@ नई दिल्ली
राजस्थान के उदयपुर में दो कारोबारी समूहों पर आयकर विभाग की छापे की कार्रवाई में बड़ी काली कमाई का खुलासा हुआ है। आयकर विभाग द्वारा अंकुर ग्रुप एवं एक्मे ग्रुप के 37 ठिकानों पर की गई छापे की कार्रवाई में अब तक 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की अघोषित संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए जा चुके हैं। रिएल एस्टेट एवं ऑटो फाइनेंस कारोबारी अंकुर ग्रुप और एक्मे ग्रुप द्वारा सबसे ज्यादा अघोषित संपत्ति का निवेश रिएल एस्टेट सेक्टर में करने का खुलासा हो रहा है।
ग्रुप संचालकों ने जमीनों की खरीद-फरोख्त में बड़े पैमाने पर अघोषित निवेश किया है। ऑटो फाइनेंस कंपनियों के जरिए रिएल एस्टेट से होने वाली ब्लैक मनी को लोन के रूप में नकदी में देते थे। लोन लेने वालों से मूलधन और ब्याज को किश्तों के रूप में चैक से या ऑन लाइन ट्रांसफर से करवाते थे, जिससे ब्लैकमनी को व्हाइट में बदला जा सके।
आयकर विभाग ने छापे की इस कार्रवाई में दस किलो से ज्यादा सोने के आभूषण भी जब्त किए हैं। वहीं 1।25 करोड़ रुपए की अघोषित नकदी अभी तक जब्त की जा चुकी है। आयकर विभाग को छापे की इस कार्रवाई में करीब डेढ़ दर्जन अघोषित लॉकर्स मिले हैं जिनमें से एक दर्जन लॉकर्स को ऑपरेट करना अभी बाकी है। अघोषित लॉकर्स को ऑपरेट करने पर आयकर विभाग को नकदी, ज्वैलरी और संपत्तियों के दस्तावेज मिलने की उम्मीद है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापे में मिले सभी दस्तावजों को जब्त कर लिया है। आयकर की टीमें सभी दस्तावेजों की जांच कर अघोषित संपत्ति का खुलासा कर सकती है। आज देर शाम तक अंकुर ग्रुप और एक्मे ग्रुप के संचालकों द्वारा दस्तावेजों के आधार पर स्वयं द्वारा अघोषित संपत्ति सरेंडर करने की उम्मीद है।