@ नई दिल्ली
दिल्ली सचिवालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि पिछले कुछ महीनो से देश की राजधानी दिल्ली गैंगस्टरों की दिल्ली बनी हुई है । हाल ही में हुई कुछ घटनाओं का जिक्र करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि बीती 5 तारीख को नांगलोई के एक प्लाईवुड शोरूम पर कुछ बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई और शोरूम के मालिक से 10 करोड रुपए रंगदारी की मांग की गई ।
उसी दिन अलीपुर में एक गैस गोदाम पर भी बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की और उस गैस गोदाम के मालिक से भी रंगदारी मांगी गई । बीते कल हुई एक घटना का जिक्र करते हुए मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि इसी प्रकार से कल उत्तर पूर्वी दिल्ली के वेलकम इलाके में तीन बदमाश एक बाइक पर आए और अंधाधुंध गोलियां चलाई जिसमें एक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया और दूसरे व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई ।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पत्रकार बंधुओ से प्रश्न पूछते हुए कहा, कि क्या आप कल्पना कर सकते हैं, कि देश की राजधानी दिल्ली में आए दिन गोलीबारी और हत्याओं जैसी वारदातें हो रही हैं । उन्होंने कहा वह दिल्ली जो देश की राजधानी है, जिस दिल्ली में राष्ट्रपति रहते हैं, प्रधानमंत्री रहते हैं, जिस दिल्ली में केंद्र सरकार के सभी विभागों के मुख्यालय बने हुए हैं, इस देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में बनी हुई है, संसद दिल्ली में बनी हुई है, दुनिया के लगभग सभी देशों के दूतावास दिल्ली में बने हुए हैं, दुनिया भर के पर्यटक, सैलानी और राजनीतिक लोग दिल्ली में आते हैं, ऐसी दिल्ली में खुलेआम गैंगस्टरों द्वारा गोलियां चलाई जा रही हैं, हत्याएं की जा रही हैं, रंगदारी मांगी जा रही है और लोग रंगदारी देने को मजबूर हैं ।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भाजपा शासित केंद्र सरकार पर उंगली उठाते हुए कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था की जो खस्ता हालत है, उसके लिए सीधे तौर पर केंद्र में बैठी भाजपा सरकार जिम्मेदार है । उन्होंने कहा, कि दिल्ली की कानून व्यवस्था सीधे तौर पर केंद्रीय गृहमंत्री के अधीन आती है और दिल्ली की कानून व्यवस्था को व्यवस्थित और सुदृढ़ करने की जिम्मेदारी गृहमंत्री की है । परंतु दिल्ली में कानून व्यवस्था की क्या हालत है, वह सभी के सामने है । खुलेआम गोलियां चल रही है, हत्याएं हो रही हैं और रंगदारी मांगी जा रही है । मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि इससे भी ज्यादा आश्चर्य की बात यह है, कि दिल्ली की कानून व्यवस्था जिस भाजपा शासित केंद्र सरकार के गृहमंत्री के अधीन आती है, ना तो गृहमंत्री की ओर से, ना ही केंद्र सरकार की ओर से और ना ही भाजपा की ओर से, इस खस्ता हालत पर एक भी बयान आज तक जारी किया गया है । उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और गृहमंत्री दिल्ली की खस्ता कानून व्यवस्था पर बिल्कुल चुप बैठे हुए हैं । यह उनकी जिम्मेदारी है उन्हें जनता को बताना चाहिए, कि दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री और केंद्र सरकार क्या कदम उठा रही है?
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में लोकसभा की 7 सीटें हैं और दिल्ली की जनता ने भाजपा को सातों की सात सीट जिताकर दी, परंतु भाजपा शासित केंद्र सरकार, भाजपा के गृहमंत्री, दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय और दिल्ली से भाजपा के सातों सांसद कोई भी इस विषय पर एक शब्द भी बोलने के लिए तैयार नहीं है, कि दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए कौन जिम्मेदार है और केंद्र सरकार इसको सुधारने के लिए क्या कर रही है? उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में कानून व्यवस्था की इतनी खस्ता हालत है, कि छोटे से छोटा व्यापारी और बड़े से बड़ा व्यापारी डर के साए में जी रहा है, ना जाने कब कहां से उन पर गोलियां चल जाए और भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार इस पर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है, यह बेहद ही चिंता का विषय है ।