मुख्यमंत्री ने ऊना में कोविड और सूखे की स्थिति की समीक्षा की…

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संवाददाता : ऊना हिमाचल

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने रविवार जिला ऊना के बचत भवन में कोविड-19 और सूखे जैसी स्थिति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने मुख्यमंत्री की घोषणाओं के कार्यान्वयन की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों के चुने हुए प्रतिनिधियों को लोगों को फेस मास्क, सामाजिक दूरी बनाए रखने और प्रदेश सरकार द्वारा जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं और सामाजिक एवं धार्मिक समारोहों के दौरान अनुमति से अधिक संख्या में एकत्रित न होने के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा।
 
उन्होंने कहा कि वे राज्य के स्वास्थ्य विभाग और कोविड की पाॅजिटिव रिपोर्ट के कारण होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के मध्य एक सेतु के रूप में कार्य करके महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होंने नागरिक संगठनों से भी आग्रह किया कि वे कोविड-19 के लिए स्वयं की जांच करवाने के लिए लोगों को आगे आने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इससे न केवल कोरोना मामलों का समय रहते पता लगाने में मदद मिलेगी, बल्कि इस वायरस के प्रसार को रोकने में भी सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वेच्छा से परीक्षण के लिए आगे आना चाहिए क्योंकि यह न केवल उनकी रक्षा करेगा बल्कि इस वायरस को फैलने से रोकने में भी मदद करेगा।
 
उन्होंने जिले में सूखे जैसी स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि विभिन्न जल आपूर्ति योजनाओं को जोड़ने के प्रयास के अलावा विभिन्न गांवों में पानी की आपूर्ति और पानी की कमी वाले क्षेत्रों की बस्तियों को जलापूर्ति की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में सर्दियों के मौसम में बहुत कम बारिश और बर्फ पड़ी है, जिससे जल स्रोतों पर प्रभाव पड़ा है और पानी की आपूर्ति बाधित हुई है।
 
ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि सीमावर्ती जिला होने के नाते, बकायेदारों के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर विशेष बल देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जिले में सूखे जैसी स्थिति के कारण यहां के कृषि और अन्य कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से जिले में कार्यान्वित की जा रही परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए पर्याप्त धनराशि प्रदान करने का भी आग्रह किया।
 
स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा कि सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को होम आइसोलेशन में रखे गए कोविड-19 रोगियों के प्रति और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि कुल कोविड रोगियों में से लगभग 90 प्रतिशत होम आइसोलेशन में हंै। उन्होंने कहा कि इससे न केवल कोविड रोगियों की शीघ्र स्वस्थ होने में मदद मिलेगी, बल्कि स्वास्थ्य संस्थानों पर भी बोझ कम होगा।
 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऊना ने जिले में कोविड की स्थिति पर विस्तार में प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि जिले में कोविड-19 के 781 सक्रिय मामले हैं और अब तक 88 लोगों की जान गई है। जिले का पाॅजीटिवटी दर 4.5 प्रतिशत है जो काफी चिन्ताजनक है। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक लगभग 98704 लोगों को कोविड की पहली खुराक और 8835 लोगों को दोनों खुराकें दे दी गई हैं। लोगों को बेहतर उपचार सुविधा प्रदान करवाने के लिए जिले में पर्याप्त स्वास्थ्य सामग्री उपलब्ध है।
 
विभिन्न हितधारक जैसे व्यापार मण्डल, धार्मिक, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी इस बैठक में भाग लिया और अपने विचार साझा किए।राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सत्तपाल सिंह सत्ती, विधायक राजेश ठाकुर, बलवीर चैधरी, उपाध्यक्ष हिमुडा प्रवीन शर्मा, उपाध्यक्ष एचपीएसआईडीसी प्रो. रामकुमार, जिला परिषद की अध्यक्षा नीलम कुमारी, उपाध्यक्ष किशन, पुलिस अधीक्षक ऊना अर्चित सेन और वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।

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