@ जयपुर राजस्थान
शासन सचिव कृषि एवम् उद्यानिकी राजन विशाल और आयुक्त कृषि चिन्मयी गोपाल ने उद्यान विभाग द्वारा स्थापित पॉली हाउस व सोलर पंप का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान कृषकों ने बताया कि पहले इस भूमि का उपयोग पशुओं के चारागाह के रूप में किया जाता था, जानकारी एवम प्रशिक्षण के बाद पॉली हाउस लगाया। पॉली हाऊस लगाने से खीरा, शिमला मिर्च, टमाटर आदि की उत्पादन क्षमता में वृद्धि होने से आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा रहा है। जिससे कृषकों के आर्थिक और सामाजिक स्तर में सुधार हुआ है।
शासन सचिव ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि अधिक से अधिक फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (FPO) का निर्माण कर किसानों को लाभ पहुंचाएं, ताकि उचित दर पर आदान उपलब्ध होने से उत्पादन में लागत कम होगी। इसके साथ ही विभागीय नर्सरी की स्थापना की जाकर सब्जियों, फलदार पौधों की पौध तैयार कर आपूर्ति करावे।
शासन सचिव कृषि एवम् उद्यानिकी द्वारा कृषकों से विचार विमर्श कर कृषि व उद्यानिकी में आने वाली समस्याओं तथा समाधान के बारे में जानकारी ली गई। किसानों द्वारा पॉली हाउस, सोलर वाटर पंप, ग्रीन शेड नेट ,कोल्ड स्टोरेज, पैक हाऊस आदि के लक्ष्य बढ़ाने हेतु निवेदन किया गया। राजन विशाल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि कृषकों की समस्या को देखते हुए लक्ष्यों की मांग भिजवाने तथा कन्वर्जेंस से लाभान्वित करावे।
विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया कि किसान समूहों में उत्पादित उत्पाद को बड़े शहरों में ले जाकर अच्छी दर पर विक्रय करते है। निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग द्वारा अनुदान लेकर तार बंदी की हुई मिली। किसानों ने बताया कि तारबंदी द्वारा जंगली जानवरों तथा पशुओं से होने वाले नुकसान का बचाव हो रहा है। खेत में धान, मक्का व सोयाबीन की फसल और सब्जियां लगाई हुई है, जिनकी सिंचाई सोलर पंप द्वारा की जा रही है। इस दौरान निरीक्षण में अतिरिक्त निदेशक कृषि (आदान) डॉ. सुवालाल जाट सहित बांसवाड़ा के विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।