सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर सिमरिया छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश भाग: २५०,पँ० ज्ञानेश्वर हँस “देव” की क़लम से

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सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर सिमरिया, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश भाग: २५०

आपने पिछले भाग में पढ़ा होगा महादेव मन्दिर, चौरागढ़, पँचमणि मध्यप्रदेश! यदि आपसे उक्त लेख छूट अथवा रह गया हो तो आप प्रजा टुडे की वेबसाईट http://www.prajatoday.com पर जाकर धर्म साहित्य पृष्ठ पर जाकर पढ़ सकते हैं! आज हम आपके लिए लाएं हैं।

भारत के धार्मिक स्थल : सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर, सिमरिया, छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश! भाग: २५०

सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर सिमरिया छिंदवाड़ा में भगवान हनुमान की १०१ फ़ुट विशाल प्रतिमा का निर्माण कराया गया! २५ अक्टूबर २०१२ को यहाँ भूमि पूजन किया गया! यह मन्दिर परिसर पाँच एकड़ भूमि में फैला हुआ है! ​इस १०१ फ़ुट की मूर्ति बनाने के लिए कुशल कारीगरों को राजस्थान से बुलाया गया था! उन मूर्तिकारों ने इस मन्दिर के हनुमान जी की मूर्ति निर्माण की ज़िम्मेदारी सौंपी गई! हनुमान जी की यह ऊँची प्रतिमा पूर्वमुखी है, जो सूर्य की पहली किरण के साथ चमक उठती है! राष्ट्रीय मार्ग के किनारे से देखने पर ऐसा लगता नमो भगवान हनुमान की मूर्ति राहगीरों को अपना आशीर्वाद दे रहे है!

प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम :

पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्य के मुख्यमन्त्री कमलनाथ के मार्ग दर्शन में ३ साल के भीतर इस विशाल प्रतिमा का निर्माण किया गया और २४ फरवरी २०१५ को वैदिक मन्त्रों के जानने वाले कई विद्वान ब्राह्मणों ने भगवान कपि की इस मूर्ति में प्राणप्रतिष्ठा की! इस दौरान प्रतिमा पर हेलीकॉप्टर द्वारा गेंद गुलाब जूही चम्पा चमेली कुसुमों की पुष्प-वर्षा होती रही!

भव्य पञ्च एवँ सरस्वती मन्दिर:

इस बड़ी हनुमान जी की मूर्ति के एक ओर गणेशजी तो दूसरी ओर महादेव शिवशँकर जी के छोटे छोटे मन्दिर हैं! मन्दिर में पाँच अन्य मनभावन और सुन्दर मूर्ति वीआजमान हैं श्री राम परिवार, शिव परिवार, लक्ष्मी नारायण, राधा कृष्ण और दुर्गा देवी के मन्दिर बनाये गए हैं! इस मंदिर के प्रांगण में सरस्वती जी का मंदिर भी है!

धार्मिक आस्था का केंद्र :

यहाँ ज़िले भर के अतिरिक्त भारतवर्ष से अपितु विश्व भर से श्री हनुमान जी के भक्त इस प्राण प्रतिशत मूर्ति के दर्शन करने पहुँचते हैं! ऐसा माना जाता है कि इस मन्दिर में लोगों की आन्तरिक मनोकामनाएँ अवश्य पूरी होती हैं! इसलिए यह मन्दिर प्रसिद्ध है और लोगों के बीच आस्था का केंद्र बना हुआ है! कई भक्त यहां आते हैं और भगवान से उनकी मनोकामना और प्रसन्नता की प्रार्थना करते हैं! भगवान हनुमान की मूर्ति प्रभावशाली और प्रशँसनीय है! यहाँ हमेशा भक्तों की भीड़ लगी रहती है! यह भी कहा जाता है कि विशाल गदा हनुमानजी के हाथ में है और उनके पैर भी बहुत विशाल हैं! यह अब भारतवर्ष का एक प्रसिद्ध मन्दिर बन गया है! यह जगह लोगों के लिए आस्था का केंद्र बनी हुई है! मन्दिर बेहद शाँत और प्राकृतिक वातावरण में स्थित है, यहाँ आकर हृदय को असीम शाँति और परम सुख की होती है! आप यहाँ अपने परिवार और मित्रो के साथ आकर श्री राम दूत मारुति जी की शरण मे समय बिता, धन्य महसूस कर सकते हैं! यहाँ का रात्रि-दृश्य और भी मन मोहक होता है! एक अलग ही एहसास देते हुए पूरा मन्दिर जगमग रौशनी से सजाया जाता है, तो यदि आप छिंदवाड़ा में के विशालकाय हनुमान जी के दर्शनार्थ आते हैं, तो शाम के समय आरती का परमानन्द लेना चाहिए!

विशाल कपि प्रतिमा सँग विशाल मन्दिर प्रांगण :

सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर सिमरिया में विशाल प्रांगण बनाया गया है! यहाँ आने वाले श्रद्धालु पर्यटक मन्दिर में बैठ सकते हैं, रुक सकते हैं, घूम सकते हैं! विशाल मूर्ति और विशाल बगीचों के कारण आप अपने मोबाईल से फोटोग्राफी भी कर सकते हैं! भगवान हनुमान की इतनी बड़ी आकार की मूर्ति को देखकर प्रसन्नता होती है! साथ ही बहुत बड़ा, अच्छा और साफ-सुथरा पार्क होने के कारण बहुत अच्छा लगता है! यह बहुत अच्छी जगह है और इसे सभी श्री राम हनुमान भक्तों को अवश्य देखना चाहिए!

जन सुविधा व बाल-खिलौने उपलब्ध :

सिमरिया के हनुमान मन्दिर में बच्चों के लिए पार्क है! मन्दिर के रख-रखाव के लिए ट्रस्ट भी बनाया गया है। यहां आपको हर तरह की सुविधाएं मिलती हैं, पीने का पानी और शौचालय की भी सुविधा है! सड़क के दूसरी तरफ छोटी छोटी दुकानें भी हैं, जहाँ चाय पानी नाशते का आनन्द ग्रहण कर सकते है! कुछ दुकानों में बच्चो के खिलौने गदा, धनुष, तलवार सूर्य-गेंद भी मिल जाते है!

श्री राम लिखित लहराता ध्वज :

इस जगह का एक और आकर्षण- १०८ फ़ुट ऊँचाई धर्मध्वज हवा में लहराता रहता है! जिस पर लिखा हुआ रहता है “श्री राम”! यह मंदिर छिंदवाड़ा ज़िले से करीब १८ किलोमीटर दूर नागपुर हाईवे रोड पर स्थित है! इस जगह तक बहुत आसानी से पहुंचा जा सकता है! हनुमान जी की प्रतिमा ऊँची होने के कारण यह दूर से ही दिखाई देने लगती है! श्री राम लिखित लहराता ध्वज दिखने लगता है!

हनुमान ध्यान स्तुति :

मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठं! वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्य!! अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम् सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि।

 हवाई मार्ग से कैसे पहुँचें मन्दिर :

नई दिल्ली से सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर, छिंदवाड़ा पहुंचने का सबसे तेज़ तरीका डॉ बाबासाहेब अँबेडकर अँतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए उड़ान है! फिर छिंदवाड़ा के लिए कैब और ५ घंटे ३२ मिनट्स का समय लगता है! हवाई अड्डे के साथ मोटर वाहन योग्य सड़कों द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है! हवाई अड्डे से सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर के लिए टैक्सी उपलब्ध हैं!

रेल मार्ग से कैसे पहुँचें मन्दिर :

रेल द्वारा आप नई दिल्ली से मध्यप्रदेश के लिए लोकप्रिय ट्रेन लेकर भोपाल जँक्शन के लिए ट्रेन है! फिर छिंदवाड़ा के लिए बस और २९ घंटे ४५ मीटर का समय लगता है।

सड़क मार्ग से कैसे पहुँचें मन्दिर: 

अंतर्देशीय बस स्थानक यानी ISBT से आप तक़रीबन १६ घण्टे ५४ मिनट्स में आप राष्ट्रीय राजमार्ग NH: ४४ से ९५५.५ किलोमीटर की यात्रा तय करके बस अथवा स्वयँ की कार द्वारा सिद्धेश्वर हनुमान मन्दिर पहुँच जाओगे!

हनुमान जी की जय हो! जयघोष हो!! 

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