@ नई दिल्ली
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) का सातवां सत्र नई दिल्ली में चल रहा है जिसमें भारत के आशीष खन्ना को इसका तीसरा महानिदेशक चुना गया। अन्य उम्मीदवारों में घाना से विज्डम अहियाताकु-टोगोबो और इथियोपिया से गोसाई मेंगिस्टी अबैनेह शामिल थे।
ISA के महानिदेशक, अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन जनादेश को आगे बढ़ाने में असेंबली का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें आम चुनौतियों से निपटने में सदस्य देशों को समर्थन प्रदान करना और वैश्विक स्तर पर सौर ऊर्जा अपनाने को बढ़ाने के लिए समन्वित कार्रवाई में संलग्न होना शामिल है।
निवर्तमान महानिदेशक, डॉ अजय माथुर ने अपने उत्तराधिकारी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि “जैसा कि मैं इस पद से हट रहा हूं, मैं आशीष खन्ना का इस अविश्वसनीय यात्रा में गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए कुछ समय लेना चाहता हूं। इस पद पर कार्य करना बहुत सम्मान की बात है और मुझे विश्वास है कि आप इस कार्यालय और भूमिका में अद्वितीय ऊर्जा, दृष्टिकोण और जुनून के साथ कार्य करेंगे। आपका नेतृत्व निस्संदेह इस गठबंधन को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएगा, जो आपकी विरासत को तराशते हुए प्राप्त की गई प्रगति पर आधारित होगा।
आगे चुनौतियां बहुत बड़ी हैं, लेकिन अवसर भी अपार हैं। आपको मेरी सरल सलाह यह है कि अपने अंतर्ज्ञान पर भरोसा करें, अपने आस-पास के समर्थन पर निर्भर रहें और याद रखें कि आपके पास स्थायी प्रभाव डालने का कौशल है। इस नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए मैं आपको शुभकामनाएं देता हूं।”
चयन प्रक्रिया में, ISA सदस्य देशों ने तीन उम्मीदवारों को अपने प्रतिनिधियों के रूप में खड़ा किया, जो सौर ऊर्जा-प्रमुख विश्व के लिए अपनी दृष्टिकोण और गठबंधन की भूमिका पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे।
आशीष खन्ना, ISA के नामित महानिदेशक ने ISA की पहुंच एवं प्रभाव बढ़ाने की अपनी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि फोकस ‘क्या’ से ‘कैसे’ की ओर स्थानांतरित होना चाहिए क्योंकि अधिकांश देशों को पता है कि क्या करने की आवश्यकता है, लेकिन उन लक्ष्यों तक पहुंचने में सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गठबंधन को अंतरराष्ट्रीय मंचों में हिस्सा लेने से लाभ प्राप्त होगा, जहां प्रेरणा दोगुनी होनी चाहिए: सहयोग का पता लगाना, एक साथ काम करना और एक-दूसरे के अनुभवों से सीखना। आगे उन्होंने कहा कि वह अच्छी तरह से काम करने और मौजूदा साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर हैं और उन्होंने परिणामों के लिए पक्का इरादा और जुनून की शुद्धता पर बर दिया।
उनके कार्य के तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्र: वकालत एवं विश्लेषण, क्षमता निर्माण, और प्रोग्रामेटिक समर्थन, उनके नेतृत्व में गठबंधन की उपलब्धियों की जानकारी:
- उन्होंने 9.5 गीगावॉट परियोजना प्रस्तावों के एकत्रीकरण का नेतृत्व किया, जिसमें क्यूबा में 360 मेगावाट सौर पीवी बोली और इथियोपिया में 400 मेगावाट की मंजूरी जैसी उल्लेखनीय परियोजनाएं शामिल है। कोमोरोस, साओ टोम और प्रिंसिपे और बांग्लादेश में ग्राउंड-माउंटेड परियोजनाओं और सौर छत डीपीआर के लिए व्यवहार्यता अध्ययन की तैयारी का मार्गदर्शन किया। इथियोपिया में पायलट परियोजनाएं आगे बढ़ रही हैं, और नौ देशों में मूल्यांकन जारी हैं। इथियोपिया, सोमालिया और गिनी में मिनी-ग्रिड मूल्यांकन, साथ ही साथ सौर जल पंपिंग अध्ययन, 10 देशों में पूरा किया गया।
- स्टार-सी पहल, ISA की शानदार क्षमता निर्माण की पेशकश, ने छह केंद्रों के माध्यम से 900 से ज्यादा पेशेवरों को प्रशिक्षित किया, जिसमें 10 नए केंद्रों की योजना बनाई गई। आठ देशों में नियामक कार्यशालाओं ने 265 से ज्यादा नीति निर्माताओं को प्रशिक्षित किया। ISA अपनी ज्ञान श्रृंखला, सौर डेटा पोर्टल और हरित हाइड्रोजन इनोवेशन सेंटर के माध्यम से ज्ञान प्रबंधन भी संचालित करता है। फ्लैगशिप रिपोर्ट ईज़िंग ऑफ डूइंग सौर और वर्ल्ड सोलर रिपोर्ट ऑन टेक्नोलॉजी, इन्वेस्टमेंट और फाइनेंस क्रमशः 2020 और 2022 से सालाना प्रकाशित हो रही हैं। इस प्रदर्शन सूची में नवीनतम, ‘अनलीशिंग द रोल ऑफ सोलर: इन एडवांसिंग इकोनॉमिक, सोशल, एंड एनवायर्नमेंटल इक्विटी’ रिपोर्ट शामिल है, जिसमें वित्त, प्रौद्योगिकी और नीति प्रवर्तकों में संकेतकों के विविध सेट का उपयोग करते हुए, प्रत्येक आदर्श के लिए सामाजिक-आर्थिक एवं विकासात्मक प्राथमिकताओं के माध्यम से सौर (और नवीकरणीय) को वैश्विक रूप से अपनाने की खोज पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- अभिनव वित्तीय उपकरणों में, ISA की ग्लोबल सोलर फैसिलिटी, सीओपी27 में प्रारंभ की गई, जिसका उद्देश्य कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में अपनी पहली परियोजना के साथ, कम सेवा वाले क्षेत्रों के लिए वाणिज्यिक पूंजी में 50 मिलियन डॉलर को अनलॉक करना है। जबकि सीओपी27 में शुरु किया गया सोलरएक्स स्टार्टअप चैलेंज, अफ्रीका एवं एशिया-प्रशांत क्षेत्र से 50 स्केलेबल सौर समाधानों का उल्लेख करता है, जो एक परियोजना पाइपलाइन के निर्माण का समर्थन करता है। ISA के सम्मेलन में घटनाओं के माध्यम से सौर ऊर्जा पर वैश्विक सहयोग का नेतृत्व करना जारी रखा हुआ है। सीओपी27 के बाद से, ISA एक सौर-केंद्रित स्थान, द सोलर हब की मेजबानी कर रहा है और सितंबर 2024 में पहले अंतर्राष्ट्रीय सौर महोत्सव के शुभारंभ के साथ अपने सिफारिश की कोशिशों को एक पायदान आगे ले गया, जिससे उसने वैश्विक सौर संक्रमण में अपनी भूमिका को और मजबूती प्रदान किया है।
अपनी विरासत पर बात करते हुए, डॉ माथुर ने कहा, “मैं महानिदेशक के रूप में याद किया जाना चाहूंगा जिन्होंने गठबंधन में रहते हुए सौर ऊर्जा के वैश्वीकरण को बहुत हद तक दिशा प्रदान की है।”
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन के संदर्भ में
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन 120 सदस्य और हस्ताक्षरकर्ता देशों के साथ एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। यह दुनिया भर में ऊर्जा पहुंच और सुरक्षा में सुधार करने और कार्बन-तटस्थ भविष्य के लिए एक स्थायी संक्रमण के रूप में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकारों के साथ काम करता है। ISA का मिशन प्रौद्योगिकी और इसके वित्तपोषण की लागत को कम करते हुए 2030 तक सौर में यूएस $ 1 ट्रिलियन निवेश को अनलॉक करना है। यह कृषि, स्वास्थ्य, परिवहन और बिजली उत्पादन क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देता है।
06 दिसंबर 2017 को 15 देशों द्वारा ISA फ्रेमवर्क समझौते पर हस्ताक्षर एवं अनुसमर्थन करने के साथ, ISA भारत में मुख्यालय वाला पहला अंतरराष्ट्रीय अंतर सरकारी संगठन बन चुका है। ISA, बहुपक्षीय विकास बैंकों विकास वित्तीय संस्थानों, निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों, नागरिक समाज और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सौर ऊर्जा के माध्यम से लागत प्रभावी एवं परिवर्तनकारी समाधान तैनात करने के लिए साझेदारी कर रहा है, जिसमें विशेष रूप से कम विकसित देश और छोटे द्वीप विकासशील देश शामिल हैं।