@ नई दिल्ली :
Aero India एशिया का सबसे बड़ा एयर शो है। यह द्विवार्षिक एयर शो और विमानन प्रदर्शनी है जिसे रक्षा प्रदर्शनी संगठन, रक्षा उत्पादन विभाग और रक्षा मंत्रालय बेंगलुरु में आयोजित करता है। Aero India भारत की प्रमुख एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी है जहां वैश्विक एयरो विक्रेता और भारतीय वायु सेना एक के बाद एक हवाई कलाबाज़ी के प्रदर्शन से दर्शकों को रोमांचित करते हैं। यह एक प्रमुख कार्यक्रम है जो वैश्विक उद्योग जगत के दिग्गजों, सरकारी अधिकारियों, प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों और रक्षा रणनीतिकारों को एक मंच पर लाता है। यह कार्यक्रम न केवल देश की तकनीकी शक्ति और नवाचारों को प्रदर्शित करता है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और रणनीतिक संवाद के लिए एक गतिशील मंच भी प्रदान करता है।
Aero India की विरासत और महत्व
Aero India एक प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में विकसित हुआ है जो न केवल विमान निर्माण या अंतरिक्ष (एयरोस्पेस) प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति को उजागर करता है बल्कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय हितधारकों के बीच रणनीतिक बातचीत का एक महत्वपूर्ण मंच भी है। यह शो देश की विमान निर्माण तकनीकी और रक्षा क्षमताओं को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतिबिंब है। पिछले कुछ वर्षों में, Aero India निम्नलिखित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है:
- अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन : इस कार्यक्रम में नियमित रूप से अत्याधुनिक अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी प्रणालियों, नवीन रक्षा समाधानों और सफल प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया जाता है, जो हवाई और अंतरिक्ष यात्रा के भविष्य को आकार दे रहे हैं।
- रणनीतिक संवाद को बढ़ावा देना : उच्च स्तरीय बातचीत के जरिए Aero India ने नीति, रक्षा सहयोग और एयरोस्पेस क्षेत्र के भविष्य की कार्य योजना पर चर्चा के लिए मंच प्रदान करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी बढ़ाना : वैश्विक एयरोस्पेस दिग्गजों और रक्षा एजेंसियों की भागीदारी के साथ, यह शो अंतर्राष्ट्रीय एयरोस्पेस समुदाय में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भारत की बढ़ती स्थिति को दर्शाता है।
इस विरासत ने न केवल इस आयोजन के वर्तमान संस्करणों का मार्ग प्रशस्त किया है, बल्कि भविष्य के लिए एक उच्च मानक भी स्थापित किया है। Aero India एक प्रदर्शनी से कहीं अधिक है – यह नवाचार, रणनीति और राष्ट्रीय गौरव का केंद्र बिंदु है।
Aero India 2025
Aero India 2025, Aero India का 15वां संस्करण है। इसे ऐतिहासिक संस्करण के रूप में डिज़ाइन किया गया है जिसे विमान निर्माण तकनीक या अंतरिक्ष (एयरोस्पेस) और रक्षा प्रौद्योगिकी में नए क्षेत्रों को दर्शाते हुए अपने पूर्ववर्तियों की सफलताओं का लाभ मिलता है। Aero India 2025 का आयोजन 10 से 14 फरवरी 2025 तक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू के येलहंका एयर फ़ोर्स स्टेशन में किया जाएगा। शो के पहले तीन दिन व्यावसायिक आगंतुकों के लिए समर्पित हैं, जबकि अंतिम दो दिन आम जनता के लिए खुले हैं।
Aero India 2025 के कार्यक्रम
इस पांच दिवसीय एयरशो में एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, सीईओ गोलमेज सम्मेलन, आईडेक्स स्टार्ट-अप कार्यक्रम, शानदार एयर शो और भारतीय मंडप सहित एक विशाल प्रदर्शनी क्षेत्र तथा विमान निर्माण कंपनियों का एक व्यापार मेला शामिल है।
- सहयोगी देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी की दिशा में बातचीत को संभव बनाने के लिए भारत ‘ब्रिज – अंतर्राष्ट्रीय रक्षा और वैश्विक जुड़ाव से आत्म-निर्भर बनाना’ विषय पर रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन की मेज़बानी करेगा। यह गतिशील भू-राजनीतिक स्थितियों और आपसी समृद्धि के मार्ग को समाहित करता है, जिसे सुरक्षा और विकास की साझा समझ वाले देशों के बीच सहयोग के माध्यम से जोड़ा जा सकता है।
- इस एयरशो के दौरान रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और सचिव स्तर पर कई द्विपक्षीय बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस दौरान सहयोगी देशों के साथ रक्षा और एयरोस्पेस संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, ताकि साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने के लिए नए रास्ते तलाशे जा सकें।
- सीईओ राउंड-टेबल से विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को भारत में विनिर्माण के लिए अनुकूल मंच मिलने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में वैश्विक सीईओ, घरेलू सार्वजनिक उपक्रमों के सीएमडी और भारत की प्रमुख निजी रक्षा एवं एयरोस्पेस विनिर्माण कंपनियों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक भाग लेंगे।
- इंडिया पैवेलियन स्वदेशी रक्षा विनिर्माण क्षमताओं और वैश्विक मंच के लिए तैयार अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन करके मेक-इन-इंडिया पहल के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करेगा। भारतीय स्टार्ट-अप को बढ़ावा देना Aero India 2025 का फोकस क्षेत्र है और उनके द्वारा विकसित अत्याधुनिक तकनीकों/उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला को एक विशेष आईडीईएक्स पैवेलियन में प्रदर्शित किया जाएगा।
- इसके अलावा, गतिशील एरोबैटिक प्रदर्शन और लाइव प्रौद्योगिकी प्रदर्शन आधुनिक एयरोस्पेस प्लेटफॉर्म और प्रौद्योगिकियों की क्षमता को प्रदर्शित करते हुए एक गहन अनुभव प्रदान करेंगे। इस एयरशो में विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर कई सेमिनारों की भी योजना बनाई गई है।
Aero India के पिछले संस्करणों ने भारत के एयरोस्पेस और रक्षा परिदृश्य के निरंतर विकास के लिए आधार तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। Aero India 2023 का 14वां संस्करण 13 से 17 फरवरी तक कर्नाटक के बेंगलुरु में आयोजित किया गया था जो 1996 में अपनी शुरुआत के बाद से अब तक का सबसे बड़ा संस्करण रहा है। इसमें 100 से अधिक देशों और 809 प्रदर्शकों ने भाग लिया। इसमें 53 विमानों के साथ पहली बार फ्लाई पास्ट हुआ। दुनिया भर से आए लोगों के लिए हमारी वायुशक्ति का प्रदर्शन किया गया। पांच दिनों के इस एयरशो में 7 लाख से अधिक लोग आए। Aero India 2023 की विशेषता कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों और प्रभावशाली प्रदर्शनों की श्रृंखला थी। Aero India 2023 संस्करण के मुख्य पहलू थे:
- उन्नत विमान निर्माण प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन : 2023 के Aero India आयोजन ने कंपनियों को अत्याधुनिक एयरोस्पेस सिस्टम और रक्षा समाधान प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया। इसने न केवल तकनीकी नवाचार का प्रदर्शन किया बल्कि इस क्षेत्र में भविष्य की प्रगति के लिए मंच भी तैयार किया।
- रणनीतिक सहभागिता को सुगम बनाना : Aero India 2023 सरकारी अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडलों सहित हितधारकों के विविध समूह को एक साथ लाने में सहायक रहा। इस कार्यक्रम ने रणनीतिक संवाद के माहौल को बढ़ावा दिया जो सहयोगी उपक्रमों और तकनीकी साझेदारी पर केंद्रित था।
- भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करना : Aero India 2023 ने एक व्यापक और सुव्यवस्थित प्रदर्शनी की सफलतापूर्वक मेजबानी करके अपनी विमान निर्माण क्षमताओं को आगे बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को मजबूत किया। इस शो ने एयरोस्पेस नवाचार की अगली लहर को आगे बढ़ाने में वैश्विक भागीदारों के साथ जुड़ने के लिए देश की तत्परता को भी दिखाया।
Aero India 2023 की सफलताओं और चुनौतियों ने मूल्यवान सबक प्रदान किए हैं जिन्हें Aero India 2025 की योजना और क्रियान्वयन में शामिल किया जा रहा है। परिचालन उत्कृष्टता, अंतर्राष्ट्रीय सहकार्यता और तकनीकी नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना ऐसे तत्व रहे हैं जो 2023 में प्रमुखता से प्रदर्शित किए गए थे। अब ये तत्व आगामी संस्करण में आधारशिला के रूप में शामिल हैं। पिछले संस्करण में उत्पन्न आगे की गति 2025 में और भी बड़ी उपलब्धियों में तब्दील होने की उम्मीद है, जिसमें बेहतर प्रोटोकॉल, परिष्कृत रणनीतियां और विस्तारित वैश्विक भागीदारी शामिल है।
Aero India 2023 में कार्यक्रम
इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की गोलमेज बैठक, मंथन स्टार्ट-अप कार्यक्रम, बंधन समारोह, शानदार एयर शो, बड़ी प्रदर्शनी, भारतीय मंडप और विमान निर्माण कंपनियों का व्यापार मेला शामिल हैं।
प्रमुख प्रदर्शक एवं उपकरण
एयरशो में प्रमुख प्रदर्शकों में एयरबस, बोइंग, डसॉल्ट एविएशन, लॉकहीड मार्टिन, इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, आर्मी एविएशन, एचसी रोबोटिक्स, एसएएबी, सफ्रान, रोल्स रॉयस, लार्सन एंड टूब्रो, भारत फोर्ज लिमिटेड, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) और बीईएमएल लिमिटेड शामिल थे।
Aero India 2023 में यूएवी सेक्टर, रक्षा अंतरिक्ष और भविष्य की तकनीकों में डिजाइन क्षमता और विकास को प्रदर्शित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए)-तेजस, एचटीटी-40, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच), लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) जैसे स्वदेशी एयर प्लेटफॉर्म के निर्यात को बढ़ावा देना था।
रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन
रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन 14 फरवरी 2023 को आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में सहयोगी देशों के रक्षा मंत्रियों ने भाग लिया, जिसका विषय था ‘रक्षा में बढ़ी हुई भागीदारी के माध्यम से साझा समृद्धि (स्पीड)’।
इस सम्मेलन में क्षमता निर्माण (निवेश, अनुसंधान एवं विकास, संयुक्त उद्यम, सह-विकास, सह-उत्पादन और रक्षा उपकरणों की आपूर्ति के माध्यम से), प्रशिक्षण, अंतरिक्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और समुद्री सुरक्षा के लिए सहयोग को गहरा करने से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की गई। यह सम्मेलन रक्षा मंत्रियों के लिए ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन को आगे बढ़ाने के लिए एक-दूसरे के साथ जुड़ने का अवसर था।
द्विपक्षीय बैठकें
Aero India 2023 से इतर, रक्षा मंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और रक्षा सचिव स्तर पर कई द्विपक्षीय बैठकें हुईं। इस दौरान साझेदारी को अगले स्तर तक ले जाने के लिए नए रास्ते तलाश कर सहयोगी देशों के साथ रक्षा और एयरोस्पेस संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सीईओ गोलमेज
रक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 13 फरवरी 2023 को ‘सीईओ गोलमेज’ आयोजित किया गया, जिसका विषय था ‘आकाश की कोई सीमा नहीं: सीमाओं से परे अवसर ‘। इस बैठक ने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उद्योग भागीदारों और सरकार के बीच अधिक मजबूत बातचीत की नींव रखी।
गोलमेज सम्मेलन में 26 देशों के अधिकारियों, प्रतिनिधियों और वैश्विक सीईओ ने भाग लिया। इसमें बोइंग, लॉकहीड, इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज, जनरल एटॉमिक्स, लिबर्र ग्रुप, रेथॉन टेक्नोलॉजीज, सफ्रान, जनरल अथॉरिटी ऑफ मिलिट्री इंडस्ट्रीज (जीएएमआई) जैसे वैश्विक निवेशक भी शामिल हुए थे। इसमें एचएएल, बीईएल, बीडीएल, बीईएमएल लिमिटेड और मिश्र धातु निगम लिमिटेड जैसे घरेलू सार्वजनिक उपक्रमों ने भी भाग लिया।
बंधन समारोह
बंधन समारोह 15 फरवरी को आयोजित किया गया, जिसमें समझौता ज्ञापनों ( एमओयू)/समझौतों पर हस्ताक्षर, प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण, उत्पाद लॉन्च और अन्य प्रमुख घोषणाएं की गईं। बंधन समारोह में बी2बी साझेदारी बनाने की दिशा में ठोस प्रयास किए गए और 75,000 करोड़ रुपये से अधिक के कुल मूल्य वाली 250 से अधिक ऐसी साझेदारियों को अंतिम रूप दिया गया।
मंथन
वार्षिक रक्षा नवाचार कार्यक्रम, मंथन 5 फरवरी को आयोजित प्रमुख प्रौद्योगिकी प्रदर्शन कार्यक्रम था। इसे इनोवेशन फॉर डिफेंस एक्सीलेंस (आईडीईएक्स) ने आयोजित किया। मंथन मंच रक्षा और एयरोस्पेस प्रणाली से अग्रणी इनोवेटर्स, स्टार्ट-अप्स, एमएसएमई, इनक्यूबेटर्स, शिक्षाविदों और निवेशकों को एक मंच पर लाएगा।
मंथन कार्यक्रम में कई चीजें पहली बार की गईं जिनमें साइबर सुरक्षा पर चुनौतियों का शुभारंभ, आईडीईएक्स निवेशक हब की स्थापना, निवेशकों के साथ समझौता ज्ञापन आदि शामिल हैं। मंथन 2023 ने रक्षा क्षेत्र में नवाचार और प्रौद्योगिकी विकास को बढ़ावा देने के लिए स्टार्ट-अप प्रणाली को सक्रिय करने में आईडीईएक्स के भावी दृष्टिकोण/अगली पहलों पर एक सिंहावलोकन प्रदान किया।
भारत मंडप
‘फिक्स्ड विंग प्लेटफॉर्म’ थीम पर आधारित इंडिया पैवेलियन ने भविष्य की संभावनाओं सहित इस क्षेत्र में भारत के विकास को प्रदर्शित किया। कुल 115 कंपनियों ने 227 उत्पाद प्रदर्शित किए। इसने फिक्स्ड विंग प्लेटफॉर्म के लिए एक प्रणाली विकसित करने में भारत के विकास को भी प्रदर्शित किया, जिसमें निजी भागीदारों द्वारा उत्पादित एलसीए-तेजस विमानों के विभिन्न संरचनात्मक मॉड्यूल, सिमुलेटर, सिस्टम (एलआरयू) आदि का प्रदर्शन शामिल है। रक्षा अंतरिक्ष, नई प्रौद्योगिकियों और यूएवी अनुभाग के लिए भी एक खंड था जो प्रत्येक क्षेत्र में भारत के विकास के बारे में जानकारी देगा।
भारत मंडप के केंद्र में पूर्ण परिचालन क्षमता (एफओसी) विन्यास में एक पूर्ण पैमाने का एलसीए-तेजस विमान था। एलसीए तेजस एक एकल इंजन, हल्का वजन, अत्यधिक चुस्त, बहु-भूमिका वाला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है। इसमें क्वाड्रुप्लेक्स डिजिटल फ्लाई-बाय-वायर फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम (एफसीएस) है, जो उन्नत उड़ान नियंत्रण कानूनों से जुड़ा है। डेल्टा विंग वाला यह विमान ‘वायु युद्ध’ और ‘आक्रामक वायु समर्थन’ के लिए डिज़ाइन किया गया है, जबकि ‘टोही’ और ‘जहाज-रोधी’ इसकी दूसरी भूमिकाएं हैं।
सेमिनार
इस पांच दिवसीय कार्यक्रम के दौरान कई सेमिनार आयोजित किए गए। इन विषयों में भारतीय रक्षा उद्योग के लिए भूतपूर्व सैनिकों की क्षमता का दोहन; भारत की रक्षा अंतरिक्ष पहल; भारतीय निजी अंतरिक्ष प्रणाली को आकार देने के अवसर; एयरो इंजन सहित भविष्य की एयरोस्पेस प्रौद्योगिकियों का स्वदेशी विकास; गंतव्य कर्नाटक: अमेरिका-भारत रक्षा सहयोग नवाचार और मेक इन इंडिया; समुद्री निगरानी उपकरण और परिसंपत्तियों में उन्नति; एमआरओ और अप्रचलन शमन में संधारण, रक्षा ग्रेड ड्रोन में उत्कृष्टता प्राप्त करना और हवाई आयुध संधारण में आत्मनिर्भरता शामिल हैं।
Aero India 2023 में प्रमुख समझौते
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और सफरान हेलीकॉप्टर इंजन, फ्रांस के बीच हेलीकॉप्टर इंजन के डिजाइन, विकास, विनिर्माण और आजीवन समर्थन के लिए संयुक्त उद्यम गठन हेतु कार्य साझा करने के लिए समझौता ज्ञापन।
- उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) के लिए आईडब्ल्यूबीसी और अन्य एलआरयू पर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी के बीच समझौता ज्ञापन।
- भारतीय सेना के लॉजिस्टिक ड्रोन के लिए बीएसएस मैटेरियल लिमिटेड और एडीयूएसईए इंक डिवीजन (यूएसए) पेगासस इंजीनियरिंग के बीच सहयोग, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात अग्रिम सैनिकों तक डिलीवरी की जा सके, जिसमें हवा/झोंक, बारिश/बर्फबारी आदि की स्थिति में संचालन की क्षमता हो।
- भारत में एक निजी कंपनी द्वारा प्रथम यात्री विमान (एल 410 यूवीपी-ई20 संस्करण) के विनिर्माण और संयोजन के लिए गोपालन एयरोस्पेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और ओमनीपोल, चेक गणराज्य के बीच समझौता ज्ञापन।
- भारतीय नौसेना के लिए आईडीईएक्स चैलेंज “ऑटोनोमस वेपनाइज्ड बोट स्वार्म” के लिए सागर डिफेंस इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड (एसडीईपीएल) और इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) के सहयोग पर समझौता ज्ञापन ।
- भारत में 122 एमएम ग्रेड बीएम ईआर और नॉनर रॉकेटों के लिए विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने और आवश्यकताओं (टीओटी सहित) को पूरा करने के लिए भारत डायनेमिक्स लिमिटेड और बुलटेक्सप्रो लिमिटेड, बुल्गारिया के बीच समझौता ज्ञापन।
- भारतीय नौसेना के लिए अगली पीढ़ी के फास्ट अटैक पोत के लिए स्वदेशी सामग्री का समर्थन करने हेतु एमटीयू 16वी4000एम73एल इंजन के स्थानीयकरण के साथ लाइसेंस उत्पादन के लिए जीआरएसई और रोल्स रॉयस सॉल्यूशंस जीएमबीएच (एमटीयू) के बीच समझौता ज्ञापन।
- बीईएमएल ने टी-72/टी-90 टैंकों के लिए ट्रॉल असेंबली के विकास और आपूर्ति के लिए आरएंडडीईई, डीआरडीओ के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (टीओटी) के लिए लाइसेंस समझौता किया है।
- सभी सिस्टम इकाइयों, सामग्री का बिल, परीक्षण प्रक्रियाओं, एकीकरण और पेशकश पद्धति के लिए डीएलआरएल डीआरडीओ से बीईएल हैदराबाद इकाई को शक्ति ईडब्ल्यू सिस्टम का टीओटी।
- भारतीय प्लेटफार्मों के लिए समुद्री गश्ती रडार (एमपीआर) में भविष्य के व्यवसाय पर सहयोग के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और एल्टा सिस्टम्स लिमिटेड, इज़राइल के बीच समझौता ज्ञापन।
Aero India 2023 में प्रदर्शित उत्पाद
- वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (भारत डायनेमिक्स लिमिटेड) : वीएलएसआरएसएएम अगली पीढ़ी का, जहाज-आधारित, सभी मौसम में काम करने वाला वायु रक्षा हथियार है जिसका उपयोग नौसेना विमान और यूएवी जैसे सुपरसोनिक समुद्री स्किमिंग लक्ष्यों के खिलाफ त्वरित प्रतिक्रिया बिंदु रक्षा के रूप में कर सकती है। मिसाइल में सभी मौसम की क्षमता के साथ एक धुआं रहित प्रणोदन प्रणाली है। इसमें अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक काउंटर-काउंटर माप सुविधाओं के साथ एक अत्यधिक चुस्त विन्यास है।
- बीएमपी II (भारत डायनेमिक्स लिमिटेड) के लिए एसएएल सीकर एटीजीएम : बीएमपी-II के लिए सेमी-एक्टिव लेजर सीकर आधारित एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल एक सबसोनिक मिसाइल है जिसकी रेंज 4,000 मीटर है और उड़ान का समय 25 सेकंड है। मिसाइल का वजन लॉन्च ट्यूब के साथ 23 किलोग्राम है। इसका इस्तेमाल किसी भी तरह के इलाकों में टैंक और इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल्स जैसे चलते और स्थिर लक्ष्यों को निष्क्रिय करने के लिए किया जा सकता है।
- जिष्णु (भारत डायनेमिक्स लिमिटेड) : जिष्णु एक ड्रोन डिलीवर मिसाइल है। यह हल्के वजन वाली और छोटी मिसाइल है जो नरम-त्वचा वाले लक्ष्यों को निशाना बनाती है। इसकी रेंज 1.5 किलोमीटर है और उड़ान का समय 9 सेकंड है। सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन के आधार पर मिसाइल अर्ध-स्वचालित या पूरी तरह से स्वायत्त हो सकती है।
- स्वदेशी रूप से विकसित प्रोसेसर (एस्ट्रा माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स लिमिटेड) पर आधारित सॉफ्टवेयर परिभाषित नाविक/जीपीएस रिसीवर मॉड्यूल।
- डीआरडीओ (एस्ट्रा माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स लिमिटेड) की तकनीक पर आधारित स्वदेशी रूप से निर्मित ‘काउंटर ड्रोन रडार’।
- 9 एमएम सब-सोनिक गोला-बारूद (म्यूनिशंस इंडिया लिमिटेड) .
- आईओएस पर बीएफटी (आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी लिमिटेड) : ब्लूफायर टच ब्लूफायर टच, हमारा ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन (जीसीएस) सॉफ्टवेयर को मानचित्रण और निगरानी मिशनों की योजना बनाने और उन्हें नियंत्रित करने के लिए बनाया गया है। इसमें वेपॉइंट-आधारित नेविगेशन के माध्यम से परिचालन क्षेत्र और लक्ष्य स्थानों के आधार पर मिशनों की पूर्व-योजना बनाने की क्षमता है।
- एचएफ एसडीआर रेडियो (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) : यह एक उन्नत सॉफ्टवेयर परिभाषित रेडियो है। यह रेडियो हल्का है और 20 वॉट ट्रांसमिट करने में सक्षम रेडियो है। यह भीड़भाड़ वाले एचएफ बैंड में कम दूरी की संचार जरूरतों और दृष्टि रेखा से परे लंबी दूरी के संचार के लिए एक पूर्ण समाधान देता है।
- गोनियोमीटर (भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड) : यह तोपची सैनिकों द्वारा दिन या रात के समय उपयोग के लिए किसी भी एकीकृत अवलोकन और अग्नि नियंत्रण निगरानी प्रणाली का हिस्सा है।
भविष्य की ओर अग्रसर: भारत में विमान निर्माण प्रौद्योगिकी और रक्षा का भविष्य
Aero India हमेशा से एक प्रदर्शनी से कहीं बढ़कर रहा है। यह एक रणनीतिक अनिवार्यता है जो विमान निर्माण प्रौद्योगिकी और रक्षा में विश्व स्तर पर अग्रणी बनने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह आयोजन निम्नलिखित में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है:
- प्रौद्योगिकीय प्रगति को बढ़ावा देना : नवप्रवर्तकों और उद्योग जगत के दिग्गजों को एक मंच पर लाकर Aero India अगली पीढ़ी के विमान निर्माण प्रणालियों के विकास और तैनाती के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है।
- राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना : इस एयरशो में प्रदर्शित प्रौद्योगिकियां और रणनीतियां भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में प्रत्यक्ष योगदान देंगी, तथा यह सुनिश्चित करेंगी कि राष्ट्र समकालीन और भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे।
- आर्थिक विकास को मजबूत करना : रक्षा के अलावा, एयरोस्पेस में प्रगति का आर्थिक विकास, औद्योगिक विकास और तकनीकी आत्मनिर्भरता पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।
निष्कर्ष: Aero India के साथ भविष्य को अपनाना
Aero India अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी और रक्षा में नवाचार, रणनीतिक सहयोग और उत्कृष्टता के लिए भारत की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। देश Aero India 2025 की मेजबानी करने की तैयारी कर रहा है। यह आयोजन पिछले संस्करणों खासकर परिवर्तनकारी Aero India 2023 की समृद्ध विरासत को आगे बढ़ाने का काम करेगा। कठोर परिचालन प्रोटोकॉल, रणनीतिक साझेदारी और एक दूरदर्शी एजेंडे के जरिए Aero India 2025 वैश्विक एयरोस्पेस मंच पर भारत की छवि को और ऊंचा करने के लिए तैयार है।