श्री हनुमान मन्दिर, पहाड़ गंज, नई दिल्ली भाग : ४०१
आपने पिछले भाग में पढ़ा होगा भारत के धार्मिक स्थल : श्री शिव नवग्रह मन्दिर धाम, चाँदनी चौक, नई दिल्ली। यदि आपसे उक्त लेख छूट गया या रह गया हो तो आप कृपया करके प्रजा टूडे की वेब साईट पर जाकर www.prajatoday.com धर्मसाहित्य पृष्ठ पढ़ सकते हैं! आज हम प्रजाटूडे समाचारपत्र के अति-विशिष्ट पाठकों के लिए लाए हैं:
श्री हनुमान मन्दिर, पहाड़ गंज, नई दिल्ली भाग : ४०१
श्री हनुमान मन्दिर पहाड़ गंज में आकर किसी भी सनातनी को दिव्यता की अनुभूति होगी। यह भव्य, सुंदर, अद्भुत, हनुमत प्रकट स्थल है। ।।जय श्री राम।। हनुमान जी महाराज की जय।
श्री हनुमान मन्दिर प्रेम नगर नई दिल्ली में है इस मन्दिर में भगवान श्री राम के अनन्य भक्त श्री हनुमान जी महाराज की मूर्ति स्थापित है जो मूर्ति बहुत अच्छी है, भव्य है सुन्दर है एवँ मन को भाने वाली है। यह हनुमान मन्दिर मनोहारी मन्दिर में साफ सफाई अच्छी है। मन्दिर पत्थरों का बना हुआ है। मन्दिर में दर्शन को भक्त गण आरती के समय आते रहते हैं मन6 प्रबंधन बड़ा अच्छा है। जिसने दर्शनार्थियों हेतु पीने के पानी की व्यवस्था की हुई है।
मन्दिर के बाहर पार्किंग की व्यवस्था है इस मन्दिर में दर्शन करने से मन को शाँति मिलती है, सुकून मिलता है एवँ आनन्द आता है। बड़ों के साथ बच्चों को भी बड़ा अच्छा लगता है। बच्चे यहाँ खेलते हैं, मनोरंजन करते हैं उन्हें बड़ा आनंद आता ।है यहाँ आने के लिए टैक्सी ऑटो बस सुविधाएं उपलब्ध हैं दर्शनार्थियों को रोकने के लिए आसपास होटल में उपलब्ध हैं दर्शनार्थियों के भोजन के लिए आसपास भोजनालय भी उपलब्ध हैं जिसमें भोजन मिल जाता है।
श्री हनुमान जी भगवान श्री राम चन्द्र जी के एक उत्साही भक्त हैं और भारतीय उपमहाद्वीप और दक्षिण पूर्व एशिया में पाए जाने वाले महाकाव्य रामायण के विभिन्न सँस्करणों में केंद्रीय पात्रों में से एक हैं।
प्रसिद्ध चिरंजीवी मन्त्र :
ये है अष्ट चिरन्जीवियों से संबंधित प्रचलित श्लोक :
कृप: परशुरामश्च सप्तएतै चिरजीविन:॥ सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम्। जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जित।।
श्लोक का सरल अर्थ :-
१.अश्वथामा, २.दैत्यराज बलि, ३.वेद व्यास, ४.हनुमान, ५.विभीषण, ६.कृपाचार्य, ७.परशुराम और ८.मार्कण्डेय ऋषि।
इन आठ चिरन्जीवियों को रोज सुबह जाप करना चाहिए। जब पहली बार माता सीता से हनुमान जी अशोक वाटिका में मिले तब ही सीता मैया ने अति प्रसन्न होकर हनुमानजी को चिरंजीवी होने का आशीर्वचन दिया। चिरँजीवी में से एक के रूप में, उनका उल्लेख कई अन्य ग्रंथों, जैसे महाभारत, विभिन्न पुराणों और कुछ जैन, बौद्ध और सिख ग्रंथों में भी मिलता है। बाद के कई ग्रंथ भी उन्हें शिव के अवतार के रूप में प्रस्तुत करते हैं। हनुमान जी को माँ अंजना और केसरी के पुत्र हैं इन्हेँ अंजनीलाल और केसरी नन्दन और पवन देवता के पुत्र के नाम से भी कहा जाता है। श्री राम दूत हनुमान के नाम से हनुमानजी अति प्रसन्न होते हैं, इनका सिद्ध मन्त्र है :
ॐ श्री रामदूताय नमः
भारत के सबसे पुराने हनुमान मन्दिरों में से एक, नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में बाबा खड़क सिंह मार्ग पर स्थित है। यह एक प्राचीन हिंदू मन्दिर है और दिल्ली में महाभारत के दिनों के पाँच मन्दिरों में से एक होने का दावा किया जाता है।
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार, कौरवों के खिलाफ कुरुक्षेत्र युद्ध जीतने के बाद पाँडवों ने इस हनुमान मन्दिर सहित पाँच मन्दिरों का निर्माण किया। ऐसा प्रतीत होता है कि मूल मन्दिर का निर्माण महाराजा जय सिंह ने जँतर-मन्तर के समय ही करवाया था, लेकिन तब से बड़े पैमाने पर इसका नवीनीकरण किया गया है।
श्री गोस्वामी तुलसीदास ने भगवान् श्री हनुमानजी की बहुत ही सुन्दर स्तुति लिखी गई हैं जिसका पाठ कर हनुमान जी को प्रसन्न किया जाता है। श्री हनुमान जी स्तुति के द्वारा भगवान् से प्रार्थना की जाती है कि वो पधारे और विराजमान हो| इस स्तुति (स्तवन) का पाठ हनुमान जी की पूजा में सबसे पहले किया जाता है और इसके पाठ के पश्चात हनुमान चालीसा, बजरंग बाण आदि का पाठ किया जाता है और पूजा के अंत में हनुमान जी की आरती की जाती है। जैसा की इस स्तुति में लिखित है।
श्री हनुमानजी स्तुति :
यत्र यत्र रघुनाथकीर्तनम, तत्र तत्र कृतमस्तकान्जलिम ||
अर्थात:- जहाँ जहाँ श्री रघुनाथ जी का कीर्तन होता है वहां वहां हनुमान जी आवश्य होते है, हनुमान जी की पूजा के बाद श्री रघुनाथ जी का कीर्तन भजन, श्री राम चन्द्र जी की आरती अवश्य करनी चाहिए।
पता :
श्री हनुमान मन्दिर, 773, गली नँ०-1, प्रेम नगर, आर्या नगर, पहाड़ गंज, नई दिल्ली पिनकोड :110055 भारत।
हवाई मार्ग से कैसे पहुँचे मन्दिर :
हवाई जहाज़ से जाने पर, निकटतम हवाई अड्डा पालम दिल्ली का इन्दिरगाँधी एयरपोर्ट है। आप कैब या कोई सार्वजनिक परिवहन ले सकते हैं जो आपको आसानी से १४.७ किलोमीटर की दूरी तय करके ३० मिन्टस में, वन्दे मातरम मार्ग होते हुए आप पहुँचोगे पहाड़ गंज के श्री हनुमान मन्दिर।
रेल मार्ग से कैसे पहुँचे मन्दिर :
नई दिल्ली जंक्शन के निकट ०.५५० किलोमीटर की दूरी से ४ मिनट्स में तथा रामा कृष्णा आश्रम मार्ग मेट्रो ट्रेन रेलवे स्टेशन से पैदल रास्ता है। वहाँ से पैदल ही पहुँचा जा सकता है। कुछ दूरी तय करके आप पहुँचोगे पहाड़ गंज के श्री हनुमान मन्दिर।
सड़क मार्ग से कैसे पहुँचे मन्दिर :
ISBT से आने के लिए बस, अपनी कार या बाईक से आते हैं तो राष्ट्रीय राजमार्ग क़ुतुब मार्ग से होते हुए आप ३.५ किलोमीटर की यात्रा करके १५ मिन्टस में पहुँच जाओगे पहाड़ गंज के श्री हनुमान मन्दिर।
श्री रामभक्त हनुमान जी की जय हो। जयघोष हो।।