@ नई दिल्ली
छठे राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में आरंभ हुआ। इस अवसर पर शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग सचिव संजय कुमार, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के अपर सचिव अनिल कुमार सिंघल और आनंदराव वी. पाटिल, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड- सीबीएसई के अध्यक्ष राहुल सिंह, केन्द्रीय विद्यालय संगठन की आयुक्त निधि पांडे, डीओएसईएल के संयुक्त सचिव डॉ. अमरप्रीत दुग्गल, रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद और शिक्षा मंत्रालय तथा रक्षा मंत्रालय के अधिकारी उपस्थित रहे।
संजय कुमार ने अपने संबोधन में बैंड के महत्व का उल्लेख करते हए कहा कि यह विशेष रूप से प्रतिभागियों के बीच अनुशासन और टीमवर्क के साथ उत्कृष्टता हासिल करने की सामूहिक भावना को बढ़ाता है। उन्होंने शैक्षिक गतिविधियों में इस सामूहिक भावना की उपयुक्तता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सेना के क्षेत्रीय केंद्रों की सहायता से और अधिक स्कूल, बैंड सिस्टम लागू करेंगे, जिससे बच्चों के लिए नए अवसर खुलेंगे। संजय कुमार ने सहयोग और सहायता के लिए रक्षा मंत्रालय का हार्दिक आभार व्यक्त किया।
राजेश कुमार सिंह ने अपने संबोधन में सशस्त्र बलों में सैन्य संगीत की समृद्ध परंपरा का उल्लेख किया जो मनोबल बढ़ाता है और समारोहों में गरिमा प्रदान करता है। यह प्रतिभाशाली लोगों को अपना कौशल दिखाने का अवसर प्रदान करता है। सिंह ने बताया कि 2023 से सरकार गणतंत्र दिवस समारोहों में प्रतिभाशाली स्कूली बच्चों को सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता के आयोजन का उद्देश्य स्कूली बच्चों में एकता और टीम भावना और अपने स्कूलों और राष्ट्र के प्रति गहरी निष्ठा की भावना को प्रेरित करना है।
शिक्षा मंत्रालय 24 और 25 जनवरी 2025 को रक्षा मंत्रालय के सहयोग से नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में छठे राष्ट्रीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता का ग्रैंड फिनाले आयोजित कर रहा है। इस वर्ष राज्य और क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं द्वारा 13 राज्यों से 16 बैंड टीमों के 463 बच्चे फिनाले के लिए चुने गए हैं। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में 568 टीमों ने भाग लिया जिनमें 13,999 बच्चे जबकि क्षेत्रीय स्तर पर 84 टीमों में 2,337 बच्चों ने भाग लिया।
बैंडो से संबंधित पहली बार की मुख्य विशेषताएं निम्नखित हैं:
1. तीन सरकारी स्कूलों की बैंड टीमों को गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने का अवसर मिला है
2. प्रधानमंत्री केजीबीवी पटमदा, पूर्वी सिंहभूम, झारखंड के स्कूली बच्चे राष्ट्रपति मंच के सामने अपनी प्रस्तुति देंगे
3. गणतंत्र दिवस परेड में सिक्किम की दो बैंड टीमें (केन्द्रीय विद्यालय और सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल वेस्ट प्वाइंट,) विजय चौक पर प्रदर्शन करेंगी
4. “सरकार के समग्र दृष्टिकोण” के अनुरूप, सेना रेजिमेंटल केंद्रों के बैंड प्रशिक्षकों/टीमों द्वारा पीएम स्कूल बैंड टीमों को प्रशिक्षण देने की पहल की गई है। 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में प्रशिक्षण आरंभ हो गया है और शेष राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में भी जल्द ही आरंभ होगा। यह पीएम स्कूलों के विद्यार्थियों को समग्र शिक्षा प्रदान करने और उनके व्यक्तित्व के पूर्ण विकास की दिशा में उठाया गया कदम है
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, 21वीं सदी की पहली शिक्षा नीति है और इसका उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में व्यापक परिवर्तनकारी सुधार लाना है। इस दिशा में यह कार्यक्रम देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना उत्पन्न करने के साथ ही विद्यार्थियों में संगीत कौशल बढ़ाएगा और उनमें अनुशासन का संचार करेगा। इस पहल का उद्देश्य पूरे देश में स्कूली विद्यार्थियों में देशभक्ति और एकता की भावना प्रबल करना और समग्र शिक्षा को आगे बढ़ाना है।