@ भोपाल मध्यप्रदेश :
100 दिवसीय निक्षय भारत अभियान के तहत टीबी उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने का एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए गरोठ में पदस्थ लैब टेक्नीशियन विमल मीणा ने अपने स्वर्गीय पिता की तेरहवीं के कार्यक्रम में 10 फूड बास्केट टीबी रोगियों को वितरित किए। उनके परिवार ने इस अवसर को समाज के लिए उपयोगी बनाते हुए नि-क्षय मित्र बनने की पहल की।
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक अद्वितीय उदाहरण है। ऐसे कार्य न केवल टीबी उन्मूलन के प्रति जागरूकता को बढ़ाते हैं, साथ ही यह विश्वास दिलाते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर सारा देश टीबी उन्मूलन के लिए संकल्पबद्ध है। हम निश्चित रूप से 2025 तक भारत और मध्यप्रदेश को टीबी मुक्त बनायेंगे।