संवाददाता : भोपाल मध्यप्रदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार स्मार्ट उद्यान में मौल का पौधा लगाया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक नागरिक पौधारोपण करें। यह पृथ्वी के अस्तित्व के लिए बहुत उपयोगी है।
मौल एक सुपरिचित वृक्ष के साथ औषधीय वृक्ष है। इसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। इसके चमकीले हरे-पत्ते वृक्ष की सुन्दर बनावट मन को मोह लेती है। अगर आप आये दिन सिर-दर्द से परेशान हैं तो मोल के अर्क को सिर पर लगाने से आराम मिलता है। घाव को सुखाने के लिए प्रयोग होता है। मोल की छाल के काढ़े में पीपल, शहद और घी मिलाकर कुछ देर तक मुख में रखने से दांतों का दर्द समाप्त हो जाता है।
छाल के काढ़े से कुल्ला करने से हिलते हुये दांत जम जाते हैं। फोड़े-फुंसी किसी भी घाव को सुखाने के लिए अथवा फोड़े-फुसिंयों के उपचार के लिए मोल के फल-फूल एवं छाल को सुखाकर, उनके चूर्ण को घी में मिलाकर रोग वाले स्थान पर लगाने से घाव, फोड़े-फुंसी आदि सब ठीक हो जाते है।