@ नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के दंत चिकित्सा संकाय ने ऑरल हेल्थ प्रोजेक्ट पर एनआईएचआर ग्लोबल हेल्थ ग्रुप द्वारा विकसित प्रतिष्ठित ‘सामुदायिक केंद्रित अनुसंधान इक्विटी (कोर)’ परियोजना के लिए जांचकर्ताओं की टीम का स्वागत किया।
दंत चिकित्सा संकाय की डीन, प्रो. डॉ. कीया सरकार ने ऑरल हेल्थ पर एनआईएचआर ग्लोबल हेल्थ ग्रुप के प्रमुख अन्वेषक प्रो. रिचर्ड वाट, यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में डेंटल पब्लिक हेल्थ में प्रोफेसर और मानद सलाहकार, एनआईएचआर टीम के अन्य सदस्यों डॉ. कैरोल ग्वारनिज़ो-हेरेनो, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ कोलंबिया, प्रो. एलेस्टेयर रॉस, स्टैफ़ोर्डशायर यूनिवर्सिटी, यूके, प्रो. पाउलो सावियो एंजेरास डी गोएस, यूनिवर्सिटी ऑफ़ पर्नामबुको, ब्राज़ील, प्रो. मनु माथुर, क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ़ लंदन, डॉ. रेजिना मुटावे, यूनिवर्सिटी ऑफ़ नैरोबी, केन्या, मिशेल स्टेनेट, क्लिनिकल रिसर्च फेलो, यूसीएल और चैंटेले डायग्ने, प्रोग्राम मैनेजर, यूसीएल का 14 अक्टूबर 2024 को दंत चिकित्सा संकाय में स्वागत किया।
प्रो. केया सरकार ने जामिया के दंत चिकित्सा संकाय के परियोजना के प्रमुख अन्वेषकों में से एक अन्वेषक प्रो. अभिषेक मेहता को बधाई दी और विश्वविद्यालय की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में बात की, जिसमें इसका इतिहास, संकाय, केंद्र, एनएएसी रैंकिंग, विदेशी विनिमय कार्यक्रम और विश्वविद्यालय में अनुसंधान के महत्व को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई ।
कार्यक्रम के अतिथि वक्ता प्रो रिचर्ड वाट द्वारा दोपहर 12 बजे से जामिया मिल्लिया इस्लामिया के दंत चिकित्सा संकाय के छात्रों और कर्मचारियों के लिए “फ्युचर ऑफ ऑरल हैल्थ रिसर्च ” विषय पर एक अतिथि व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम का समन्वय प्रो अभिषेक मेहता और पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री के कर्मचारियों द्वारा किया गया।
प्रो वाट ने एनआईएचआर ग्लोबल हेल्थ प्रोजेक्ट के मुख्य घटकों और इसके कार्यान्वयन के क्षेत्रों रोशनी डाली । उन्होंने विशेष रूप से भारत और विदेशों में ऑरल हैल्थ के महत्व की बढ़ती मान्यता, ऑरल हैल्थ से संबंधित विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एजेंडे जैसे कि ऑरल हैल्थ पर इसका संकल्प (डब्ल्यूएचए74.5, 2021), ऑरल हैल्थ पर वैश्विक रणनीति (डब्ल्यूएचए75 (11), 2022)2 और वैश्विक ऑरल हैल्थ कार्य योजना 2023-2030 (डब्ल्यूएचए76 (9), 2023) पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहने वाले लोगों की ऑरल हैल्थ स्थिति में सुधार के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की तर्ज पर एक जन-केंद्रित, सार्वजनिक स्वास्थ्य-उन्मुख, एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया। यह व्याख्यान बहुत ही सफल रहा और श्रोताओं ने इसकी खूब प्रशंसा की।