@ देहरादून उत्तराखंड
कहते हैं प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती है। प्रतिभा के लिए गांव या शहर नहीं बल्कि खुद की मेहनत और लगन रंग लाती है। यदि ऐसा करने के लिए कोई ठान ले तो उसका आशानुरूप परिणाम मिलता ही है।
कहा जाता है इस संसार में कोई भी जन्म से न ही प्रतिभावान ,गुणवान और न ही बुद्धिमान होता है, मनुष्य अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन से किए गये अपने कार्यो को इतना अधिक ऊंचा कर लेता है कि समाज में उसे और उसके काम को मान-सम्मान और ख्याति तो मिलती ही है, साथ ही वो दूसरे लोगों के लिए भी आदर्श बन जाते हैं।
पूरे भारत ख़ास तौर से उत्तराखंड में सामाजिक कार्यो में अपना लोहा मनवा चुके ऐसी ही शख्यितों में एक नाम सामने उभरकर आता है,देवभूमि उत्तराखंड के डब्रल्स्यु पट्टी के ग्राम डींड के बेटे ईमानदार कर्मठ सुभाष डबराल का ,जिन्होंने लोगों को यह विश्वास दिलाया है,कि सच्ची लगन और कठोर परिश्रम ही सफलता की कूंजी है।
30 दिसंबर 2024 को Uttarakhand Foundation (उत्तरी अमेरिका की संस्था), SIF और CBED के सौजन्य से डबरालस्यूं के देवीखेत में तृतीय किसान गोष्ठी का दिव्य व भव्य आयोजन किया गया । इस आयोजन में DIBER DRDO हल्द्वानी, के तकनीकी विशेषज्ञ, दग्ड्या जनकल्याण समिति के अध्यक्ष मधुसूदन डबराल तथा प्रजा टुडे के सम्पादक व समाज सेवी प्रजा दत्त डबराल ने शिरकत की ।
उक्त गोष्ठी मे डबरालस्यूं के मसोगी, गहली, चमस्यूल, कठूड, डिंडा, स्यालना, जल्ठा, डाबर, तिमली, कल्थर, डंगला, नौबाडी, ढौरी, देवीखेत, जुड्ड, ढांडरी छाम आदि गांव से लगभग 70 किसानों ने प्रतिभाग किया जिसमे लगभग 30-32 महिलाओं ने प्रतिभाग किया साथ ही चमस्यूल के ग्राम प्रधान जितेंद्र सिंह गुंसाई, ग्राम प्रधान तिमली प्रवीन सिंह, ग्राम प्रधान दिखेत कैलाश विष्ट, ग्राम प्रधान ढौरी सरिता देवी एंव क्षेत्रीय गणमान्य व्यक्तियों में सुमन डबराल, शशि भूषण कुकरेती, वीरेंद्र तोमर, सोबन सिह, अशोक डबराल ,सुन्दर सिंह, मेहरबान सिंह गुसाई, सचिदान्द डबराल, राजेश डबराल, आशीष डबराल, सुरेश ममगई , सुरेन्द्र सिंह गुसाई, रवेन्द्र सिंह गुसाई, कैलाश जुयाल, शान्ति देवी, लक्ष्मी देवी,शान्ता देवी ,बीना देवी आदि ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ।
DIBER DRDO से आये तकनीकी विशेषज्ञ डा. बंसत बल्लभ भट्ट ने किसानों को कृषि,बागवानी,व हल्दी की खेती पर किसानो को विस्तार पूर्वक तकनीकी जानकारिया दी गयी ।
दग्डिया जनकल्याण समिति के अध्यक्ष मधुसूदन डबराल ने भी अपने उद्बोधन में किसानों को खेती एवं बागवानी को बढावा देने पर जोर दिया । सुभाष डबराल ने अपने उद्बोधन मे उतराखंड फाउंडेशन (उत्तरी अमेरिका की संस्था) एवं एस.आई.एफ.के द्वारा पिछले नौ वर्षों में लगभग 12-13 गावों में किये गये कार्यो के बारे मे विस्तार से बताया गया ।
उक्त किसान गोष्ठी में डिबेर डीआरडीओ, हलद्वानी के द्वारा किसानो को चार सौ किलो हल्दी का उन्नत किस्म का बीच वितरण किया गया जिससे कि किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके । डिबेर डीआरडीओ ने आश्वस्त किया कि वे भविष्य में भी किसानो को हल्दी का बीज व तकनीकी जानकारी आदि प्रदान करते रहेगें जो कि डबरालस्यूं के लिए बडे गर्व का विषय है ।
उक्त गोष्ठी मे वनश्वेशर महादेव स्वयं सहायता समूह व चेलूसैंण के प्रगति समूह के द्वारा स्थानीय उत्पादो का स्टाॅल लगाये गये थे । प्रगति समूह के द्वारा भी किसानो को अपने द्वारा बनायें गये उत्पादो की जानकारिया दी गयी ।
उत्तराखंड फाउंडेशन (उत्तरी अमेरिका की संस्था) के द्वारा डा.बसन्त बल्लभ भट्ट ,मधुसूदन डबराल, प्रजा दत्त डबराल, उन्नत शील किसानों व क्षेत्रीय ग्राम प्रधानों तथा वन्शेक्ष्वर महादेव समूह के अध्यक्ष एवं प्रगति समूह के अध्यक्ष आदि को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया तथा किसानों के लिए सूक्ष्म जलपान व भोजन इत्यादि की व्यवस्था की गयी थी ।
गोष्ठी के इस भव्य आयोजन से समस्त किसानों मे बडी खुशी की लहर देखने को मिली ।गोष्ठी को सफल बनाने में द्ग्डया जनकल्याण समिति,मुकेश कुकरेती डंगला एवं पवन सिंह नेगी, ढौरी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही । गोष्ठी का संचालन मुकेश कुकरेती के द्वारा किया गया समापन व धन्यवाद पवन नेगी के द्वारा किया गया ।
सराहनीय कार्य