@ मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल
BSF दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत 73वीं बटालियन की सीमा चौकी इंडिया वन के सतर्क जवानों ने सोने की तस्करी को नाकाम करते हुए 15 सोने के बिस्कुट और 08 सोने के टुकड़ों के साथ तीन किसानों को गिरफ्तार किया। जब ये किसान साइकिल के फ्रेम में छिपाकर बांग्लादेश से भारत में अवैध रूप से इन सोने के बिस्कुट और टुकड़ों की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे। जब्त किए गए सोने का कुल वजन 2.75 किलोग्राम है और अनुमानित बाजार मूल्य 1,98,000,00/- रुपये है।
15 अक्टूबर को विशेष सूचना पर कार्रवाई करते हुए 73वीं बटालियन की सीमा चौकी “इंडिया वन” के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास खेती से लौट रहे संदिग्ध किसानों और उनकी साइकिलों की तलाशी ली।
तलाशी के दौरान BSF जवानों ने 03 भारतीय किसानों के पास से 15 सोने के बिस्किट और 08 सोने के टुकड़े बरामद किए। सभी सोने के बिस्किट और सोने के टुकड़े साइकिल के फ्रेम में छिपाए गए थे। पकड़े गए तीनों किसानों और जब्त सोने को आगे की कार्रवाई के लिए बीओपी इंडिया-1 लाया गया।
पूछताछ के दौरान पकड़े गए लोगों ने खुलासा किया कि गांव बुध पारा, राजशाही, बांग्लादेश के किसी अज्ञात बांग्लादेशी नागरिक से सोने की खेप लेने के बाद उन्होंने एक साइकिल के फ्रेम में 12 सोने के टुकड़े और दूसरी साइकिल के फ्रेम के अंदर 11 सोने के टुकड़े छिपाए थे। BSF डोमिनेशन लाइन पार करने के बाद सोने की यह खेप एक अज्ञात बस कंडक्टर को सौंपी जानी थी, जो खेप लेने के लिए शाम करीब 07:00 बजे सेखपारा इलाके में आने वाला था।
खेप की डिलीवरी के बाद उन्हें प्रति सोने के टुकड़े 500 रुपये देने का वादा किया गया था। हालांकि, BSF ने खेप की डिलीवरी से पहले ही उन्हें सोने के साथ गिरफ्तार कर लिया। सभी गिरफ्तार व्यक्तियों और जब्त किए गए सोने को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को सौंप दिया गया है।
सफल ऑपरेशन पर बोलते हुए, BSF दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी श्री नीलोप्तल कुमार पांडे, डीआईजी ने BSF कर्मियों के प्रयासों की सराहना की और तस्करी गतिविधियों पर नकेल कसने के लिए BSF की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
उन्होंने सीमावर्ती निवासियों से सोने की तस्करी से संबंधित किसी भी सूचना को BSF की सीमा साथी हेल्पलाइन 14419 पर रिपोर्ट करने या 9903472227 पर व्हाट्सएप के माध्यम से जानकारी साझा करने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना देने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा और उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।