डीजीपी पंजाब ने पटियाला रेंज अधिकारियों/कर्मचारियों की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की

@ चंडीगढ़ पंजाब

पंजाब पुलिस की शीर्ष प्राथमिकताओं के रूप में छोटे-मोटे अपराधों पर अंकुश लगाने और राज्य से नशीले पदार्थों के उन्मूलन को दोहराते हुए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने गुरुवार को सभी फील्ड अधिकारियों से नागरिक सुरक्षा को प्रभावित करने वाले अपराधों विशेष रूप से जबरन वसूली स्नैचिंग चोरी और सेंधमारी तथा बिक्री स्थल पर नशीले पदार्थों की बिक्री पर नकेल कसने के लिए सभी तंत्रों का उपयोग करने को कहा।

उन्होंने कहा पुलिस कर्मियों को स्नैचिंग सहित छोटे-मोटे अपराधों में तुरंत एफआईआर दर्ज करनी चाहिए और उन्हें दबाना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की ढिलाई के मामले में संबंधित अधिकारी चाहे वह एसएसपी डीएसपी या एसएचओ हों जवाबदेह होंगे।

डीजीपी डीआईजी पटियाला रेंज मनदीप सिंह सिद्धू के साथ पंचायत चुनावों से पहले प्रदर्शन की समीक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लेने के लिए संगरूर में पुलिस लाइन में पटियाला रेंज – पटियाला मलेरकोटला संगरूर और बरनाला – के सभी अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में एसएसपी पटियाला नानक सिंह एसएसपी संगरूर सरताज चहल एसएसपी बरनाला संदीप मलिक और एसएसपी मलेरकोटला गगन अजीत सिंह भी मौजूद थे।

उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य भर में स्नैचिंग और ड्रग बिक्री के हॉटस्पॉट पर क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरों की सघनता बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि रियल टाइम मॉनिटरिंग के लिए जिला और सब-डिवीजनल स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जा रहे हैं।

डीजीपी ने एसएसपी को ऐसे अपराधियों से सख्ती से निपटने और ड्रग सप्लायर्स द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को जब्त करने के लिए एनडीपीएस की धारा 68एफ का अधिकतम उपयोग करने का भी निर्देश दिया।

उन्होंने पुलिस अधिकारियों को हाल ही में शुरू की गई सुरक्षित पंजाब एंटी-ड्रग हेल्पलाइन ‘9779100200’ के माध्यम से प्राप्त सुझावों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए भी प्रोत्साहित किया। यह हेल्पलाइन नागरिकों को गुमनाम रूप से ड्रग तस्करों की रिपोर्ट करने की अनुमति देती है।

पंचायत चुनावों से पहले डीजीपी गौरव यादव ने राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की और अधिकारियों को स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने हिंसा मुक्त चुनाव कराने तथा कानून व्यवस्था की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त बल रिजर्व रखने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक के दौरान एसएसपी को हिस्ट्रीशीट तैयार करने हिंसक अपराधों के खिलाफ अनुकरणीय कार्रवाई करने निगरानी बढ़ाने अपराध का पता लगाने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने तथा नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करने को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने एसएसपी को अपराधियों से व्यक्तिगत रूप से पूछताछ करने को भी कहा। इस दौरान डीजीपी पंजाब ने जमीनी स्तर पर आ रही व्यावहारिक समस्याओं को समझने के लिए सभी अधिकारियों से फीडबैक भी लिया। उन्होंने एसएसपी को सभी सब-डिविजनल डीएसपी तथा स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) के साथ साप्ताहिक अपराध समीक्षा बैठकें करने को कहा।

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