उत्तराखंड एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें…

Share News

संवाददाता : देहरादून उत्तराखंड 

उत्तराखंड एक झलक में, उत्तराखंड की प्रमुख खबरें

राज्य में आयुष्मान भारत एवं अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के निशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाने के लिये राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा अब न्याय पंचायत स्तर पर शिविरों के माध्यम से पात्र लाभार्थियों के कार्ड बनाये जायेंगे।
इस अभियान को सफल बनाने के लिये राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष डी०के. कोटिया ने राज्य के 6.. ग्राम प्रधानों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया।
डी.के . कोटिया ने बताया कि यह शिविर राज्य के 662 न्याय पंचायतों में दो चरणों क्रमश: 23-27 मार्च 2.21 तथा 3. मार्च-5 अप्रैल 2.21 के दौरान लगाये जाएंगे। आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के दौरान उत्तराखण्ड के प्रत्येक विकास खण्ड के अंतर्गत सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली प्रथम तीन ग्राम पंचायतों को विशेष रूप से पुरस्कृत किया जायेगा और पूरे जिले के अंतर्गत सबसे उत्तम कार्य करने वाले ग्राम पंचायत को राज्य स्तर पर मा. मुख्यमंत्री द्वारा विशेष सम्मान व पुरस्कार दिया जायेगा।
 
 
मुख्यमंत्री ने शनिवार को कुम्भ मेले के विभिन्न निर्माण कार्यों के लोकार्पण के पश्चात मेला नियंत्रण भवन में मेले से जुड़े उच्चाधिकारियों के साथ ही विभागीय नोडल अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने कुम्भ मेले के कार्यों में ते लाये जाने के लिये पूर्व में दिये गये निर्देशों के क्रम में की गई व्यवस्थाओं के प्रति संतोष व्यक्त किया। उन्होंने निर्देश दिये कि आगामी कुम्भ मेले के शाही स्नान पर्वों को सकुशल सम्पन्न कराने में सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें। उन्होंने इसके लिए आपसी समन्वय एवं समयबद्धता के साथ व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि जो कार्य अंतिम चरण में हैं उन्हें शीघ्र पूर्ण कराया जाये। मुख्यमंत्री ने शहर के आंतरिक मार्गों के निर्माण में भी और ते लाने के निर्देश दिये। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने मेला नियंत्रण भवन स्थित कमांड एंड कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम की व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। इससे भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंध आदि में भी मदद मिल सकेगी। मेला नियंत्रण भवन में ही मुख्यमंत्री से किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने अखाड़े के अन्य संतों के साथ भेंट की तथा अपनी विभिन्न समस्याओं से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
 
 
कुंभ सिर्फ साधु-संतों का समागम मात्र नहीं बल्कि ये हमारी संस्कृति और विरासत की पहचान भी है। कुंभ एक ऐसा आयोजन है जिसमें भारत के साथ ही विदेशों से भी श्रद्धालु हिस्सा लेने के लिए आते हैं। इस दौरान पूरा हरिद्वार साधु-संतों की अलौकिकता से दिप्तिमान रहता है। आप सभी श्रद्धालुओं का इस कुंभ में स्वागत है। कुंभ पूरी तरह से दिव्य, भव्य और सुरक्षित है। इसमें प्रतिभाग करते समय कोविड गाइडलाइन का पालन जरूर करें।
 
 
मुख्यमंत्री ने शनिवार को हरिद्वार भ्रमण के दौरान बैरागी कैम्प में साधु-संतों से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने कुंभ आयोजन पर साधु-संतों से विस्तार से चर्चा की और उनके सुझाव भी लिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कुंभ मेले में आवश्यक टेंट लगेंगे, शौचालय बनेंगे और सभी महामंडलेश्वर को जगह व अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। कुंभ को लेकर मुख्यमंत्री के रवैये से आश्वासन के बाद साधु भी उत्साहित हैं। कुंभ मेले के लिए दी गई खुली छूट के लिए साधु-संतों ने उनका आभार व्यक्त किया और उनकी सराहना की।
 
 
मुख्यमंत्री ने शनिवार को महाकुंभ-2.21 के तहत हरिद्वार में 12. करोड़ की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ की भव्यता और दिव्यता के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कुंभ में आने-जाने की रोक-टोक को पूरी तरह से खत्म कर दिया है लेकिन भारत सरकार द्वारा कोविड-19 को लेकर की गई गाइडलाइन का हर हाल में अनुसरण कराया जाएगा। अखाड़ा परिषदों से लेकर श्रद्धालुओं को कोविड-19 की गाइडलाइन के बारे में बताया गया है।
 

Leave a Reply

Your email address will not be published.

LIVE OFFLINE
track image
Loading...