@ पटना बिहार
बिहार एक झलक में, बिहार की प्रमुख खबरें…
राज्य सरकार संभावित आपदा की स्थिति में प्रभावितों को हरसंभव मदद करने हेतु प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक में संबद्ध अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें। हर चीज पर नजर रखनी है और पूरी तरह से सतर्क रहना है।
उन्होंने कहा कि मुस्तैदी के साथ सभी लोग लगे रहेंगे तो आपदा की स्थिति में लोगों को राहत मिलेगी। सभी संबद्ध विभाग, जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तु स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर कार्य करें। राज्य के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संभावित बाढ़ पूर्व तैयारियों को लेकर सभी जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन करें उसके अनुसार सभी प्रकार की तैयारियां पूर्ण रखें। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी क्षेत्र में लोगों से बात करें और पिछले वर्षों में आपदा की स्थिति में किये गये कार्यों को भी ध्यान में रखते हुए आपदा से निपटने हेतु कार्ययोजना बनाएं। अन्तरविभागीय समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि लोगों को सुविधा और सहूलियत मिले।
सूबे में लोगों के हित के लिए राज्य सरकार द्वारा कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत ‘जननी बाल सुरक्षा’ एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य मातृ मृत्यु दर में कमी, शिशु मृत्यु दर में कमी लाना, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना और माता एवं शिशु के स्वास्थ्य का ख्याल रखना है। योजना के अंतर्गत 400 से 1400 रुपये दिये जाते हैं। ग्रामीण क्षत्रों में 1400/- प्रत्येक गर्भवती महिला को व आशा को 600/- रुपये तथा शहरी क्षेत्रों की महिला लाभार्थी को 1000/- रुपये व आशा/आंगनबाड़ी सेविका को 400/- की राशि देय है। इस योजना का लाभ लेने हेतु पात्र लाभार्थी विभाग के टॉल फ्री नंबर 104 पर विस्तृत जानकारी ले सकते हैं।
उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के कर-कमलों द्वारा वाणिज्यकर विभाग के तत्वावधान में GST दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस मौके पर ‘जीविका दीदी की रसोई’ का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में आयुक्त-सह-सचिव डॉ. प्रतिमा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
सीतामढ़ी के जिलाधिकारी रिची पाण्डेय की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ को लेकर बैठक हुई। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पूर्व से सारी तैयारियां दुरुस्त रखें।
नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में जिला शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने पदाधिकारियों, शिक्षकों एवं कर्मियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति हर हाल में सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई समीक्षा
पूर्णिया के जिलाधिकारी कुन्दन कुमार की अध्यक्षता में स्वीट कॉर्न एवं बेबी कॉर्न की तकनीकी खेती और बढ़ावा देने के लिए युवा प्रगतिशील किसान एवं संबंधित पदाधिकारियों के साथ परिचर्चा का आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आय को बढ़ाना, नये युवा वर्ग को कृषि के प्रति प्रोत्साहित करना तथा कृषि उद्यमी को बढ़ावा देना है।
शेखपुरा की जिलाधिकारी जे.प्रियदर्शनी की अध्यक्षता में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के अंतर्गत मनरेगा, आवास योजना एवं स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने योजनाओं के कार्य प्रगति को लेकर संबंधित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये।
किशनगंज के जिलाधिकारी तुषार सिंगला की अध्यक्षता में आरटीपीएस एवं लोक शिकायत निवारण से संबंधित कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल परिवादों की संख्या 4532 है जिसमें 4473 वाद निष्पादित है।