@ नई दिल्ली
DRDO ने सबसे हल्के फ्रंट हार्ड आर्मर पैनल से युक्त बुलेट प्रूफ जैकेट विकसित किया है। इस जैकेट को दो कॉन्फ़िगरेशन – इन-कंजंक्शन-विथ और एफएचएपी के विभिन्न क्षेत्रीय घनत्व के साथ स्टैंडअलोन – में विकसित किया गया है।
इस बुलेट प्रूफ जैकेट को DRDO की परियोजना के तहत विकसित किया गया है। इसके उत्पादन के लिए DRDO की प्रौद्योगिकी हस्तांतरण नीति और प्रक्रिया के अनुसार विकसित प्रौद्योगिकी को भारतीय उद्योगों को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
यह बीपीजे नए डिजाइन दृष्टिकोण पर आधारित है, जिसमें नवीन सामग्री के साथ-साथ नई प्रक्रियाओं का उपयोग किया गया है। यह बीपीजे बीआईएस मानक 17051 की पुष्टि करता है और इसलिए, यह स्तर 6 का सबसे हल्का बीपीजे है तथा मध्यम आकार के लिए इसका वजन लगभग 10.1 किलोग्राम वजन है, जो ऑपरेशन के दौरान पहनने की क्षमता एवं आराम को बढ़ाता है।
इस जैकेट में अन्य संबंधित सुविधाओं के साथ- साथ क्विक रिलीज मैकेनिज्म की एक अनूठी विशेषता भी है। यह बीपीजे आज की तारीख में भारतीय सशस्त्र बलों/सीएपीएफ के जवानों को 7.62×54 आर एपी/एपीआई राउंड के अधिकतम संभावित खतरे से बचाएगा।