नौकरी के दौरान विकलांग होने पर वीआरएस या नौकरी कर्मचारी न छोड़ें : दिलबाग सिंह

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@ सिद्धार्थ पाण्डेय गुवा/ जमशेदपुर झारखंड

बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन इंटक उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में इंटक के उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह ने श्रमिकोंके हित में वार्ता करते हुए उन्हें केंद्र सरकार से मिलने वाली सुविधाओं के प्रति सचेत एवं आगाह किया बैठक को संबोधित करते हुए दिलबाग सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने सभी विभागों से कहा है कि शारीरिक अक्षमता के कारण किसी कर्मचारी का प्रमोशन नहीं रुकना चाहिए। यही नहीं, अगर कोई कर्मचारी नौकरी के दौरान विकलांग होने या मेडिकल आधार पर वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) मांगे, तो उसे सर्विस जारी रखने को कहें।

कार्मिक विभाग ने विकलांगों को समानता के अधिकार कानून का हवाला देते हुए यह गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि हर सरकार या विभाग अपने कर्मचारी को ऐसी स्थिति में समझाएं कि उसके पे-स्केल और सर्विस बेनीफिट में कोई बदलाव नहीं होगा। आदेश में यह भी साफ है कि यदि कोई विकलांग होने के बाद अपने पहले वाले काम के लिए उपयुक्त न हो तो उसके स्केल या पद में बदलाव किए बिना उसे दूसरा काम सौंपा जाए। बोकारो स्टील वर्कर्स यूनियन इंटक के उपाध्यक्ष दिलबाग सिंह द्वारा गुवा स्थित इंटक कार्यालय में सेल कर्मियों को बैठक में जानकारी मिलने पर उनमें हर्ष देखा गया। उन्होंने कहा कि ऐसा देखा गया है कि लोग नौकरी के दौरान विकलांग होने पर वीआरएस ले लेते हैं। इसलिए यह गाइडलाइन बनाई गई है।

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