री मणिनाथ मुखर्जी समर्पित माँ नहीं। कालीबाड़ी मन्दिर के अँदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मन्दिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।

प्रवेश शुल्क :

नि:शुल्क प्रवेश।

पहले दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई।२२ अक्टूबर १९३८

कालीबाड़ी मन्दिर की स्थापना :

२७ फ़रवरी १९६४

मन्दिर मे शिवालय की स्थापना: १९३५

प्रथम मन्दिर समिति का गठन किया गया, जिसके प्रधान थे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस।

पता :

श्री काली बाड़ी मन्दिर, मन्दिर मार्ग, निकट बिड़ला मन्दिर, नई दिल्ली पीनकोड : 110001 भारत।

हवाई मार्ग से कैसे पहुँचें:

हवाई मार्ग द्वारा काली बाड़ी मन्दिर पहुँचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा दिल्ली का इन्दिरगाँधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है। यहाँ के एयरपोर्ट से मन्दिर लगभग ११.२ किलोमीटर दूर है। टैक्सी या कैब से २२ मिनट्स में पहुँचा जा सकता है श्री काली बाड़ी मन्दिर।

लोहपथगामिनी मार्ग से कैसे पहुँचें :

रेल मार्ग से श्री काली बाड़ी मन्दिर पहुँचने के लिए निकटतम मेट्रो निकट गोल मार्किट के समीप रामाकृष्णा आश्रम मार्ग रेलवे स्टेशन से ३ किलोमीटर की दूरी से ५ मिन्टस में पहुँच जाओगे श्री काली बाड़ी मन्दिर।

सड़क मार्ग से कैसे पहुँचें :

आप अपनी कार बाईक या बस से अंतर्राज्यीय बस स्थानक दिल्ली से आते हैं तो आप वाया रानी झाँसी रोड़-मन्दिर मार्ग होते हुए ७.७ किलोमीटर की यात्रा करके, राष्ट्रीय राजमार्ग से २९ मिनट्स में पहुँच जाओगे श्री काली बाड़ी मन्दिर।

श्री काली देवी की जय हो। जयघोष हो।।

11 thoughts on “काली बाड़ी मन्दिर,मन्दिर मार्ग निकट बिड़ला मन्दिर, नई दिल्ली भाग : ३७०,पण्डित ज्ञानेश्वर हँस “देव” की क़लम से

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