@ कमल उनियाल उत्तराखंड :
बच्चों का समग्र विकास यानि सम्पूर्ण बौद्धिक विकास के लिए शिक्षक और अभिभावक सदैव प्रयासरत रहते हैं। नौनिहालो के समग्र विकास, गुणवत्ता युक्त शिक्षा, विभिन्न गतिविधियों, सुनियोजित कार्यप्रणाली के क्रियान्वयन के लिए शिक्षको और अभिभावको को प्रशिक्षण दिया जाता है।
इसी कडी में समग्र शिक्षा योजना के तहत सामुदायिक सहभागिता पर पौड़ी जिला के विकास खंड मुख्यालय द्वारीखाल स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय द्वारीखाल में तीन दिवसीय संकुल स्तरीय विद्यालय प्रबंध समिति की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सिरांई संकुल के राजकीय प्राथमिक विद्यालय द्वारीखाल में खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह नेगी, प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कालेज द्वारीखाल रमाकांत डबराल, नोडल अधिकारी विनोद भारद्वाज, प्रधानाध्यापिका रिद्धि भट्ट ने शिक्षा की देवी माँ सरस्वती की प्रतिमा में माल्यापर्ण कर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया।
खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र सिंह नेगी ने प्रशिक्षण में आये सदस्यों को बाल अधिकार, यसयमसी के अधिकारो, के बारे में उपयोगी जानकारी दी। प्रधानाचार्य रमाकांत डबराल ने कहा समग्र शिक्षा के अंतर्गत शिक्षा से वंचित बच्चों को चिन्हित कर स्कूल में प्रवेश दिलाने के लिए सबको आगे आना होगा। मास्टर ट्रेनर अनूप रावत और विपिन नैथानी ने यसयमसी सदस्यों और अभिभावको को महत्वपूर्ण जानकारी दी और बताया कि बच्चो के रचनात्मक कार्यो, सहभागिता बढाने, सुरक्षित वातावरण बनाने और शांतिपूर्वक व्यवहार के लिए अध्यापको और अभिभावको की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
इस मौके पर एस एम सी अध्यक्ष राजकीय इंटर कालेज द्वारीखाल कमल उनियाल, एस एम सी अध्यक्षा राजकीय प्राथमिक विद्यालय ग्वीन छोटा संजना पंवार, एस एम सी अध्यक्षा राजकीय प्राथमिक विद्यालय ग्वीन बडा नीलम डोबरियाल, सहायक अध्यापक राजकीय प्राथमिक विद्यालय ग्वीन छोटा अरुण कुमार, अभिभावक पृथ्वी सिह, ज्योति देवी, अल्का देवी, किरन देवी, सुमन देवी आदि ने प्रतिभाग किया।