उत्तराखंड एक झलक में,उत्तराखंड की प्रमुख खबरें…

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संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 

उत्तराखंड एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से प्रदेश में कोविड की स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कोविड को लेकर जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन कराने के साथ ही हर जिले में कोविड केयर सेंटरों को मजबूत करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थानों को फिलहाल बंद किया जाए। राज्य की सीमाओं पर पूरी गम्भीरता से चैकिंग की जाए। उन्होंने उत्तराखण्ड वापस आने वाले प्रवासी लोगों के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए पूर्व में बने पोर्टल को पुनः एक्टिवेट करने के साथ ही उन्हें अनिवार्य रूप से होम क्वारंटीन करने तथा टीकाकरण कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।

प्रदेश में कोविड नियंत्रण की व्यवस्थाओं और संक्रमण की स्थितियों पर मीडिया सेंटर सचिवालय में मीडिया ब्रीफिंग में प्रभारी सचिव स्वास्थ्य डॉ पंकज पांडे ने कहा कि कोविड की रोकथाम के लिए प्रदेश में पर्याप्त सुविधाएं हैं। किसी भी तरह से पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन यह जरूरी है कि संक्रमण को रोकने के लिए कोविड गाइडलाइन का अनुपालन अक्षरशः किया जाए।
 
उन्होंने बताया कि बीते 24 घंटों में 2160 मरीज प्रदेश में कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। इसी के साथ ही प्रदेश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 18864 हो गई है। 13500 के लगभग मरीज होम आइसोलेशन में हैं और करीब 5000 मरीज विभिन्न अस्पतालोें में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। सुविधाओं पर उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में 7000 से अधिक आइसोलेशन बेड खाली हैं। इसके अलावा 2500 से अधिक ऑक्सीजन सपोर्टर बेड, 363 आईसीयू बेड तथा 463 वैंटिलेटर प्रदेश में खाली हैं। बताया कि प्रदेश के 7 जनपदों में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इसमें देहरादून में सबसे अधिक 44, नैनीताल में 26, पौड़ी में 3, उत्तरकाशी में 3 तथा उधमसिंह क्षनगर में 1 कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
 
वैक्सीनेशन को लेकर उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी तक 1 लाख 88 हजार 900 हैल्थ केयर वर्कर्स को टीका लगाया जा चुका है, जिसमें 1.79 लाख फ्रंट लाइन वर्कर्स शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कुल 15 लाख 95 हजार से अधिक लोगों को टीका लगाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन की प्रदेश में कोई कमी नहीं है। अभी 3 लाख के करीब वैक्सीन हमारे पास उपलब्ध हैं।
 
उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की प्रदेश में कोई कमी नहीं है। प्रदेश में जो तीन ऑक्सीजन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं उनमें पर्याप्त उत्पादन हो रहा है। मात्र 6 माह की समयावधि मे यहां 8 ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाए गए हैं। ऑक्सीजन सिलेंडरों की भी कोई कमी नहीं है। रेमडेसिविर इंजेक्शन पर उन्होंने बताया कि पूरे देश में इसकी कमी जरूर है। लेकिन प्रदेश में जल्द ही इंजेक्शन की आपूर्ति हो जायेगी। उन्होंने आम लोगों से भी अपील की है कि उपचार के इंतजाम समुचित हैं लेकिन संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोविड की गाइडलाइन का पालन करना बहुत जरूरी है।
 
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को राजभवन में कोविड-19 नियंत्रण को लेकर समीक्षा बैठक ली। यहां राज्यपाल मौर्य ने सचिव स्वास्थ्य को निर्देश दिए कि राज्य में कोविड रोकथाम के प्रयासों में तेजी लाएं। कहा कि इसके लिए आम लोगों का सहयोग लें और इसे अभियान के रूप में लेते हुए युद्धस्तर पर कार्य किया जाए। इसमें उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों, एनसीसी, विभिन्न एनजीओ तथा रेडक्रास के स्वयंसेवियों का भी सहयोग लेने की बात कही।
 
उन्होंने कहा कि राज्य में कोविड नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही कोविड के मरीजों की संख्या को बढ़ने से रोकना भी आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने शीघ्र एक ठोस कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
 
कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ऋषिकेश एम्स ने सोमवार को ओपीडी सेवाओं को बंद करने का निर्णय लिया है। एम्स में मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान की ओर से टेलिमेडिसिन सेवाएं शुरू की गई हैं। यह जानकारी एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश थपलियाल ने दी है। अब सभी सामान्य रोगों से ग्रसित मरीज टेलिमेडिसिन ओपीडी के माध्यम से संबंधित चिकित्सकों से जरुरी परामर्श ले सकेंगे।
 
इसके साथ ही कोविड संक्रमण से ग्रसित मरीजों के उपचार के लिए एम्स अस्पताल प्रशासन ने 300 से अधिक बेड आरक्षित किए हैं। बताया गया है कि आवश्यकता पड़ने पर इनकी संख्या 500 तक की जाएगी।वहीं दून मेडिकल कॉलेज की लैब में जांच ठप होने के बाद कोरोनेशन अस्पताल समेत देहरादून के अन्य जगहों से लिए गए सैंपल को जांच के लिए एम्स और निजी लैब में भेजे गए हैं।
 
 
बीते कुछ दिनों  से कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच देश-विदेश से आए कुम्भ श्रद्धालुओं और मई माह में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्र से कोविड ट्रेन आईसोलेशन कोचेज उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। इस संबंध में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखा है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि आस्था का महाकेंद्र कुम्भ मेला हरिद्वार में गतिमान है। जबकि मई माह में उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा भी शुरू होने वाली है।
 
जिसके लिए देश-विदेश से तीर्थ याघ्त्री देवभूमि में आएंगे। ऐसे में कुम्भ मेले के श्रद्धालुओं और चारधाम यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए केंद्र से हरिद्वार और ऋषिकेश में आईसोलेशन कोच उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। आइसोलेशन कोच वाली कोविड केयर ट्रेन होने से कोरोना संक्रमण काल में रेलवे मददगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को उत्तराखंड में सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। तीर्थ यात्रियों को सभी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है।
 
गौरतलब है कि बीते साल रेल मंत्रालय की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई प्रकार की तैयारियां की गई थीं। इसमें सैनिटाइजर निर्माण, मास्क निर्माण, पीपीई किट का निर्माण के साथ ही कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर कोच का निर्माण किया गया था। इन कोविड केयर कोच को पूरे देश के स्टेशनों पर लगाया भी गया था।
 
 

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