2025 तक पशु कल्याण प्रतिज्ञा में पीछे रह गई कंपनियों पर कार्रवाई का आग्रह

@ नई दिल्ली

NGO के अध्ययन से पता चलता है कि 50 कंपनियों ने बैटरी-पिंजरे के अंडों का उपयोग बंद करने की अपनी प्रतिबद्धताओं को लागू करने में कोई प्रगति नहीं या अपर्याप्त प्रगति की सूचना दी है।

Sinergia Animal की नवीनतम Cage-Free Tracker रिपोर्ट से पता चलता है कि एशिया में कई कंपनियों में 2025 तक बैटरी-केज अंडों के उपयोग को समाप्त करने की अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की संभावना नहीं है। NGO ने भारत, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया और थाईलैंड की 78 कंपनियों का सर्वेक्षण किया और पाया कि उनमें से 50 कंपनियां पहले से ही कई देशों में प्रतिबंधित इस विवादास्पद प्रणाली का उपयोग बंद करने के अपने वादे से पीछे रह गई हैं।

एशिया विश्व का सबसे बड़ा अंडा उत्पादक है। लाखों मुर्गियाँ पिंजरों में कैद हैं, जहाँ वे न तो चल सकती हैं, न अपने पंख फैला सकती हैं, न ही प्राकृतिक व्यवहार कर सकती हैं।

इंडोनेशिया में Sinergia Animal के निदेशक, Among Pakrosa, ने कहायह अस्वीकार्य है। हम इन कम्पनियों से आह्वान करते हैं कि वे 2025 तक पिंजरा-मुक्त प्रणाली अपनाने के अपने वादे को पूरा करें।

कमज़ोर पड़ रही कंपनियाँ: लाल और नारंगी झंडे

NGO द्वारा कम्पनियां का दो ग्रुपों में वर्गीकरण किया गया है:

•  लाल झंडे: कम्पनियों ने 2025 तक पिंजरे से मुक्त रहने की प्रतिबद्धता जताई है, लेकिन उनकी प्रगति के बारे में कोई रिपोर्टिंग नहीं की गई है।

•  नारंगी झंडे: वे कम्पनियां जो अन्यत्र प्रगति की रिपोर्ट करती हैं, लेकिन एशिया में नहीं।

Best Western, Millennium & Copthorne Hotels, Au Bon Pain, तथा Subway, जैसी प्रसिद्ध कंपनियां इन श्रेणियों में आती हैं। उनके पास कार्रवाई करने के लिए अभी भी समय है, लेकिन समय बीतता जा रहा है। हम उपभोक्ताओं को इन कंपनियों के प्रति जवाबदेह होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। Pakrosa ने कहा।

कुछ कंपनियों से सकारात्मक संकेत

अच्छी बात यह है कि विश्लेषण की गई कंपनियों में से 34.61% (78 कंपनियों में से 27) ने एशियाई देशों में अपनी प्रगति साझा की है, और 2 कंपनियों ने एशिया में या एशिया के भीतर राष्ट्रीय स्तर पर पूरी तरह से पिंजरा-मुक्त अंडे को अपना लिया है। Groupe Le Duff,  Hain Celestial Group, तथा The Hershey Company जैसे प्रसिद्ध ब्रांड भारत और एशिया में अग्रणी हैं।

Pakrosa ने आगे कहायह बढ़ती पारदर्शिता बेहतर पशु कल्याण और बढ़ते उपभोक्ता विश्वास की दिशा में सकारात्मक रुझान दर्शाती है।रिपोर्ट में थाईलैंड और इंडोनेशिया में अंडा उत्पादकों की प्रगति पर भी प्रकाश डाला गया है। सर्वेक्षण में सम्मिलित 50 उत्पादकों में से 11 (22%) पहले ही 100% पिंजरा-मुक्त उत्पादन में परिवर्तित हो चुके हैं।

एशिया में पिंजरा-मुक्त स्थिति में सुधार हो रहा है

एशिया, जो विश्व के 64% अण्डों का उत्पादन करता है, धीरे-धीरे पिंजरों से दूर जा रहा है। भूटान, चीन, इंडोनेशिया और थाईलैंड ने पहले ही पिंजरा-मुक्त मानकों को लागू कर दिया है, तथा एशिया की 318 कम्पनियों सहित पूरे विश्व की 2,600 से अधिक कम्पनियां पिंजरा-मुक्त मानकों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।अधिक जानकारी के लिए,  www.cagefreetracker.com/asia पर जाएं।

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