@ जयपुर राजस्थान
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा की सभी संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर लंबित प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण करें। उन्होंने संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर को सम्बोधित करते हुए कहा कि कार्यालय में एक उचित फॉर्मल ड्रेस कोड लागू होना सुनिश्चित हो। गर्मियों को देखते हुए उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि अपने स्तर पर एक-एक पेड़ लगाए। उन्होंने जल संकट तथा जल संरक्षण पर भी जोर दिया और कहा की गर्मियों को देखते हुए सभी को पानी की महत्वता समझनी चाहिए और जल संरक्षण करना चाहिए।
मुख्य सचिव सोमवार को शासन सचिवालय में समस्त संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशासनिक सुधार की बैठक ले रहे थे। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह ई-फाइल का एवरेज डिस्पोसेबल टाइम को कम कर ई-फाइल को समय पर पूरा करे और जल्द से जल्द इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर शिफ्ट हों, जिससे एवरेज डिस्पोजेबल टाइम में कमी आये। उन्होंने संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए की ई- फाइलिंग जिला स्तर पर ज्यादा से ज्यादा हो।
मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर को दौरे एवं निरीक्षण पर जाने के निर्देश दिए और सभी जिला कलेक्टर को बताया कि एक्सप्रेस वे पर हो रहे रोड एक्सीडेन्ट पर पुलिस एवं ट्रांसपोर्ट की मदद से नियंत्रण करें।
उन्होंने सभी जिला कलेक्टर को निर्देश दिए कि अवैध खनन पर रोकथाम की जाये, अतिसंवेदनशील जिले सर्तक रहे। उन्होंने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पीएचईडी विभाग को निर्देशित किया कि जहां पानी की अधिक समस्या है वहां प्राथमिकता के साथ पानी की आपूर्ति समय पर हो। जिससे ग्रीष्म ऋतु में आमजन को सुचारू रूप से जलापूर्ति की जा सकें। साथ ही, विद्युत विभाग को निर्देश दिये कि ग्रीष्म ऋतु के चलते बिजली की आपूर्ति सतत् रुप से की जाये।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि सभी जिला अस्पतालों में पेयजल आपूर्ति नियमित रूप से की जाये। साथ ही उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया आदि जन जागरूकता के माध्यम से नियंत्रित रहें, इसके लिए आमजन को जागरूक करें।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह, जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सचिव समित शर्मा, सूचना एवं तकनीकी संचार विभाग की सचिव आरती डोगरा, विद्युत विभाग के प्रबंध निदेशक भानू प्रकाश एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।