@ नई दिल्ली
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 19 फरवरी, 2025 को राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज का दौरा किया और भारतीय सशस्त्र बलों के भविष्य के नेतृत्व को आकार देने में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की। इस अवसर पर जनरल चौहान का पूरे सैन्य सम्मान के साथ स्वागत किया गया और आरआईएमसी के कमांडेंट, संकाय तथा कैडेटों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
अपने भ्रमण के दौरान, जनरल अनिल चौहान ने कैडेटों और संकाय के साथ बातचीत की। उन्होंने संस्थान में सावधानीपूर्वक संरचित प्रशिक्षण, शैक्षणिक पाठ्यक्रम और नेतृत्व विकास कार्यक्रमों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
जनरल चौहान ने अपने संबोधन में प्रतिष्ठित सैन्य कर्मियों को तैयार करने की आरआईएमसी की विरासत की प्रशंसा की और अनुशासन, अखंडता एवं राष्ट्र सेवा के मूल्यों पर जोर दिया। उन्होंने आधुनिक शिक्षा को सैन्य परंपराओं के साथ एकीकृत करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता की सराहना की, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि कैडेट भविष्य की चुनौतियों के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित हों। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने वर्तमान समय में युद्ध की बदलती स्थितियों का उल्लेख करते हुए कैडेटों से भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तकनीकी प्रगति, रणनीतिक सोच व अनुकूलनशीलता को अपनाने का आग्रह किया।
जनरल अनिल चौहान ने सोमनाथ संसाधन केंद्र और संग्रहालय का भी दौरा किया, जो आरआईएमसी के समृद्ध इतिहास तथा राष्ट्र के लिए इसके प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों के योगदान को प्रदर्शित करता है। उन्होंने विभिन्न सैन्य अभियानों में आरआईएमसी से प्रशिक्षित अधिकारियों की भूमिका की भी चर्चा की। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ उनके प्रदर्शन और साहसिक कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विकास और लचीलेपन के प्रति वचनबद्धता के प्रतीक के रूप में परिसर में एक वृक्ष लगाया। इस यात्रा का समापन कैडेटों द्वारा उनके प्रेरणादायक शब्दों के लिए आभार व्यक्त करने तथा आरआईएमसी के मूल्यों और परंपराओं को बनाए रखने के प्रति अपनी वचनबद्धता की पुष्टि के साथ हुआ।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के दौरे ने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज की प्रतिष्ठा को एक प्रमुख संस्था के रूप में विस्तार दिया है, जो भविष्य के सैन्य कर्मियों को तैयार करने और उनमें सेवा एवं देशभक्ति की अटूट भावना उत्पन्न करने के लिए समर्पित है।