प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र में 11 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया

Share News

@ मुंबई  महाराष्ट्र

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र में 75000 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इसमें 1500 करोड़ से अधिक की राष्ट्रीय रेल  परियोजनाएं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वन हेल्थ नागपुर और नाग नदी प्रदूषण उपशमन परियोजना नागपुर शामिल हैं। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने सेंट्रल इंस्टीट्यूटऑफपेट्रोकेमिकल्स इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी चंद्रपुर को राष्ट्र को समर्पित किया और सेंटर फॉर रिसर्च मैनेजमेंट एंड कंट्रोल ऑफ हीमोग्लोबिनोपैथिस चंद्रपुर का उद्घाटन किया।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने नागपुर से बिलासपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना किया नागपुर मेट्रो के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित किया और नागपुर मेट्रो के दूसरे चरण की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने नागपुर और शिरडी को जोड़ने वाले 520 किलोमीटर लंबे हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग के पहले चरण का भी उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री ने 1575 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किए जा रहे एम्स नागपुर को भी राष्ट्र को समर्पित किया यह अत्याधुनिक सुविधाओं वाला अस्पताल है जिसमें ओपीडी आईपीडी डायग्नोस्टिक सेवाएं ऑपरेशन थिएटर और चिकित्सा विज्ञान के सभी प्रमुख विशेषता और सुपर स्पेशियलिटी विषयों को कवर करने वाले विभाग सहित 38 सुविधाएं उपलब्ध हैं। यह अस्पताल महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करता है और गढ़चिरौली गोंदिया और मेलघाट के आसपास के आदिवासी क्षेत्रों के लिए एक वरदान है।

सभी 11 परियोजनाओं के बारे में बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग अब नागपुर से शिरडी तक तैयार है एम्स से विदर्भ के लोगों को लाभ होगा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वन हेल्थ की स्थापना आईसीएमआर का अनुसंधान केंद्र चंद्रपुर सीआईपीटी चंद्रपुर की स्थापना नाग नदी के प्रदूषण को कम करने के लिए नागपुर में विभिन्न परियोजनाएं मेट्रो चरण I का उद्घाटन और चरण II का शिलान्यास नागपुर से बिलासपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस नागपुर के पुनर्विकास की परियोजना और अजनी रेलवे स्टेशन अजनी में 42 हजार हॉर्स पावर के रेल इंजन के मेंटेनेंस डिपो का उद्घाटन और नागपुर-इटारसी लाइन के कोहली-नरखेड रूट का उद्घाटन किया गया है। प्रधानमंत्री ने इन पूर्ण और आगामी परियोजनाओं के लिए महाराष्ट्र के लोगों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि परियोजनाएं इस बात का भी प्रमाण है कि डबल इंजन की सरकार महाराष्ट्र में कितनी तेज गति से काम कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समृद्धि महामार्ग न केवल नागपुर और मुंबई के बीच की दूरी को कम कर रहा है बल्कि महाराष्ट्र के 24 जिलों को आधुनिक कनेक्टिविटी से भी जोड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के अलावा इन कनेक्टिविटी परियोजनाओं से क्षेत्र के किसानों  तीर्थयात्रियों और उद्योगों को लाभ होगा।

इन परियोजनाओं की अंतर्निहित योजना पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है उनमें इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का समग्र दृष्टिकोण दिखता है। उन्होंने कहा एम्स नागपुर एक अपने-आप में अलग तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर है और समृद्धि महामार्ग दूसरी तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर है। इसी तरह वंदे भारत एक्सप्रेस और नागपुर मेट्रो दोनों ही एक अलग प्रकार का करैक्टर यूज इंफ्रास्ट्रक्चर था लेकिन ये सब एक बुके में एक गुलदस्ते में अलग-अलग फूलों की तरह हैं जिससे निकलकर विकास की खुशबू जन-जन तक पहुंचेगी। डबल इंजन सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चाहे वह आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवा की बात हो या धन सृजन की चाहे वह किसान को सशक्त बनाने की बात हो या जल संरक्षण की यह पहली बार है जब सरकार ने एक मानवीय रूप दिया है। बुनियादी ढांचे के लिए जहां एक मानवीय स्पर्श हर किसी के जीवन को प्रभावित कर रहा है।

केदारनाथ उज्जैन से पंढरपुर तक हमारे सांस्कृतिक इंफ्रास्ट्रक्चर का उदाहरण है 45 करोड़ से ज्यादा गरीब लोगों को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ने वाली जनधन योजना हमारे फाइनेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि नागपुर एम्स जैसे आधुनिक अस्पताल और मेडिकल कॉलेज खोलने का अभियान मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर का एक उदाहरण है। उन्होंने कहा इंफ्रास्ट्रक्चर को सिर्फ बेजान सड़कों और फ्लाईओवर तक सीमित नहीं कर सकते इसका विस्तार बहुत बड़ा है।

प्रधानमंत्री ने गोसेखुर्द बांध का उदाहरण दिया जिसकी नींव लगभग 400 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से तीस से पैंतीस साल पहले रखी गई थी लेकिन कभी पूरी नहीं हुई। मोदी ने बताया कि बांध की अनुमानित लागत अब बढ़कर 18 हजार करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने कहा 2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद इस बांध पर काम तेज हुआ है और हर समस्या का समाधान हुआ है।” प्रधानमंत्री ने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस साल यह बांध पूरी तरह तैयार हो चुका है।

वंचितों की प्राथमिकता के विषय पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने विक्रेताओं और 100 से अधिक आकांक्षी जिलों के लिए आसान ऋण जैसे कदमों के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मराठवाड़ा और विदर्भ सहित देश के 100 से अधिक जिले विकास के कई मानकों पर पिछड़े हुए हैं। उन्होंने कहा पिछले 8 वर्षों से हम इन वंचित क्षेत्रों को तेजी से विकास के लिए ऊर्जा के नए केंद्रों में बदलने की दिशा में काम कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसे देशों का उदाहरण दिया जो कभी गरीब माने जाते थे लेकिन बुनियादी ढांचे के संबंध में तेजी से विकास के साथ अपनी तकदीर बदलने में कामयाब रहे और अब अर्थव्यवस्था के बड़े केंद्र बन गए हैं। उन्होंने दोहराया कि समय की मांग है कि सरकारी खजाने का एक-एक पैसा युवा पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण पर खर्च किया जाए।

प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं और करदाताओं से भी आग्रह किया कि वे स्वार्थी राजनीतिक दलों का पर्दाफाश करें जो कम कमाएं अधिक खर्च करें की नीति पर चलते हैं। प्रधानमंत्री ने दुनिया के ऐसे कई देशों के बारे में बताया जहां ऐसी खराब नीति के निर्माण के कारण पूरी अर्थव्यवस्था चरमरा गई। दूसरी ओर प्रधानमंत्री ने देश में सतत विकास और सतत समाधान के प्रयासों के प्रति लोगों के समर्थन पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा गुजरात के चुनाव परिणाम स्थायी विकास और स्थायी समाधान की आर्थिक नीति का परिणाम है।

इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.

LIVE OFFLINE
track image
Loading...