संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड
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स्वास्थ्य विभाग को 345 नए चिकित्साधिकारी मिले हैं। जल्द ही इन चिकित्सकों की तैनाती कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोविड के बीच इन चिकित्सकों के मिलने से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं और भी सुदृढ़ होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार विस्तार प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन चिकित्सकों के आने से कोविड महामारी से निपटने में सरकार को मदद मिलेगी।
उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई ई-संवनी वर्चुअल ओपीडी के पहले दिन राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों के साथ ही प्रदेशभर से कुल 1295 मरीजों ने इस सेवा का लाभ उठाया। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देशों पर उत्तराखंड सरकार द्वारा टेलीमेडिसिन सेवा के साथ वर्चुअल ओपीडी की गुरुवार से ही शुरुआत की गई है। सचिव अमित नेगी ने बताया कि ई-संवनी टेलीमेडिसिन वर्चुअल ओपीडी के पहले दिन सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक निशुल्क चिकित्सा परामर्श दिया गया, जिसमें 104 टोल फ्री नंबर के जरिए 347, ई-संवनी टेलीमेडिसिन के जरिए 405, व्हाट्सएप वॉयस कॉल के जरिए 192, व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए 27 जबकि व्हाट्सएप चैट के जरिए 324 मरीजों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श दिया गया।
राज्य सरकार द्वारा इसके लिए 104 टोल फ्री नंबर जारी किया गया है। इसके साथ ही 9412080622 व्हाट्सएप नंबर के जरिए भी जनता इस सेवा का लाभ ले सकती है। www.esanjeevaniopd.in/register के माध्यम से भी इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने नि अस्पतालों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई तने के लिए सभी के समन्वित प्रयासों की जरूरत है। सरकारी और नि सभी के उपलब्ध संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग जरूरी है। इस तरह से प्रबंधन किया जाए कि कोविड संक्रमितों के ईलाज के दौरान चिकित्सा कर्मियों के खुद संक्रमित होने पर भी व्यवस्था में व्यवधान न आए।
ओपीडी के लिए लोगों को ई-संवनी पोर्टल का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाए। मुख्यमंत्री ने सभी नि अस्पतालों से अनुरोध किया कि वह अपने यहां कम से कम 70 प्रतिशत बेड कोविड के लिए आरक्षित कर दें। साथ ही आक्सीजन, वेंटीलेटर की आवश्यकता होने पर सरकार को अवगत कराएं। उन्होंने नि अस्पतालों को सुरक्षा देने के लिए जिलाधिकारी देहरादून को निर्देश दिए।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार को एम्स ऋषिकेश के निदेशक प्रो. रविकांत तथा जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष वास्तव से फोन पर बात कर कोविड-19 के प्रभाव की स्थितियों व बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली।
उन्होंने कोरोना से निपटने के लिए आईसीयू बेड, ऑक्सीजन तथा वन रक्षक दवाओं के बारे में भी जानकारियां लेते हुए जनपद के कोविड केयर सेंटरों तथा अस्पतालों में मरीजों को पर्याप्त सुविधाएं देने तथा बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में हर किसी को पूरी जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा।
उत्तराखंड में गुरुवार को 24 घंटे के अंदर 3998 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं, 19 मरीजों की मौत हुई है। साथ ही एक्टिव केस की संख्या भी 26 हजार पार हो गई है। शुक्रवार 1744 मरीजों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब तक 1 लाख 38 हजार 10 संक्रमित मरीज आ चुके हैं, जिसमें से 1 लाख 6 हजार 271 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 26980 पहुंच गई है।
अब तक 1972 मरीजों की मौत हो चुकी है।स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गुरुवार को 32448 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। जबकि 13 जिलों में 3998 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। देहरादून जिले में 1564, हरिद्वार में 666, ऊधमसिंह नगर में 523, नैनीताल में 434, पौड़ी में 229, टिहरी में 139, अल्मोड़ा में 112, उत्तरकाशी में 84, चंपावत में 72, रुद्रप्रयाग में 74, बागेश्वर में 34, चमोली में 29, पिथौरागढ़ में 38 संक्रमित मिले हैं। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 19 कोरोना मरीजों की मौत हुई है।
इसमें दून मेडिकल कालेज में चार, महंत इन्दिरेश हॉस्पिटल में दो, एम्स ऋषिकेश में पांच, बेस हॉस्पिटल कोटद्वार में एक, मैक्स हॉस्पिटल में एक, हिमालयन हॉस्पिटल में चार, स्वामी भूमानंद हॉस्पिटल हरिद्वार में एक, अरिहंत हॉस्पिटल में एक मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ा है।