@ नई दिल्ली :-
पश्चिम बंगाल के 2 जिला निर्वाचन अधिकारी, 12 निर्वाचन अधिकारी और 217 बीएलओ का दो दिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम IIIDEM में शुरू हुआ। यह पहल जमीनी स्तर के चुनाव कार्यकर्ताओं की दक्षता उन्नयन के लिए व्यापक प्रशिक्षण योजना का हिस्सा है, जिसकी परिकल्पना आयोग ने 4 मार्च को IIIDEM में आयोजित सीईओ सम्मेलन के दौरान की थी।

चुनाव आयोग ने नई दिल्ली स्थित इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट में मीडिया नोडल अधिकारियों, सोशल मीडिया नोडल अधिकारियों और जिला जनसंपर्क अधिकारियों के लिए एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम को सम्पन्न किया। इस ओरिएंटेशन कार्यक्रम का उद्देश्य मीडिया के उभरते परिदृश्य में चुनाव अधिकारियों के समन्वय और तैयारी को बढ़ाना था।
28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के मीडिया अधिकारियों ने इस अभिमुखीकरण कार्यक्रम में भाग लिया, जिसका उद्देश्य कानूनी ढांचे अर्थात जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और 1951; मतदाता पंजीकरण नियम 1960, निर्वाचन संचालन नियम 1961 और समय-समय पर ईसीआई द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से सक्रिय सूचना प्रसार, गलत सूचनाओं का मुकाबला करने और मतदाता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक प्रभावी संचार रणनीति विकसित करना है।
अपने संबोधन में, मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनावी प्रक्रिया में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए चुनावी प्रक्रियाओं में मतदाताओं के विश्वास को बनाए रखने में डिजिटल माध्यम से सूचना की दुनिया में तथ्यात्मक, समय पर और पारदर्शी संचार के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मीडिया अधिकारियों को सटीक जानकारी देने में सक्रिय होना चाहिए और मतदाताओं को सही जानकारी देने को सुनिश्चित करने की चुनौती का सामना करना चाहिए और तथ्यों को कहानियों से तथ्यात्मक आधार पर अलग करने के लिए सशक्त बनाया जाए।
