@ भोपाल मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास के साथ ही नक्सल गतिविधियों के नियंत्रण का कार्य सतत रूप से चलना चाहिए। स्थानीय जन के हित में भी यह बहुत आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यालय में हुई बैठक में आरसीपीएलडब्ल्यूईए (रोड कनेक्टिविटी प्रोजेक्टस इन लेफ्ट विंग अफेक्टेड एरिया) योजना में सड़क निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने वर्ष 2022 में 5 नक्सली मारे जाने पर पुलिस की हॉकफोर्स को बधाई दी। मुख्यमंत्री चौहान ने इसे उपलब्धि बताया। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, प्रमुख सचिव गृह राजेश राजौरा तथा वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बालाघाट और मण्डला जिले में 321 किलोमीटर लम्बाई की 39 सड़कों के निर्माण कार्य को तेजी से पूर्ण किया जाए। भारत के 10 राज्यों के 70 जिलों को एसआरई योजना (सुरक्षा संबंधी व्यय) में शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिण्डौरी योजना में शामिल हैं।
बताया गया कि आरसीपीएलडब्ल्यूईए योजना में केंद्र सरकार ने वर्ष 2021-22 में 31 सड़कों के निर्माण के लिए मंजूरी दी है। इनमें से 28 सड़कों के लिए कार्यादेश और निविदा की कार्यवाही प्रचलन में है। तीन अन्य मार्गों के निर्माण के लिए भी वन विभाग ने आवश्यक प्रक्रिया को पूरा किया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जहाँ सड़क निर्माण कार्यों की गति बढ़ी है वहीं, तेजी से पुल पुलियाएँ भी बनाई जा रही हैं। कुल 2662 मीटर लम्बाई की पुल-पुलियों को पूर्ण करने का लक्ष्य है। केन्द्र सरकार से स्वीकृत 17 ब्रिज और मार्गों पर आ रहे 15 ब्रिज के संबंध में परियोजना प्रतिवेदन तैयार किए जा चुके हैं।